
दिल्ली के पहाड़गंज स्थिति उदासीन आश्रम के सामने हुई धर्म सभा में तोगड़िया ने कहा कि गत साढ़े चार सौ वर्षो के इतिहास में कभी कोई मस्जिद श्रीराम जन्मभूमि पर नहीं बनी और न ही जन्मस्थली की पूजा और परिक्रमा कभी रूकी है। जबकि तब देश में न तो मुस्लिम थे न इस्लाम का कोई नाम था।
उन्होंने कहा कि आदिकाल से लेकर आज तक अयोध्या की परिक्रमा और उसकी पूजा अनेक अवरोधों के बावजूद हिन्दू समाज ने कभी नही छोड़ी। सन् 1528 में विदेशी मुस्लिम लुटेरा बाबर ने भगवान के मंदिर को ध्वस्त कर गया किन्तु हिन्दुओं की आस्था और विश्वास को कोई आज तक नहीं डिगा पाया। विश्वभर के हिन्दुओं का यह संकल्प है कि जन्मस्थली पर हम मंदिर बनाक र ही रहेंगे, साथ ही कहा कि मंदिर निर्माण को कोई रोक नहीं सकता।
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए विहिप की प्रेरणा से श्रीहनुमत शक्ति जागरण समिति द्वारा दिल्ली में कई कार्यक्रम व संकल्प सभाएं आयोजित की गईं। राजधानी में 21 स्थानों पर एक साथ आयोजित इन धर्म सभाओं में हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लेकर अपने आराध्य भगवान श्रीराम के जन्म स्थान पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए संकल्प लिया।
राम चरित मानस के रचयिता महाकवि तुलसी दास जी की जयन्ती पर आयोजित इन धर्म सभाओं में अनेक वक्ताओं ने जनता को रामजन्म भूमि के विषय में विशिष्ट जानकारियां देकर संकल्प दिलाया साथ ही यह भी मांग की गई कि सोमनाथ की तर्ज पर संसद में कानून बनाकर जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण हो।
समिति के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए मीडिया प्रमुख विनोद बसंल ने बताया कि हनुमान चालीसा का यह पाठ दिल्ली के पांच हजार से अधिक मंदिरों में नियमित रूप से संतों के सानिध्य में होगा जो 17 नवम्बर से देवोत्थान एकादशी तक चलेगा। इसमें राजधानी के करोड़ों लोग भाग लेकर संकल्प लेंगे। इन कार्यक्रमों में हिन्दू समाज के हर मत पंथ, सम्प्रदाय व विचारधारा के लोग भाग लेंगे।
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