हालांकि पुलिस ने इससे पहले ही दो दर्जन के करीब कश्मीरी पंडितों को हिरासत में ले लिया। जिन्हें बाद में रिहा कर दिया गया। मालूम हो कि कश्मीर के मौजूदा हालात के विरोध में कंट्टरपंथी तथा विस्थापित कश्मीरी पंडितों का एक-एक वर्ग जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहा है। कंट्टरपंथी कश्मीर में हिंसा भरे माहौल के लिए सरकार पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं कश्मीरी पंडित शांति बहाली के लिए केंद्र के हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं।
शनिवार को संसद हमले में आरोपी रहे दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षक प्रो. एसएआर गिलानी के जंतर-मंतर पर दिए गए भाषण से कश्मीरी पंडित बेहद आहत हैं। कश्मीरी पंडित समिति दिल्ली के अध्यक्ष राजेश कौल ने कहा कि सरकार की ढुलमुल नीति के कारण कश्मीर में हिंसा का माहौल पैदा हुआ है। गुरमीत सिंह ने कहा कि सियासी कारणों से कश्मीर समस्या पैदा की गई है। जम्मू-कश्मीर पीपुल्स फोरम के मीडिया कोआर्डिनेटर मनोज खंडेलवाल ने कहा कि आतंकवाद समर्थक जम्मू-कश्मीर को अस्थिर करने में लगे हैं। कश्मीरी पंडित समर्थक मुस्लिम मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक जमीर अहमद ने शायरी के माध्यम से अपनी बात रखी।
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