ऐतिहासिक फ़ैसला आने से पहले एक फ्रांसीसी लेखक ने आरोप लगाया है कि विवादित ढांचा गिराये जाने के लिए अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जिम्मेदार थे.
लेखक क्रिस्टॉफ जैफरलट ने राजीव गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा है कि उन्होंने एक समुदाय का प्रयोग दूसरे समुदाय के खिलाफ किया.
उन्होंने कहा : विहिप को देशभर में राममंदिर अभियान चलाया गया. और राजीव ने हिंदु और मुसलमानों को एक दूसरे के खिलाफ़ इस्तेमाल किया.विवादित ढांचा 18 साल पहले 6 दिसंबर 1992 को गिराया गया था.
इससे पहले 27 सितंबर 1989 को केंद्र ने विहिप के साथ करार के तहत अयोध्या में गैर-विवादित भूमि पर शिलान्यास की अनुमति दी थी. समझौते के तहत देश भर में रामशिला से जुड़े कार्यक्रम को मंजूरी दी गयी थी. लेकिन शर्त भी रखी गयी थी कि राम मंदिर का शिलान्यास गैर विवादित भूमि पर ही होगा.
राजनीति शास्त्र के प्रोफेसर जैफरलट की पुस्तक का नाम है रीलिजन,कास्ट एंड पॉलिटिक्स इन इंडिया. उन्होंने कहा कि 24 सितंबर को आनेवाला फ़ैसला भारतीय राजनीति को लिए ऐतिहासिक होगा. साथ ही यह भारत के मुसलमानों को राजनीति की मुख्यधारा में लाने का बेहतरीन मौका है.लेखक के अनुसार हिंदू दलों को अपने फ़ैसले पर फिर से विचार करने की जरूरत है.
उनका मानना है कि 2009 के चुनावों में इसका असर देखा गया था. लेखक का कहना है कि समय आ गया है कि यह दिखाया जाये कि मुसलमान भी भारत का हिस्सा है.
muslims ko is desh ne swikaar kiya he,,lekin muslims ne kabhi is desh ko aur yaha ki sanskriti ko swikar nahi kiya..ye sekdo varsho se yaha ka anna khane aur yaha ka pani pine ke baad bhi arab me stith makka madina ka pani he inke liye amrit hota he aur waha ki sanskriti hi inki jivan sheili he..jab tak ye khud ko bhartiyata aur yaha ke ved vidhan se apna jivan nahi badalte muje nahi lagta ki bharat me kabhi ye shanti hone denge...
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