उन्हौंने कहा कि उनके रूख में कोई बदलाव नहीं आया है, इस मामले में भाजपा के साथ हुआ पुराना समझौता लागू रहेगा। दिल्ली से पटना रवाना होने से पहले संवाददाताओं से बातचती के दौरान नीतीश से यह पूछे जाने पर कि क्या नरेंद्र मोदी बिहार में चुनाव प्रचार में हिस्सा लेंगे, पहले तो उन्होंने यह सवाल यह कहकर टालने का प्रयास किया कि इस बारे में भाजपा से ही पूछिए।
फिर उन्होंने कहा, यह पक्ष बीजेंपी को हल करना है। हम चाहते हैं पुराना स्टैंड बना रहे। हमें लगता है कि बीजेपी इस मसले को ठीक ढंग से सुलझा लेगी। शिवानंद तिवारी के उस बयान पर कि पार्टी को भाजपा से संबंध तो़ड लेने चाहिए, नीतीश ने कहा कि हमारी पार्टी लोकतांत्रिक है, जहां सभी को अपने विचार रखने का अधिकार है। अयोध्या मुद्दे को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा 24 सितंबर को सुनाए जाने वाले फैसले के बारे में पूछे जाने पर नीतीश कुमार ने कहा, जदयू का रूख शुरू से ही स्पष्ट रहा है। हमारी यह मान्यता है कि इस विवाद का समाधान अदालत के फैसले से या आपसी बातचीत से होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अदालत का फैसला सभी को मान्य होना चाहिए और उसे लेकर कोई विवाद नहीं होना चाहिए, किसी भी प्रकार से माहौल नहीं बिग़डना चाहिए।
फिर उन्होंने कहा, यह पक्ष बीजेंपी को हल करना है। हम चाहते हैं पुराना स्टैंड बना रहे। हमें लगता है कि बीजेपी इस मसले को ठीक ढंग से सुलझा लेगी। शिवानंद तिवारी के उस बयान पर कि पार्टी को भाजपा से संबंध तो़ड लेने चाहिए, नीतीश ने कहा कि हमारी पार्टी लोकतांत्रिक है, जहां सभी को अपने विचार रखने का अधिकार है। अयोध्या मुद्दे को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा 24 सितंबर को सुनाए जाने वाले फैसले के बारे में पूछे जाने पर नीतीश कुमार ने कहा, जदयू का रूख शुरू से ही स्पष्ट रहा है। हमारी यह मान्यता है कि इस विवाद का समाधान अदालत के फैसले से या आपसी बातचीत से होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अदालत का फैसला सभी को मान्य होना चाहिए और उसे लेकर कोई विवाद नहीं होना चाहिए, किसी भी प्रकार से माहौल नहीं बिग़डना चाहिए।
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