शिया उलेमा और आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना कल्बे सादिक ने दावा किया है कि उनके पास सदियों से विवादित राम जन्मभूमि..बाबरी मस्जिद विवाद के समाधान का तीसरा विकल्प है, जिसे वह 24 सितंबर के बाद बोर्ड के समक्ष रखेंगे।
आज यूपी प्रेस क्लब में ‘‘अयोध्या फैसला--समाज में संयम और सद्भावना की जरुरत है’’ विषय पर आयोजित एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मौलाना कल्बे सादिक ने कहा, ‘‘मेरे पास अयोध्या विवाद के समाधान के लिए तीसरा और सकारात्मक विकल्प है, जिसे मैं 24 सितंबर के बाद बोर्ड के सामने रखूगां, जिस दिन कि अयोध्या के विवादित स्थल पर स्वामित्व को लेकर 60 साल से चल रहे मुकदमे पर अदालत को निर्णय आने वाला है।’’ यह भरोसा जताते हुए कि मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड उनके सुझाये विकल्प को स्वीकार कर लेगा, मौलाना सादिक ने दावा किया कि यदि ऐसा नहीं होता तो उनके पास विवाद के समाधान के लिए चौथा विकल्प भी है, जिस पर अमल के लिए वह अपनी तरफ से पहल करेंगे।
मौलाना सादिक ने कहा, ‘‘मैं पूरी निष्ठा से इस कोशिश में लगा हूं कि वर्ष 2010 के अंत तक सदियों से चले आ रहे इस विवाद का समाधान हो जाये, ताकि देश के हिन्दू मुसलमान राहत की सांस ले सकंे।’’ उन्होंने कहा कि उनकी पूरी कोशिश होगी कि देश की प्रतिष्ठा और सम्मान पर आंच न आये और उन्हें पूरा विश्वास है कि विवाद का समाधान अतिशीघ्र हो जायेगा।
अयोध्या मामले में 24 सितंबर को आ रहे अदालत के निर्णय पर उन्होंने कहा, ‘‘अदालत का निर्णय किसी के पक्ष में जायेगा तो किसी के विपक्ष में। मगर यह संकल्प करके कि फैसला जो भी आये हम किसी तरह का खून खराबा नहीं होने देंगे और आपसी सौहार्द को बनाये रखेंगे। इससे हम दोनों पक्षों की जीत सुनिश्चित कर सकते हैं।
0 comments :
Post a Comment