कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा है कि अयोध्या विवाद के संबंध में वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) पर भरोसा नहीं कर सकते, क्योंकि ये लोग कुछ भी कर सकते हैं।
सिंह ने कहा कि 1992 में संघ परिवार द्वारा दाखिल किए गए हलफनामे पर विश्वास करके कांग्रेस ने एक गलती की थी। ज्ञात हो कि अयोध्या में जुटी हिंदुओं की भीड़ ने छह दिसम्बर, 1992 को बाबरी दांचे को जमींदोज कर दिया था।
पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी सिंह ने कहा, "मैं भाजपा, आरएसएस, विहिप पर विश्वास नहीं कर सकता। वर्ष 1992 में हमने उनके हलफनामे पर विश्वास करके एक गलती की थी।"
सिंह ने कहा कि उनके पास सूचना है कि संघ परिवार कुछ योजनाएं तैयार कर रहा है। इस बात की उम्मीद है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ अयोध्या विवाद पर अपना फैसला 24 सितम्बर को सुना देगी।
सिंह ने कहा कि पार्टी ने उत्तर प्रदेश के अपने सांसदों व विधायकों से कहा है कि 24 सितम्बर को वे अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में मौजूद रहे और सांप्रदायिक सौहाद्र्र बनाए रखने के लिए काम करें।
सिंह ने आरोप लगाया है कि हिंदू कट्टरपंथी संगठनों द्वारा लोगों की भर्ती के लिए भोपाल और इंदौर में पोस्टर चस्पा किए गए हैं।
सिंह ने कहा कि 1992 में संघ परिवार द्वारा दाखिल किए गए हलफनामे पर विश्वास करके कांग्रेस ने एक गलती की थी। ज्ञात हो कि अयोध्या में जुटी हिंदुओं की भीड़ ने छह दिसम्बर, 1992 को बाबरी दांचे को जमींदोज कर दिया था।
पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी सिंह ने कहा, "मैं भाजपा, आरएसएस, विहिप पर विश्वास नहीं कर सकता। वर्ष 1992 में हमने उनके हलफनामे पर विश्वास करके एक गलती की थी।"
सिंह ने कहा कि उनके पास सूचना है कि संघ परिवार कुछ योजनाएं तैयार कर रहा है। इस बात की उम्मीद है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ अयोध्या विवाद पर अपना फैसला 24 सितम्बर को सुना देगी।
सिंह ने कहा कि पार्टी ने उत्तर प्रदेश के अपने सांसदों व विधायकों से कहा है कि 24 सितम्बर को वे अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में मौजूद रहे और सांप्रदायिक सौहाद्र्र बनाए रखने के लिए काम करें।
सिंह ने आरोप लगाया है कि हिंदू कट्टरपंथी संगठनों द्वारा लोगों की भर्ती के लिए भोपाल और इंदौर में पोस्टर चस्पा किए गए हैं।
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