भारत के नागरिकों तथा इस देश की बीमारियों का इलाज करने हेतु भारत स्वाभिमान ट्रस्ट का गठन किया गया है। भारत स्वाभिमान के अभियान का उद्देश्य विशेष रूप से देश की अज्ञानतावश विभिन्न बीमारियों से जूझ रही 77 करोड़ जनता को स्वस्थ व निरोगी बनाना तथा देश में फैली भ्रष्टाचार, गरीबी, अशिक्षा, भुखमरी पर जैसी बीमारियों पर चोट करना है।
यह सब अंग्रेजी व्यवस्था, भाषा, भजन, भूषा, दवा के बदलाव से ही संभव है। आज देश में फैला भ्रष्टाचार स्वाभिमान ट्रस्ट का पहला निशाना है। देश में प्रतिवर्ष 17 लाख करोड़ रुपये की लूट केन्द्र सरकार से लेकर पंचायत तक होती है। यह सब विकास योजनाओं के माध्यम से लूटा जाता है। नेता, अधिकारी व कर्मचारी इसमें सहभागी बने हुए हैं। यह बात हरिद्वार से आए भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के राष्ट्रीय मंत्री राजीव दीक्षित ने कही।
भारत स्वाभिमान आंदोलन के मुख्य बिन्दुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वदेशी चिकित्सा व्यवस्था, स्वदेशी शिक्षा व्यवस्था, स्वदेशी अर्थव्यवस्था, स्वदेशी कानून व कर व्यवस्था, भारतीय संस्कृति की रक्षा, ग्रामीण स्वावलंबन जैसे उद्देश्यों को लेकर चलाया गया है। उन्होंने कहा कि देश और देशवासियों की वर्तमान समस्याओं का एक सूत्र में यदि निदान बताया जाए तो यह कहा जा सकता है कि ‘करे योग, रहे निरोग, स्वदेशी अपनाएं, देश बचाए।
भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के राष्ट्रीय मंत्री राजीव दीक्षित ने विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि आज लगभग 7 लाख करोड़ रुपया देश की 77 करोड़ आबादी विभिन्न बीमारियों के लिए प्रतिवर्ष खर्च कर रही है परन्तु फिर भी देश में ‘डायबिटिज, ‘ब्लड प्रैशर, ‘दमा, ‘अर्थराईटिस तथा ‘अस्थमा जैसी बीमारियां बढ़ती ही जा रही हैं। आज 8 करोड़ लोग कैंसर से पीडि़त हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में फैले इस दुष्चक्र को समाप्त करने के लिए भारत स्वाभिमान का नारा है ‘स्वयं चिकित्सक बनें-स्वस्थ रहें।
इस हेतु ट्रस्ट द्वारा 2 लाख 40 हजार योग शिक्षक तैयार किए जा चुके है ंऔर आगामी 2 वर्षों में 11 लाख योग शिक्षक तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
योग गुरु स्वामी रामदेव के भारत स्वाभिमान के प्रभावी वक्ता राजीव दीक्षित ने देश में व्याप्त समस्याओं का उल्लेख करते हुए कहा कि आज हमारे देश में अंग्रेजों द्वारा बनाए गए 34 हजार 735 कानून चल रहे हैं जो अंग्रेजों ने इस देश और यहां की जनता को गुलाम बनाने के लिए बनाए थे। इन्हें बदलने की आवश्यकता है। इनके रहते स्वतंत्रता व स्वराज्य बेमानी है। उन्होंने बलपूर्वक कहा कि देश का 72 लाख करोड़ रुपया स्विस बैंक में जमा है जहां 80 हजार खाते इस देश के नेताओं और अधिकारियों के हैं। इस धन को वापस लाना और राष्ट्र की सम्पत्ति घोषित करवा विकास में लगाने का लक्ष्य भारत स्वाभिमान मंच ने रखा है।
उन्होंने कहा कि इसीलिए हमने तय किया है कि आगामी 2014 के लोकसभा के चुनावों में भारत स्वाभिमान चुनिंदा लोगों को चुनाव लड़ाकर संसद में पहुंचाएगा जिससे देश में गुलामी की व्यवस्था स्थापित करने के लिए बनाए गए 34 हजार से भी अधिक कानूनों को बदला जा सके और 63 वर्षों से अंग्रेजों से मुक्त होने के बाद भी भ्रष्टाचार में डूबी इस व्यवस्था को बदलकर एक नये भारत का निर्माण किया जा सके।
0 comments :
Post a Comment