जनक्रांति पार्टी के संरक्षक एवं सांसद कल्याण सिंह ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए केंद्र द्वारा अधिगृहीत 67 एकड़ भूमि राम जन्मभूमि को दे दी जाए। कल्याण सिंह ने रविवार को लखनऊ में संवाददाताओं से यह बात कही।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अपने द्वारा अधिगृहीत 67 एकड़ भूमि राम मंदिर निर्माण के लिए सौंप दे क्योंकि इस भूमि का विभाजन कतई उचित नहीं होगा अगर ऐसा हुआ तो हमेशा के लिए यह भूमि झगडे़ की जड़ बना रहेगा जो न तो हिंदुओं के हित में होगा और न ही मुसलमानों के।
प्रधानमंत्री को भेजे पत्र में कहा गया है कि हाईकोर्ट ने अपने निर्णय में स्वीकार किया है कि अयोध्या में हिंदुओं के विशाल मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी और यह भी निर्णय दिया गया है कि राम जन्मभूमि पर श्रीरामलला विराजमान का स्वामित्व है।
लेकिन फैसले के दूसरे हिस्से में उस भूमि को तीन बराबर हिस्सों में बांटा गया है ऐसी स्थिति में रामलला के हिस्से केवल 500 वर्गगज जमीन ही आएगी। जिसमें भव्य राममंदिर का निर्माण संभव नही है। कल्याण ने कहा है कि न्यायालय द्वारा दिया गया निर्णय 1500 गज जमीन का है जिसे तीन हिस्सो में बांटा गया है ऐसी स्थिति में रामलला के हिस्से मात्र 500 वर्गगज जमीन ही आएगी।
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