जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आज मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की टिप्पणी को लेकर विपक्षी भाजपा और नेशनल पैन्थर्स पार्टी के विधायकों ने खूब हंगामा किया। विरोध कर रहे विधायकों ने जब आसन के समक्ष आने की कोशिश की तो उन्हें मार्शल जबरदस्ती बाहर ले गए।
भाजपा के वरिष्ठ नेता चमन लाल गुप्ता ने बताया कि इसी दौरान पैंथर्स पार्टी का एक सदस्य और भाजपा के तीन सदस्य जुगल किशोर, सुखनंदन और लालचंद घायल हो गए। भाजपा विधायक दल ने विधानसभा सत्र के शेष भाग के बहिष्कार का फैसला किया है। सत्र नौ अक्टूबर को समाप्त होगा।
उमर अब्दुल्ला ने राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति पर विधानसभा में हुई दो दिवसीय बहस के समापन पर कल कुछ टिप्पणियाँ की थीं जिन्हें लेकर भाजपा सदस्य नाराज हो गए।
भाजपा का कहना है कि जम्मू-कश्मीर के संबंध में ऐसा कोई विवाद नहीं है जिसे हल किया जाना है। भाजपा के इस रुख का प्रत्यक्ष संदर्भ देते हुए उमर ने कहा था कि अगर ऐसा होता तो शिमला समझौता, लाहौर घोषणापत्र तथा आगरा और दिल्ली में बातचीत की कोई जरूरत नहीं होती।
उमर ने यह भी कहा था कि कश्मीर एक मुख्य मुद्दा है जिसके हल की जरूरत है। कश्मीर का भारत में विलय नहीं हुआ था बल्कि कुछ कुछ विशेष शर्तों के साथ एक समझौता था. उन्होंने कहा था कि यह एक राजनीतिक मुद्दा है और इसे सिर्फ विकास, रोजगार ओर बेहतर प्रशासन से ही नहीं सुलझाया जा सकता।
0 comments :
Post a Comment