
मुख्यमंत्री ने महाअभियान को गुजरात स्वर्णजयंती वर्ष का अनोखा आयोजन करार देते हुए पढ़ने की प्रवृत्ति अपनाने की अपील की। महा-अभियान में मुख्यमंत्री के अलावा राज्य मंत्रिपरिषद के सदस्य, सांसद, विधायक , स्थानीय निकायों के सदस्य, शिक्षक तथा स्कूली विद्यार्थी आदि 60 लाख से अधिक ने हिस्सा लिया। संख्या और एक ही समय सामूहिक अध्ययन के लिहाज से यह एक रिकॉर्ड है। हिंद स्वराज पुस्तक का अध्ययन करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि अध्ययन की महिमा भारत में सदियों से सर्वस्वीकृत है।
कंप्यूटरयुग में नई पीढ़ी में पुस्तक अध्ययन की प्रवृति विकसित करना समय की मांग है। इससे युवा पीढ़ी के व्यक्तित्व विकास में नया आयाम जोड़ेगी। बहरहाल शनिवार सुबह नौ से दस बजे के दौरान राज्यभर में जगह-जगह सामूहिक अध्ययन की व्यवस्था की गई थी। सामूहिक अध्ययन का इंतजाम किया। ताकि लोगों में आयोजन के प्रति जिज्ञासा पैदा हो जिससे उन तक अभियान का संदेश भी पहुंचे।
नरेन्द्र मोदी भारतीय राजनीति के हीरो है जो हमारे नेताओ के आदर्श हो सकते है.
ReplyDelete