कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का मानना है कि अयोध्या विवाद पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ का फैसला छह दिसम्बर, 1992 को बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के कदम को माफ नहीं करता। उनका कहना है कि यह घटना एक शर्मनाक एवं आपराधिक हरकत थी और इसे अंजाम देनेवालों को अवश्य ही सजा मिलनी चाहिए।
कांग्रेस के मुखपत्र कांग्रेस संदेश के ताजा अंक के संपादकीय में सोनिया ने लिखा है, "अयोध्या विवाद पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ का फैसला छह दिसम्बर, 1992 को बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के कदम को माफ नहीं करता; क्योंकि वह एक शर्मनाक एवं आपराधिक हरकत थी, जिसके लिए इस हरकत को अंजाम देनेवालों को अवश्य ही सजा मिलनी चाहिए।"
सोनिया ने लिखा है, "कांग्रेस पार्टी राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद हकदारी मामले में न्यायिक प्रक्रिया के परिणाम का स्वागत करती है। फिर भी हमें अपील दायर होने पर सर्वोच्च न्यायालय के अंतिम फैसले की प्रतीक्षा करनी चाहिए। पार्टी विवाद से सम्बंधित पक्षों द्वारा सौहार्दपूर्ण एवं शांतिपूर्ण समझौते की कोशिशों का स्वागत करती है।"
Pagla gai hain kya ji, ya budhi brasht ho gai hai, inki.
ReplyDeleteHE RAM SONIYA KO SADBUDHI DO PURASKAR PANE WALE KO SAJA KIBAAT KARTI HAI
ReplyDeleteBURBAK KO SING (HORN) NAHI HOTA HAI. USKE BOLNE AUR CHALANE KE DHANG SE PAHCHANA JATA HAI
ReplyDeleteइस सपाट चेहरे पर कैसे राजीव दीवाना हो गया जरुर कोई बात है कही इसमें सी.आइ.ए.की भूमिका तो नहीं
ReplyDeleteElection ka samay aa gayaa hai, to in kangrasseion ki bak bak shuroo. Is firengan ko kaho ki apne ghar ja aur Hindusthan ko aur tabah mat kar. Ishwar is k maaf nahin karega.
ReplyDeletethis lady is talking whateve she feels. She can not understand the hindu mind.
ReplyDeleteउनको भी....... जिन्होंने ८४ का गद्दर मचाया.....
ReplyDeleteउनको भी...... जिन्होंने एक विभाजन के देश पर लाद दिया और दूसरी के तैयारी में है.
उनको भी..... जिसने ६३५ करोड़ के बजट को खेल खेल में ७०,००० करोड़ तक पहुंचा दिया...
उनको भी ..... जिनके राज में इंसानों को मय्यसर न होने वाला गेहूं सड़ गया
उनको भी...... जो रोटी से खेलने लगा....
उनको भी ..... जो एक विदेशी को भारत के सीने पर बैठा कर रख दिया.
यहाँ पर सभी कमेंट्स अच्छे है मैं यह जानना चाहूंगी की जो लोग यह कहते है कि बाबरी मस्जिद गिरना असंवेधानिक था उन्हें आप क्या उत्तर देंगे ? भावनायों का जवाब नहीं तर्क से बताएं
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