कर्नाटक में बी . एस . येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने विधानसभा में हुए शक्तिपरीक्षण में विश्वासमत हासिल कर लिया है। मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने विश्वासमत का प्रस्ताव सदन में पेश किया जिसके पक्ष में 106 विधायकों ने अपना मत दिया जबकि 100 विधायकों ने इसके खिलाफ मत दिया।
येदियुरप्पा और बीजेपी के लिए सदन में दूसरी बार विश्वास मत हासिल करना मुश्किल नहीं रहा क्योंकि 224 सदस्यीय विधानसभा में 16 बागी विधायकों को अयोग्य करार दिए जाने के बाद से प्रभावी सदस्य संख्या घटकर 208 ही रह गई थी।
इससे पहले कर्नाटक विधानसभा सत्र स्थगित करने की विपक्षी दल कांग्रेस की मांग को भी खारिज कर दिया गया। कांग्रेस के नेता एस. सिद्धारमैया ने मांग की थी कि प्रस्ताव को हाई कोर्ट का फैसला आने तक टाल दिया जाना चाहिए। हाई कोर्ट को अयोग्य ठहराए गए 16 विधायकों की याचिका पर फैसला सुनाना है। स्पीकर के. जी. बोपैया ने कहा कि, यह सत्र राज्यपाल के निर्देश पर विश्वासमत के लिए विशेष तौर पर बुलाया गया है और इसे स्थगित नहीं किया जा सकता।
ऐसे तमाचे लगातार पड़ते रहना चाहिये… हालांकि कांग्रेसी अपनी नीचता से फ़िर भी बाज नहीं आयेंगे…
ReplyDeleteहंसराज भारद्वाज जैसे लोगों को इस देश में ही राज्यपाल बनाया जा सकता है ...? शर्मनाक है इस देश में राज्यपाल की नियुक्ति की प्रक्रिया ...
ReplyDeleteहंसराज भारद्वाज जैसे लोग ही तो कांग्रेस के चमचे हैं
ReplyDeleteHansraj bharadwaj neta nahi ye soniya charch giroh ka sadasya hai .
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