बाबा साहब अंबेडकर की परिनिर्माण भूमि को राजघाट के बराबर दर्जा दिलाने के लिए कांग्रेस और बीजेपी सहित अन्य दलों से संबंध रखने वाले दलित सांसद और मंत्री गांधी परिवार के सदस्यों की समाधि और बापू की समाधि राजघाट का बहिष्कार करेंगे।
उन्होंने कहा कि अगर महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता माना जाता है तो डॉ. अंबेडकर को भी राष्ट्र के संविधान का पिता माना जाता है। केंद्र सरकार दिल्ली आ रहे अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा को राजघाट पर ले जाने का कार्यक्रम तय कर रही है। उनकी मांग है कि बराक ओबामा को अंबेडकर की परिनिर्माण भूमि पर ले जाया जाए।
समिति के राष्ट्रीय संयोजक टीएम कुमार ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती तब तक पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्य नारायण जटिया , पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान, पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष चरणजीत सिंह अटवाल, पूर्व सांसद थावर चंद गहलोत, राष्ट्रीय अध्यक्ष जस्टीस पार्टी के डॉ. उदित राज, पूर्व केंद्रीय मंत्री योगेंद्र मकवाना, पूर्व चेयरमेन राष्ट्रीय अजा आयोग के एच हनुमन थप्पा , रामदास अठवाले, सांसद जीडी सीलम, टीएम कुमार, सांसद अशोक अर्गल, विधायक आत्माराम भाई आदि सहित अन्य दलित नेता बापू की समाधि और गांधी परिवार के सदस्यों की समाधि का बहिष्कार करेंगे।
उन्होंने बताया कि यदि केंद्र सरकार उनकी मांग नहीं मानती तो देश के सभी राज्यों में धरना प्रदर्शन करते हुए भोपाल में 31 अक्टूबर बोर्ड आफिस चौराहे पर धरना प्रदर्शन करेंगे और 6 दिसंबर को को दिल्ली में राष्ट्रीय सम्मान रैली निकाली जाएंगी।
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