अखिल भारतीय भारत दल के संस्थापक योगीराज स्वामी गौरीशंकर अवधूत (124) का दावा है कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस (113) आज भी जीवित हैं। देश के बड़े राजनीतिज्ञ और मुख्य पदों पर आसीन गणमान्य लोग कई बार नेताजी से मुलाकात कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि नेतीजी के लिए जन जागरण अभियान शुरू कर रखा है।
अभियान के तहत बुधवार को अखिल भारतीय भारत दल द्वारा शहर में विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी और उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा जाएगा। जगन्नाथ मंदिर से शुरू होकर शोभायात्रा गुड़मंडी, सलारजंग गेट, स्काइलार्क रोड से होती हुई जीटी रोड पर जाएगी।
इसके बाद बस स्टैंड, लालबत्ती चौक से होकर उपायुक्त कार्यालय पर पहुंचेगी। उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने के बाद मॉडल टाउन, शिवाजी स्टेडियम, आठ मरला, जाटल रोड से होकर वापस जगन्नाथ मंदिर में पहुंचेगी। 21 अक्टूबर को शिवाजी स्टेडियम में कार्यक्रम आयोजित कर सभा में मौजूद लोगों को नेताजी के विषय में बताया जाएगा।
उन्होंने दावा किया कि नेताजी देश को मिली आजादी से संतुष्ट नहीं है, बल्कि इसे देशवासियों के लिए कमजोरी मानते हैं। उन्होंने कहा कि कई बार मैं खुद भी नेताजी से मिल चुका हूं और देश के बड़े-बड़े नेता आजाद हिंद फौज के निर्माता से मुलाकात कर चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि नेताजी 1941 में काबुल सहित कई देशों में देखे गए। 1955 में रूस के तत्कालीन राष्ट्रपति और 1958 में देश की एक अन्य उपलब्धि भी नेताजी से मिलकर आई थी।
पंजाब के आतंकवाद को खत्म करने का रास्ता भी नेताजी द्वारा ही बताया गया था। 28 मई 1964 को नेहरू के पार्थिव शरीर के पास नेताजी सुभाषचंद्र बोस साधु के वेश में भारत पहुंचे थे। नेताजी को नोनिहाल फिल्म में साफ तरह से देखा जा सकता है। 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति इरान में मिलकर आए थे।
20 अप्रैल 2006 में भारत में भी आए थे। उन्होंने दावा किया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस इस समय जापान सीमा पर हैं। भूटान, नागालैंड, चीन की संयुक्त सेना लेकर देश की तरफ बढ़ रहे हैं।
pls sir..............thodi to aisi baat kigiye jis per viswas kar ne ka thoda to dil kare .....(nind se jago pyare mohan)
ReplyDeleteपरन्तु कुछ लोग यह दावा करते हैं की नेताजी काफी समय तक काफी समय तक फैजाबाद में रहे तथा अस्सी के दशक में उनकी मृत्यु हुई | उदहारण के लिए यूट्यूब के इस चैनल http://www.youtube.com/user/vishalsahotas पर कुछ विडियो देखे जा सकते हैं | उपरिलिखित लेख में नेताजी के जीवित होने पर तो विशवास किया जा सकता है, जहां तक उनके ११३ वर्ष के होने का प्रश्न है वहां भी यह सोचा जा सकता है कि यदि अवधूत जी १२४ वर्ष तक रह सकते हैं तो नेताजी क्यों नहीं? परन्तु अंतिम पंक्ति जिसमे कहा गया है "भूटान, नागालैंड, चीन की संयुक्त सेना लेकर देश की तरफ बढ़ रहे हैं" अविश्वसनीयता उत्पन्न कर देती है |
ReplyDeleteNETAJI STILL ALIVE !
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netaji still alive !!!!!!!!!!!!!!!!
It is open secret by mejor country .
arise and awake until the truth is coming
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