इलाहाबाद हाईकोर्ट के द्वारा अयोध्या विवाद पर आए के फैसले के बाद फिर से अदालत के बाहर मामले को सुलझाने के प्रयास तेज हो गए हैं. अयोध्या टाइटल सूट मामले के सबसे पुराने पक्षकार हाशिम अंसारी ने हनुमानगढ़ी के महंत ज्ञान दास से मुलाकात की और मामले को अदालत के बाहर निबटारे की संभावनाओं पर बात की.
हालांकि यह आसान नहीं है, क्योंकि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने यह ऐलान किया है कि वह इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में नया पक्षकार बनेगा.
वहीं, प्रयाग पीठ के शंकराचार्य ओंकारनंद सरस्वती जी महाराज ने जयपुर के कर्बला मैदान पर मुस्लिम समुदाय को संबोधित किया और दोनों समुदायों के बीच सामंजस्य की अपील की. उन्होंने यह भी कहा कि यदि मुस्लिम समुदाय इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाता है, तो वे इसका समर्थन करेंगे, लेकिन शर्त यह है कि सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आए,सभी को मान्य होना चाहिए.
सुन्नी वक्फ बोर्ड इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले पर विचार करने के लिए अगले सप्ताह बैठक बुला रहा है. वक्फ बोर्ड और हिंदू महासभा, दोनों ही सुप्रीम कोर्ट में जाने की तैयारी कर रहे हैं. लेकिन साथ ही साथ कोर्ट के बाहर मामले के निबटारे के भी प्रयास चल रहे हैं.
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