भाजपा संसदीय दल के अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने मंगलवार को कहा कि हमें इस बात पर निराश नहीं होना चाहिए कि 2जी स्पेक्ट्रम, आदर्श आवासीय सोसायटी और राष्ट्रमंडल खेलों में कथित भ्रष्टाचार की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की विपक्ष की मांग को सरकार नहीं मान रही है, बल्कि इसके लिए संघर्ष को तेज करना चाहिए।
भाजपा संसदीय दल की मंगलवार को हुई बैठक के बाद राज्यसभा में पार्टी के उप नेता एसएस अहलूवालिया ने बताया कि आडवाणी ने कहा कि निराश होने के बजाय हमें जेपीसी की अपनी मांग को आगे बढ़ाना चाहिए जिससे संसद के पिछले सत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू की गई लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाया जा सके।
लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने बैठक में पार्टी के सांसदों से कहा कि पहले भी जेपीसी की मांग को सरकार ने आसानी से नहीं माना है और इसके लिए संघर्ष करना पड़ा है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने पार्टी सांसदों से कहा कि भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक [सीएजी] की रिपोर्ट लोकलेखा समितियों के पास भेजी जाती हैं, जो इसके प्रत्येक पैराग्राफ का विश्लेषण करती है, लेकिन सीएजी की रिपोर्ट चर्चा के लिए संसद के दोनों सदनों में कभी नहीं लाई जातीं।
इसे देखते हुए 2 जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाला मामले के सभी पहलुओं की जांच के लिए जेपीसी की जरूरत है। जेटली ने कहा कि सीबीआई पर हमारा भरोसा नहीं है। केंद्रीय सतर्कता आयोग की विश्वसनीयता पर भी सवाल हैं। इसलिए इस पर भी हमारा विश्वास नहीं है।
0 comments :
Post a Comment