हुर्रियत पार्टी के कट्टरपंथी धड़े के नेता अली शाह गिलानी की तरफ से रविवार को आहूत नागरिक कर्फ्यू का कश्मीर के दुकानदारों ने बहिष्कार किया। कर्फ्यू के आह्वान के बाद भी दुकानदारों ने पूरे सामान के साथ अपनी दुकानें खोली। गौरतलब है कि ओबामा की भारत यात्रा को देखते हुए गिलानी ने तीन दिवसीय नागरिक कर्फ्यू का आह्वान किया था लेकिन सड़क के किनारे स्थित दुकानदारों ने इस कर्फ्यू का बहिष्कार करने का निर्णय लिया था।
एक विक्रेता खालिद ने बताया कि पिछले चार महीनों में हम बहुत ज्यादा कर्फ्यू और बंद देख चुके हैं। अब हम अपने परिवार वालों का पेट भरना चाहते हैं। हम अब इस तरह के कामों में हमेशा व्यस्त नहीं रह सकते। विक्रेताओं के द्वारा बहिष्कार की यह घटना तब हो रही है जब कुछ हफ्तों पहले एक अज्ञात समूह जम्मू एंड कश्मीर इत्तेहादी इस्लामी ने हुर्रियत पार्टी से मांग की थी कि वह कर्फ्यू और बंद के अपने कैलेंडर में सुधार लाए क्योंकि इससे घाटी में सिर्फ आर्थिक नुकसान ही हो रहा है।
दूसरी तरफ हड़ताल के कारण घाटी में रविवार को भी आम जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। ज्यादातर दुकानें, निजी दफ्तर और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहें। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि घाटी में स्थिति शांतिपूर्ण है और कहीं भी कर्फ्यू या किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाया गया है।
aaise neta ko sare aam nazar band kar ke
ReplyDeletekuch khane ko n diya jaye .
taki gilani jaise log janta ko samajh sake.