केरल में मुसलमानों पर कराए गए एक सर्वे को लेकर बवाल मच गया है। स्थानीय पुलिस ने सर्वे कराने वाली संस्था के खिलाफ मुकदमे की तैयारी कर ली है। अमेरिका के एक संगठन की ओर से कराए जा रहे इस सर्वे को धर्म के आधार पर दो समुदायों के बीच नफरत फैलाने की कोशिश करार दिया गया है। इस सर्वे को लेकर स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है।
केंद्र ने खुफिया ब्यूरो से इस सर्वे के बारे में रिपोर्ट मांगा है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री एम. रामचंद्रन ने गुरुवार को कोच्चि में पत्रकारों से कहा, ‘मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है।’
इस सर्वे के तहत पूछे जाने वाले सवाल कुछ इस तरह हैं- क्या आप खुद को पहले भारतीय समझते हैं या मुसलामान? भारत में इस्लामिक कानून लागू किए जाने के बारे में आप क्या सोचते हैं? क्या आप बुरका पहना पसंद करते हैं? अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बारे में आपका क्या ख्याल है? वगैरह।
टीएनएस नाम की इस एजेंसी का कार्यालय हैदराबाद में भी है। इस एजेंसी ने तिरुवनंतपुरम की कारिमदम कॉलोनी में गत 2 अक्टूबर को सर्वे किया। मुस्लिम आबादी बहुल इस कॉलोनी में करीब 100 गरीब परिवार रहते हैं। सर्वे करने वाली टीम के सभी पांच सदस्य महिलाएं ही थी।
83 पन्नों की यह प्रश्नावली केरल पुलिस के निशाने पर भी है। केरल पुलिस के डीजीपी जैकब पुनोज ने कहा कि इस सर्वे से सवालों से लगता है कि इससे लोगों की भावनाएं भड़क सकती हैं। हमने आईपीसी की धारा 153(ए) के तहत मामला दर्ज करने की तैयारी की है। यह धारा जाति और मजहब के आधार पर दो समुदायों के बीच नफरत फैलाने के मामले से जुड़ी है।'
There was nothing objectionable in the survey per the queries. Congis and commies get nervous when they feel their vote bank is being threatened. They should think of how Hinduism is being assaulted by these creeps on purpose to divide the community on the basis of caste etc. They were dumb in case of Taslima being tortured by the congi-commie raised moslem vote bank's objections also. Under this congi-commie rule people should not be allowed to think & hence express themselves freely.
ReplyDeleteSurveys are carried out to study about a selected subject through opinions of other people.
ReplyDeleteIf the Survey Team was asking these questions to muslims, then they shouldnt feel bad about it. The people who feel bad are the ones who cannot face truth & they are got to be gandhians.