योग शिविर के माध्यम से भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम में निकले योग गुरु बाबा रामदेव की सभाएं अब उत्तरप्रदेश की मायावती सरकार को भी खलने लगी हैं। उनकी सोमवार को महाराजगंज में प्रस्तावित सभा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। महाराजगंज जिला प्रशासन ने उनके योग शिविर की वीडियोग्राफी कराने के भी आदेश दिए हैं। उधर, खुद बाबा रामदेव ने शनिवार को बस्ती में कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर देश की जनता उनके साथ है। महराजगंज के जिलाधिकारी विनय श्रीवास्तव ने बताया कि निषेधाज्ञा लगी होने के कारण बाबा रामदेव की सभा को अनुमति नहीं दी गई है।
योग गुरु को सोमवार को महाराजगंज के जवाहरलाल नेहरू पीजी कॉलेज के योग शिविर में रहना है। इसके बाद सिसवा बाजार के महात्मा गांधी इंटर कॉलेज में सभा होनी थी। जिलाधिकारी ने योग शिविर की वीडियोग्राफी का कोई ठोस कारण नहीं बताया है। बसपा प्रमुख और उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने भी 17 मार्च को पार्टी के 25 साल पूरे होने पर लखनऊ की एक आमसभा में बाबा रामदेव का नाम लिए बिना उनकी आलोना की थी। उन्होंने कहा था, ‘एक बाबा है जो लोगों को कसरत सिखाता है तथा राजनीति में भी आना चाहता है।’
एक अरब जनता हमारे साथ
उत्तरप्रदेश के बस्ती जिले में बाबा रामदेव ने शनिवार को कहा कि देश की एक अरब से ज्यादा जनता इस मुहिम में उनके साथ है। जल्द ही विदेशी बैंकों में जमा करोड़ों लाख रुपए का काला धन देश में वापस लाने का अभियान शुरू किया जाएगा। वे सुबह किसान डिग्री कॉलेज में दो घंटे तक योग और प्राणायाम की शिक्षा देने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे।
0 comments :
Post a Comment