भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री और राजस्थान प्रभारी किरीट सोमैया ने कॉमनवेल्थ गेम्स में हुए घोटालों में राजस्थान में राज्यपाल रहे एस.के. सिंह के पुत्र कनिष्क सिंह के शामिल होने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि कनिष्क सिंह कांग्रेस के एक हाई प्रोफाइल महासचिव के स्टाफ में शामिल हैं और उनकी शह पर सरकार ने खेलों के लिए निर्माण करने वाली कंपनी एमार एमजीएफ को 2100 करोड़ रुपए बिना किसी कारण के अग्रिम दे दिए। उन्होंने इस संबंध में सरकार और कंपनी के बीच हुए एग्रीमेंट भी दिखाए और आरोप लगाया कि 70,000 करोड़ रुपए के घोटाले में कांग्रेस के मंत्री और पदाधिकारी शामिल हैं। उन्होंने मामले की जांच संयुक्त संसदीय समिति से कराने की मांग की है। सोमैया ने पूछा कि कनिष्क कांग्रेस सचिवालय में किस हैसियत से हैं और किसके लिए काम करते हैं? उनका एमार एमजीएफ परिवार से क्या संबंध है?
2100 करोड़ का गणित: सोमैया ने बताया कि खेलों में आवासीय व्यवस्था के लिए 20,91,525 वर्ग फुट निर्माण कराना था। इसके लिए डीडीए ने जमीन दी। इसके बाद कंपनी ने पैसा नहीं होने की बाद कहकर सरकार से सहयोग मांगा।
केंद्र सरकार और डीडीए ने एक ऑर्डर एग्रीमेंट से 767 करोड़ रुपए नकद और 697 वर्ग फुट रेडीमेड कंस्ट्रक्शन एरिया एमार एमजीएफ को दे दिए। इस निर्मित क्षेत्र की कीमत 25,000 रुपए वर्ग फुट के हिसाब से 1750 करोड़ रुपए होती। इसमें से 400 करोड़ वास्तविक लागत घटाने पर 1350 करोड़ रुपए बचते हैं। इसमें नकद दी राशि 767 करोड़ जोड़ने पर कुल राशि 2117 करोड़ रुपए होती है। उन्होंने कहा कि इस मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए।
रेड्डी और शीला क्यों नहीं: सोमैया ने कहा कि कांग्रेस के आलाकमान ने घोटाले उजागर होने के बाद कलमाड़ी को तो हटा दिया, लेकिन शहरी विकास मंत्री जयपाल रेड्डी और दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।
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