कई आतंकियों ने हज यात्रियों से धन इकट्ठा करने के लिए बार-बार सालाना हज यात्रा का इस्तेमाल किया और इस तरीके से इकट्ठा हुए धन का इस्तेमाल मुम्बई हमले में किया गया। यह जानकारी विकिलीक्स द्वारा प्रकाशित अमेरिका के एक गोपनीय संदेश में सामने आई है।
' स्काई न्यूज' की एक रिपोर्ट में 'न्यू यार्क टाइम्स' द्वारा प्रकाशित उन सम्भावित तरीकों की एक लम्बी सूची का जिक्र किया गया है, जिनके इस्तेमाल के जरिए आतंकी अपनी गतिविधियों के लिए पैसा जुटाते हैं। एक संदेश में कहा गया है कि आतंकियों ने हज यात्रियों से धन जुटाने के लिए सालाना हज यात्रा का बार-बार इस्तेमाल किया और उस धन का इस्तेमाल मुम्बई हमले में किया।
बाकी दस्तावेजों में कहा गया है कि अमेरिका मानता है कि सऊदी अरब के जकात दाता, ''दुनिया भर में सुन्नी आतंकी संगठनों के वित्त पोषण के अति महत्वपूर्ण स्रोत हैं।'' अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन द्वारा दिसम्बर 2009 में भेजे गए एक संदेश में सऊदी अरब को अलकायदा के लिए ''एटीएम मशीन'' बताया गया है।
लीक संदेशों में कहा गया है कि संयुक्त अरब अमीरात में मौजूद रणनीतिक कमजोरी का आतंकी दुरुपयोग करते हैं। कतर को आतंक विरोध के मामले में सबसे बुरा बताया गया है।
कुछ गोपनीय संदेशों में दुनिया में कुछ ढांचागत सुविधाओं को आतंकी हमले की स्थिति में अमेरिकी सुरक्षा के लिए गम्भीर बताया गया है।
दस्तावेज में दुनियाभर में सैकड़ों पाईपलाइनों, तारों और औद्योगिक स्थलों का विवरण दिया गया है, जिन्हें अमेरिका अपने हितों की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण मानता है। उन जगहों पर होने वाले खतरे का अमेरिकी सुरक्षा पर गम्भीर असर हो सकता है।
संदेश के मुताबिक अमेरिकी दूतावासों को सम्बंधित देशों में स्थित उन प्रमुख जगहों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया था, जिनके ध्वस्त होने पर अमेरिका के सार्वजनिक स्वास्थ्य, आर्थिक सुरक्षा और राष्ट्रीय व घरेलू सुरक्षा पर असर पड़ सकता था।
ये कोई नयी बात नही है इस्लाम अरेबियन राष्ट्राबाद ही है वहा तो आतंकी ही तैयार किये जाते है सारा विश्व ही परेशान है.
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