अमेरिका में भारत की राजदूत मीरा शंकर के साथ अमेरिका के जैक्सन-एवर्स इंटरनेशनल एयर पोर्ट पर बदलसूकी की गई है। मिसीसिपी में ४ दिसंबर को हुई इस घटना में साड़ी पहने हुए मीरा शंकर को लाइन से बाहर कर उनकी चेकिंग की गई। साड़ी के चलते ही सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें लाइन से अलग कर उनकी जांच की जबकि मीरा शंकर ने सुरक्षा कर्मियों को यह बताया कि वे राजदूत हैं। राजदूतों को इस तरह की जांच से छूट मिली हुई है।
भारत के विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा ने कहा है कि मुझे आश्चर्य है कि भारत के राजनयिक के साथ इस तरह का व्यवहार किया गया। उन्होंने कहा कि ऐसा व्यवहार अस्वीकार्य है। कृष्णा के मुताबिक वह इस मुद्दे को अमेरिकी सरकार के सामने उठाएंगे। कृष्णा ने उम्मीद जाहिर की यह मामला सुलझ जाएगा। विदेश मंत्रालय ने अमेरिका में मौजूद भारतीय दूतावास से इस मामले की रिपोर्ट मांगी है।
मीरा मिसीसिपी स्टेट यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद बाल्टीमोर जाने के लिए फ्लाइट पकड़ने के लिए पंक्ति में खड़ी थीं। मीरा ने सुरक्षा कर्मियों को अपने राजनयिक होने से जुड़े काग़ज़ात दिखाए। इस दौरान मीरा शंकर के साथ मिसीसिपी विकास प्राधिकरण का प्रतिनिध और एयर पोर्ट का एक सुरक्षा अधिकारी भी था। लेकिन इसके बावजूद सुरक्षा कर्मी उन्हें वीआईपी लाउंज की ओर ले गए जहां एक महिला सुरक्षा कर्मी ने मीरा शंकर की चेकिंग की। मौके पर मौजूद चश्मदीदों के मुताबिक सुरक्षा कर्मियों ने मीरा से कहा कि उन्हें इसलिए अलग करके जांच की जा रही है क्योंकि वह साड़ी पहने हुए हैं। जैक्सन एयर पोर्ट पर पूरे शरीर की जांच करने वाले स्क्रीनर नहीं हैं।
मीरा शंकर मिसीसिपी एयर पोर्ट पर मिसीसिपी स्टेट यूनिवर्सिटी की मेहमान के तौर पर पहुंची थीं। मिसीसिपी में मीरा शंकर लेफ्टिनेंट गवर्नर फिल ब्रायंट, मिसीसिपी विकास प्राधिकरण के प्रतिनिधि और जैक्सन में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों से मिली थीं। जैक्सन में मीरा शंकर ने करीब १०० लोगों को एक कार्यक्रम में संबोधित भी किया था। गवर्नर हेली बार्बर के प्रवक्ता डैन टर्नर ने कहा कि गवर्नर का कार्यालय इस मामले की जांच कर रहा है। टर्नर ने कहा कि हम इस समय पूरी घटना के बारे में जानना चाहते हैं।
मिसीसिपी स्टेट यूनिवर्सिटी से जुड़े राडवानी ने भी मीरा शंकर की जांच के समय वहां पर मौजूद थे। एयर पोर्ट सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि ३० लोगों के समूह में सिर्फ मीरा शंकर को ही जांच के लिए अलग किया गया। गौरतलब है कि अमेरिका में बने नए कानून के मुताबिक अगर कोई यात्री भारी भरकम कपड़े पहनता है तो उसकी अतिरिक्त जांच की जाएगी।
सुरक्षा एजेंसी के प्रवक्ता ने इस बारे में बयान जारी कर कहा है कि मीरा शंकर की जांच मौजूदा कानून के मुताबिक हुई है। इसके अलावा अगर किसी शख्स के गुजरने पर मेटल डिटेक्टर बजता है या कोई शख्स बॉडी स्कैनर के इस्तेमाल से मना कर देता है तो उसकी जांच सुरक्षा कर्मी अपने हाथों से करते हैं।
इस बारे में जारी दिशा निर्देशों के मुताबिक यात्री के निवेदन पर उसकी जांच गोपनीय ढंग से की जाए तो उसकी जांच गोपनीय ढंग से होनी चाहिए। लेकिन चश्मदीदों के मुताबिक मीरा शंकर के बार-बार कहने के बावजूद उन्हें एक बॉक्स में ले जाकर चेकिंग की गई। यह बॉक्स पारदर्शी था। इस जांच से तिलमिलाई मीरा ने मौके पर मौजूद लोगों से कहा कि वे फिर कभी मिसीसिपी नहीं आएंगी।
जिस देश में रोज बम फूटते हों जो देश भ्रष्टाचार में अग्रणी हो ! जहां के नेता और नौकरशाह भ्रष्ट और बेईमान हों उनके साथ अगर ऎसा हुआ है तो कोई अचरज की बात नहीं !
ReplyDeleteunke saath bhi wohi karo jo inhone ab meera k saath kiya aur pehle Raksha Mantri George Fernadez k saath kiya tha
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