मुंबई पर हमले के बाद तनावपूर्ण स्थिति के बीच पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने अमेरिका से कहा था कि उनके देश पर अगर भारत हमला करता है तो इस्लामाबाद के पास जवाबी कार्रवाई के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा ।
विकीलीक्स द्वारा जारी दस्तावेज के अनुसार पाकिस्तान में तत्कालीन राजदूत एन्ने पैटरसन के साथ दो जनवरी को मुलाकात के दौरान जरदारी ने यह बात कही हालांकि आश्वासन दिया कि उनकी सरकार की नीतियां सरकारेतर संगठनों के कहने से नहीं चलेगी ।
पैटरसन मुंबई हमलों की जांच के सिलसिले में जरदारी से मिली थीं । जरदारी ने उन्हें बताया कि वह उनके देश पर भारत के हमले को बर्दाश्त नहीं करेंगे ।
दस्तावेज के अनुसार जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान में कश्मीर से अधिक कोई संवेदनशील राजनीतिक मुद्दा नहीं है ।
‘‘ जरदारी ने कहा कि उन्हें लेफ्टिनेंट जनरल शूजा पाशा : आईएसआई प्रमुख : ने डीसीआईए : केन्द्रीय खुफिया एजेंसी के प्रमुख : के साथ मुलाकात की जानकारी दी और उन्होंने भारतीयों को ‘चुनिंदा ’ जानकारी देने की इजाजत दे दी ।
दस्तावेज के अनुसार उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वह :और जनरल कयानी : भारत के साथ बेहतर रिश्ते के प्रति प्रतिबद्ध हैं ।
It is all trash talk. Only if the administration of Hindusthan really acts as it should have for the wellbeing and safeguarding of our interests, we won't be listening to this kind of nonsense comments. Hindusthan's misfortune is that the people in-charge of ruling the nation are super corrupt, anti-national & far worse than her enemies. External enemies are easier to deal with because they are easily identified but the internal enemies with doublespeak under the facade of secularism, supposed equality & justice while practicing & meaning quite opposite are the most dangerous & need to be dealt with without any mercy.
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