टिकटों के अलावा कमिटी ने 3 लाख कॉम्पलिमेंटरी पास की भी व्यवस्था की थी, लेकिन ओसी के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार लोग पास लेने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
शुक्रवार को गेम्स देखने पहुंचे ऐसे बहुत से दर्शको को निराशा हाथ लगी जो टिकट लेने के लिए बुकिंग विंडो पर पहुंचे। दिल्ली के ऋषभ अरोड़ा ने बताया कि शुक्रवार को बहुत से खेलों में तो भारत शामिल भी नहीं था, लेकिन फिर भी टिकट उपलब्ध नहीं हुए, जबकि अमूमन देखा जा रहै है कि स्टेडियम खाली पड़े हुए हैं, ऐसा क्यों हो रहा है, समझ में नहीं आता है। एक दूसरे खेल प्रेमी अमरजीत ने बताया कि संडे को भारत-पाक के बीच होने वाले हॉकी मैच के टिकट भी पिछले हफ्ते से उपलब्ध नहीं है और पास भी नहीं मिल रहे हैं। वैसे इस मसले पर कलमाड़ी ने कहा कि दर्शकों ने टिकटें तो खरीदी हैं, लेकिन गर्मी के चलते लोग मैच देखने नहीं आ रहे हैं।
घोटाले दर घोटालो के लिए जाने जाने वाले यह कॉमनवेल्थ गेम्स में हुए इस टिकट घोटाले पर वैसे कई तरीके की बातें सामने आ रही हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बड़ी तादाद में टिकट कबाड़ में बेच दिए गए हैं, तो कुछ के अनुसार अभी पूरे टिकट प्रिंट नहीं हुए है, कुछ लाख टिकटों की प्रिंटिंग चल रही है।
इस मसले पर शनिवार दोपहर सीजीएफ अध्यक्ष माइकल फेनेल ने बताया कि आज एक बैठक में यह फैसला किया गया है कि इस मामले की जांच होगी और इसकी रिपोर्ट संडे तक सौंप दी जाएगी।