गुजरात पर अपनी टिप्पणी को लेकर पैदा हुए विवाद के बीच मौलाना गुलाम मोहम्मद वस्तानवी ने कहा है कि राज्य के लोगों को महसूस हो रहा है कि वहां विकास हो रहा है । वह इस्लामिक संस्था दारूल उलूम देवबंद से इस्तीफा देने के निर्णय की घोषणा कर चुके हैं ।
उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात के लोग इस तथ्य से सहमत हैं कि राज्य में विकास हो रहा है और चाहे हिंदू हो या मुस्लिम हर कोई इसका हिस्सा है ।’’ बहरहाल उन्होंने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को क्लीनचिट नहीं दिया जाना चाहिए ।
इस बीच संस्था के उपकुलपति मौलाना अब्दुल खालिक मदरसी ने प्रेट्र से कहा कि इस्तीफे के मुद्दे पर 23 फरवरी को संस्था की प्रबंध समिति निर्णय करेगी ।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर उनका इस्तीफा स्वीकार किया जाता है तो समिति पद के लिए नये नाम पर विचार करेगी ।’’ उत्तरप्रदेश समाजवादी पार्टी के सचिव मावीया अली ने मांग की है कि प्रबंध समिति को वस्तानवी का इस्तीफा स्वीकार नहीं करना चाहिए ।
उन्होंने कहा, ‘‘यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि वस्तानवी को संस्थान में काम नहीं करने दिया गया जो उनके अनुभव का लाभ उठा सकता था ।’’
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