सोमवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वाराज की अगुआई में भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ कर्नाटक के भाजपा सांसदों का एक दल राष्ट्रपति से मिलने पहुंचा.
वहां उन्होंने राष्ट्रपति से मिलने के बाद उन्हें ज्ञापन सौंपा और कर्नाटक के राज्यपाल हंसराज भारद्वाज को वापस बुलाने की मांग की. भाजपा नेताओं ने राष्ट्रपति से राज्यपाल हंसराज भारद्वाज के खिलाफ शिकायत की.
वहीं बैंगलोर की अदालत मे येदयुरप्पा और उनके परिवार के खिलाफ तीन मामले दर्ज किये गये हैं.
दूसरी तरफ मुख्यमंत्री येदयुरप्पा ने राज्यपाल हंसराज भारद्वाज को खुली चुनौती दी है और परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा.
येदयुरप्पा भ्रष्टाचार के आरोपों में अपने खिलाफ अभियोग चलाने की अनुमति देने के राज्यपाल हंसराज भारद्वाज के फैसले पर रोक लगाने की मांग को लेकर आज हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं.
मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों ने बताया कि कई वकीलों और विधि विशेषज्ञों ने रविवार को करीब 93 दस्तावेजों का अवलोकन किया जिसके आधार पर राज्यपाल ने गत 21 जनवरी को येदयुरप्पा के खिलाफ अभियोग चलाने की अनुमति दी.
सूत्रों ने बताया कि येदियुरप्पा का प्रसिद्ध विधि विशेषज्ञ राम जेठमलानी भी मार्गदर्शन कर रहे हैं. उनके कोर्ट में मुख्यमंत्री की ओर से पेश होने की भी उम्मीद है.अधिवक्ता सिरजिन बाशा और के एन बलराज ने शहर की एक अदालत में दो फौजदारी याचिकाएं दायर की थीं.
इन्हीं दो वकीलों की याचिकाओं पर राज्यपाल ने येदयुरप्पा के खिलाफ अभियोग चलाने की अनुमति दी थी.सूत्रों ने हालांकि यह नहीं कहा कि क्या येदयुरप्पा इन शिकायतों पर कार्यवाही पर रोक लगाने के लिए भी प्रार्थना करेंगे. राज्यपाल के अनुमति देने से येदयुरप्पा भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर अभियोग का सामना करने वाले पहले मुख्यमंत्री होंगे.राज्य मंत्रिमंडल के 19 जनवरी के प्रस्ताव को खारिज करते हुए भारद्वाज ने येदियुरप्पा के खिलाफ अभियोग चलाने की अनुमति दे दी थी.
राज्यपाल के इस कदम को भाजपा ने संवैधानिक तौर पर ‘अनुचित’ और ‘राजनीति से प्रेरित’ बताया था.येदयुरप्पा ने अपने इस्तीफे की संभावना से इंकार किया था. वह अपनी सरकार पर मंडरा रहे राजनैतिक संकट और इस हालात से निपटने के लिए भावी रणनीति पर पार्टी के शीर्ष नेताओं से विचार-विमर्श करने के लिए दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं.
दोनों अधिवक्ता सोमवार को अतिरिक्त नगर दीवानी न्यायाधीश सी बी हिप्परागी के समक्ष येदयुरप्पा के खिलाफ 12 अतिरिक्त आरोपों को लेकर चार और शिकायतें दायर कर सकते हैं.मालूम हो कि भूमि हथियाने और उसे सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने सम्बंधी दो मामलों में मुख्यमंत्री के खिलाफ सोमवार को न्यायाधीश सी बी हिप्परागी की विशेष अदालत में सुनवाई होगी.
इन आरोपों में येदयुरप्पा के अलावा उनके दो बेटों सिमोगा से सांसद बी वाई राघवेंद्र और बीवाई विजेंद्र, दामाद आर एन सोहन कुमार, पूर्व भाजपा मंत्री एस एन कृष्णानैया सेट्टी और 'दावलगिरी प्रोपर्टी डेवलेपर्स लिमिटेड' के मालिक सहित अन्य करीबी सहयोगियों के नाम शामिल हैं.येदियुरप्पा ने वरिष्ठ नेताओं से ली सलाहबी एस येदयुरप्पा ने रविवार को भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की.
उन्होंने अपने ऊपर दर्ज मामलों का सामना करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर उनसे सलाह ली. कथित भ्रष्टाचार के आरोपों पर दो वकीलों ने उन पर आपराधिक मामले दाखिल कराए हैं.पार्टी सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पहुंचने के बाद येदयुरप्पा ने राज्यपाल हंसराज भारद्वाज द्वारा उनके खिलाफ अभियोग चलाने की अनुमति को चुनौती देने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से राजनीतिक और कानूनी रणनीति पर चर्चा की.
येदयुरप्पा सोमवार को भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी से भी मुलाकात करने वाले हैं. गडकरी अपनी पांच दिनों की चीन यात्रा से रविवार रात यहां पहुंचेंगे.नई दिल्ली रवाना होने से पहले येदयुरप्पा ने बेंगलुरू में पत्रकारों से कहा, 'राज्य में लोकतांत्रित रूप से चुनी गई सरकार को अस्थिर करने के लिए मैं पार्टी के शीर्ष नेताओं से अनुरोध करता हूं कि वह राज्यपाल को वापस बुलाने की राष्ट्रपति से मांग करें.
'मुख्यमंत्री ने शनिवार को अपने पद से हटने से इंकार किया और जोर देकर कहा कि उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है इसके लिए वह अंत तक संघर्ष करेंगे और अपना पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करेंगे.बेंगलुरू में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्यपाल हंसराज भारद्वाज द्वारा कार्रवाई की मंजूरी दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री राज्य में राजनीतिक हालात की जानकारी देने और उठाए जाने वाले अगले कदम के सम्बंध में पार्टी नेतृत्व से मशविरा करने के लिए रविवार दोपहर बाद दिल्ली रवाना हुए.
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