सोनिया गाँधी पर परोक्ष हमला करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने रविवार को कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सिर्फ एक बार के लिए चुने जाते थे, लेकिन अब यह पद ‘पारिवारिक एकाधिकार’ वाला रह गया है।
आडवाणी ने ब्लॉग पर अपनी नवीनतम टिप्पणी में लिखा है कि वे दिन थे जब प्रत्येक वर्ष कांग्रेस का नया अध्यक्ष होता था। तब से चीजें कितनी बदली हैं। अब लगता है कि पार्टी अध्यक्ष पद पर एक परिवार का एकाधिकार रह गया है और वह भी आजीवन। उन्होंने कहा कि महात्मा गाँधी का भी कांग्रेस पर काफी प्रभाव रहा, लेकिन वह भी सिर्फ एक बार 1924 में अध्यक्ष बने थे।
सोनिया गाँधी पिछले वर्ष चौथी बार निर्विरोध पार्टी अध्यक्ष बनी थीं। अध्यक्ष पद की अवधि को भी तीन वर्ष से बढ़ाकर पाँच वर्ष कर दिया गया।
अपने ब्लॉग पर आडवाणी ने 1980 में जनता पार्टी के चुनाव हारने के बाद उसकी ‘बुरी’ गत से वर्तमान संप्रग सरकार की तुलना की है, जो भ्रष्टाचार के कई आरोपों का सामना कर रही है। उन्होंने कहा कि अपने लेखों में वे जनता पार्टी को ‘आत्मघाती प्रवृत्ति’ से घिरे होने का जिक्र करते थे और इस शब्द का प्रयोग आज के अखबार वर्तमान सरकार के लिए कर रहे हैं।
ADVANI IS MAD BECAUSE OF HIS PARTY'S FAILURE TO GAIN VICTORY IN ELECTIONS TIME & AGAIN.HE IS STILL TRYING HIS BEST BY MAKING NONSENSE STATEMENTS.PEOPLE OF INDIA KNOW VERY WELL HOW TO DEAL WITH THIS MADNESS OF BJP.
ReplyDelete