उत्तर भारतीयों पर मनसे कार्यकर्ताओं की गुंडगर्दी का अब एक नया मामला सामने आया है। पिछले दो सालों से उत्तर भारत से आने वाले लोगों की ट्रेनों में छिना झपटी और मुंबई के स्टेशनों पर पिटाई की कई घटनाएं घट चुकी हैं। लेकिन अब छुट्टियों में अपने घर जा रहे उत्तर भारतीयों से मनसे कार्यकर्ता मारपीट कर रहे हैं।
हर साल भारी तादाद में उत्तर भारतीय अपने परिवार के साथ अप्रैल के अंतिम सप्ताह और मई के पहले सप्ताह में अपने गांव जाते हैं। ट्रेनों में टिकट के लिए वह घंटों आरक्षण की लाइन लगाते हैं तब जाकर उन्हें टिकट मिलता है। लेकिन यही लोग अब मनसे के निशाने पर आ गए हैं। पार्टी के कार्यकर्ता आए दिन इनके साथ मारपीट कर रहे हैं। वहां पर तैनात रेलवे पुलिस तमाशबीन बन कर खड़ी रहती है। गर्मी की छुट्टी के चलते उत्तर भारत के लिए कुर्ला टर्मिनस ने लगभग 20 विशेष ट्रेनें चलाई जा रहीं हैं। इनमें यात्रा करने वालों में उत्तर भारतीयों की संख्या सर्वाधिक है। मुंबई के कुर्ला टर्मिनस पर पिछले दिनों तत्काल की लाइन में खड़े सैकड़ों उत्तर भारतीयों को मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा जबरन लाइन से खदेड़ने और उनके साथ मारपीट की घटना प्रकाश में आई है।
बुधवार की रात में दहिसर में रहने वाले रामबचन यादव जौनपुर जाने के लिए कुर्ला स्टेशन गए तो जबरन उनको लाइन से बाहर कर मारपीट की गई। जब साथ की महिलाओं और बच्चों ने विरोध किया तो उनके साथ भी हाथापाई की गई। जब ये लोग जीआरपी पुलिस स्टेशन में शिकायत करने गए तो उन्हें वहां से भगा दिया गया। दरअसल इन दिनों कुर्ला स्टेशन पर टिकट बुकिंग की खिड़की खुलने के पहले तत्काल टिकट के लाइन में खड़े लोगों को मनसे के कार्यकर्ता धौंस दिखाकर लाइन से भगा देते हैं।
यदि कोई उनका विरोध करता है तो उसके साथ मारपीट भी करते हैं। बताया जाता है कि मनसे के ये कार्यकर्ता अपने आदमियों को लाइन में खड़ा कर टिकट निकाल कर उसे ऊंचे दामों में बेच रहे हैं। आश्चर्य की बात यह है कि कुर्ला टर्मिनस पर इन दिनों यात्रियों की भीड़ के चलते आरपीएफ और जीआरपी के जवानों की भारी संख्या में तैनाती की गई है। लेकिन, इनकी मौजूदगी में मनसे के कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी होती है।
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