कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने अल कायदा के नेता ओसामा बिन लादेन के शव को समुद्र में दफनाने की निंदा की है। और कहा है कि किसी भी शव को समुद्र में डालना, मुस्लिम धर्म के खिलाफ है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि कोई कितना भी बड़ा अपराधी क्यों न हो, लेकिन उसके अंतिम समय में उसके धार्मिक रिवाजों का सम्मान करना चाहिए।
सिंह ने इस बात पर भी आश्चर्य व्यक्त किया कि ओसामा के पाकिस्तान में रहने की वहां की सरकार को कोई जानकारी नहीं थी।
अमेरिका ने, इस डर से कि ओसामा को दफनाए जाने के बाद वहां स्मारक बनाया जा सकता है, उसकी लाश को सोमवार को समुद्र में दफना दिया था। हालांकि अमेरिका ने दावा किया था कि शव को मुस्लिम धर्म के पूरे रीति रिवाजों से दफनाया गया है, लेकिन कई धर्मगुरुओं ने इसकी आलोचना की है।
अल अजहर के इमाम शेख अहमद अल तैय्यब, जो सुन्नी मुस्लिम समुदाय के सबसे बड़े नेता हैं, के सलाहकार महमूद अजब के अनुसार किसी भी शव को समुद्र में डालना शव का अपमान है और मुस्लिम धर्म इसकी इजाजत नहीं देता। अजब ने कहा कि कोई भी व्यक्ति किस तरह मारा गया, यह अलग विषय है, लेकिन उसकी अंतिम क्रिया के समय उसकी धार्मिक भावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए। इस्लाम में शव को केवल दफनाने की इजाजत है।
काउंसिल ऑफ नार्थ अमेरिका के मुजम्मिल एच हक्कानी ने भी कहा कि यदि किसी व्यक्ति की समुद्री यात्रा के दौरान मौत हो जाए, तो लाश को समुद्र में रीति रिवाज के साथ डाला जा सकता है, लेकिन ओसामा बिन लादेन की लाश को समुद्र में दफनाना गलत है।
बीजेपी ने कहा, अफजल गुरु पर सरकार ले निर्णय
इसी बीच बीजेपी ने कहा है कि अमेरिका ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में घुसकर 9/11 के हमले की सजा दे सकता है, लेकिन केंद्र सरकार अभी तक संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरु, जो हमारी ही गिरफ्त में है, को ही सजा नहीं दे सकी है। बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि मुंबई में हुए हमले के आरोपी भी पाकिस्तान में पनाह पाए हैं और भारत सरकार को उन्हें भारत लाने के नए सिरे से प्रयास करना चाहिए।
दिग्विजय सिंह तो मानसिक रूप से दिवालिया हो चुके हैं , दिग्विजय सिंह की किसी बात का कोई मतलब नहीं है .
ReplyDeleteदिग्गी तो है ही बडबोला...जैसा कि आपने लिखा यह तो पाकिस्तान को बचाने के प्रयास भी कर रहा है...यह अमेरिका का मामला है फिर ये क्यों इसमें टांग अड़ा रहा है, यह तो आप भी जानते होंगे...अंत में कहना चाहता हूँ कि अमेरिका से हमें यह सीख तो लेनी ही चाहिए कि वह अपने दुश्मन को मारने के लिए कुछ भी कर सकता है कहीं भी जा सकता है, किन्तु हमारे दुश्मन को हम दामाद बना कर रखते हैं...वाह रे लोकतंत्र...
ReplyDeletePakka Muslaman hai Diggi Khan, Muslmano ki kitni parvah hai ise? Muslmano ki sahanubhuti lutne ka koi mauka nahi chukana chahta hai.Befikir raho, tumhara to antim kam pure Islamik riti rivaz se kiya jayeg,
ReplyDeleteDiggi ke marene ke badd is ke lash ko samander men bhi nahi dalna chahiye kyun is se samdar ka bhi apman ho ga ktyn ki diddi kebal vote ke liye Mushalmano ka shanbhuti pana chahata hai Digvijay ke lash ko chil kaue ko khilana chahiye kyun ki neta ban ke to ye desh seva kiya nai so kam se kam mare ke bad chil kaoue ki bhojan de kar seva kare
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