स्वतंत्रता सेनानी और ‘हिन्दुत्व’ राजनीतिक विचारधारा के प्रचारक ‘वीर’ विनायक दामोदर सावरकर के संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में चित्र का अनावरण किए जाने से लेकर अब तक उस संबंध में आयोजित समारोहों का कांग्रेस की ओर से बहिष्कार किए जाने को भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली पार्टी से आग्रह किया कि वह अपने इस आचरण पर पुनर्विचार करे।
आडवाणी ने कहा कि हर साल की तरह इस बार भी 28 मई को सावरकर के जन्मदिवस पर केन्द्रीय कक्ष में आयोजित समारोह में कांग्रेस की ओर से कोई नहीं आया, सिवाय लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के।
उन्होंने कहा कि 2003 में केन्द्रीय कक्ष में सावरकार के चित्र का जब तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने अनावरण किया था तब कांग्रेस ने उसका बहिष्कार किया, हालांकि राष्ट्रपति जिस समारोह में हों उसका बहिष्कार करने की परंपरा नहीं है। उन्होंने कहा कि संसद के केन्द्रीय कक्ष में सावरकर से संबधित उस पहले समारोह से लेकर आज तक कांग्रेस हर आयोजन का बहिष्कार करती आ रही है।
भाजपा संसदीय दल के अध्यक्ष ने अपने ब्लॉग में आज कहा कि यह पूरी तरह दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं कांग्रेस से अपील करना चाहूंगा कि वह अपने इस आचरण पर पुनर्विचार करे।
सावरकर का 2003 में केन्द्रीय कक्ष में चित्र लगाए जाने के बाद से परंपरा के अनुसार हर साल 28 मई को उनके जन्मदिवस के अवसर पर लोकसभा सचिवालय की ओर से पुष्पार्ण समारोह आयोजित होता है जिसमें अन्य लोगों के आलावा सभी सांसदों को आमंत्रित किया जाता है।
भैंस के आगे बीन बजाने से क्या फ़ायदा है,
ReplyDelete