पुरी के शंकराचार्य ( जैसा कि यह अपने आप को बताते हैं ) स्वामी अधोक्षजानंद तीर्थ ने योग गुरु बाबा रामदेव की कड़ी आलोचना की है और कहा है कि उन्हें केवल योग सिखाना चाहिए और किसी राजनीतिक विवाद में नहीं उलझना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि बाबा रामदेव के पास ही काफी अवैध संपत्ति है और सबसे पहले उन्हें अपनी संपत्ति का खुलासा करना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि बाबा रामदेव बजाए सरकार के साथ विवाद में पड़ने के योग के माध्यम से समाजसेवा करें।
गुवाहाटी में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने सीधा आरोप लगाया कि बाबा ने भी पिछले आठ सालों में अपार संपत्ति जमा की है। यह भी काला धन है, पहले उसका हिसाब बाबा को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि विदेशों में जमा काला धन वापस लाया जाए, लेकिन इसका कुछ नियम है, जिससे इसमें देरी हो सकती है। लेकिन हमारे देश में जो काला धन धर्मगुरुओं और व्यवसायियों के पास जमा है, पहले उसे बाहल लाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी धार्मिक व्यक्तियों को पवित्र जीवन बिताना चाहिए और पूरी मानवता की भलाई की बात करना चाहिए ।
वैसे गौर करने लायक बात यह भी है कि या स्वामी जी जो अपने आप को शंकराचार्य बताते हैं वो बिलकुल झूठ है और ये महाशय एक फर्जी शंकराचार्य हैं और सरकार इनकी जांच कर रही है ....
श्री शंकराचार्य जी को कोटि कोटि प्रणाम. हम हिंदुयों के श्रधेय शंकराचार्य जी का यह ब्यान हम हिन्दुओं के लिए दुर्भाग्य है .... दुर्भाग्य है ..
ReplyDeleteपुरी के शंकराचार्य अधोक्छानंद नहीं है ये फर्जी है पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद जी महाराज है फोटो तो स्वामी निश्चालानद जी का ही है कृपया इसको बदले फर्जी अधोक्छानन्द का फोटो लगाओ वो शंकराचार्य नहीं है
ReplyDeleteये चुतिया अधोक्छानंदकी गांड में खुजली होगी क्यों नहीं जब इसको अपने संस्था को चलाने के लिए साउदी फंड लेने में कोई गुरेज नहीं इसे कश्मीर के अलगावादियों को कुम्भ स्नान करने के लिए आमंत्रण देने में कोई गुरेज नहीं इसे अपनी नाजायज माता सोनिया गाँधी और इसके नाजायज बाप राहुल गाँधी के कुम्भ आने पे कोई आपत्ति नहीं तो इसे मोदी के कुम्भ आने में तो इसके गांड में पेट्रोल लगेगा ही और ऐसे ही मादरचोद लोग RSS और भाजपा को बदनाम करवा रहे हैं
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