बीजेपी के युवा सांसद वरुण गांधी बुधवार की सुबह रामलीला मैदान पहुंच गए हैं और अन्ना समर्थकों के बीच जाकर बैठ गए हैं। वरुण गांधी से जब पूछा गया कि आप के रामलीला मैदान में आने का क्या मतलब है, तो उन्होंने कहा कि मैं यहां देश के एक नागरिक के तौर पर आया हूं। मैं अन्ना का समर्थन करना चाहता हूं। जब वरुण से पूछा गया कि वह मंच पर जाएंगे तो उन्होंने कहा कि वे मंच पर नहीं जाएंगे। अन्ना से मुलाकात की बात पर पीलीभीत से बीजेपी के सांसद ने कहा कि उनकी ऐसी कोई योजना नहीं है।
वरुण गांधी पहले भी जन लोकपाल बिल को प्राइवेट मेंबर्स बिल के तौर पर पेश करने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं। हालांकि उनकी पार्टी ने जन लोकपाल बिल का समर्थन नहीं किया है। बीजेपी ने अन्ना का तो समर्थन किया है, लेकिन उनके बिल पर पार्टी ने अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई राय नहीं दी है।
इस बीच, जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने एक बार फिर अन्ना के आंदोलन पर निशाना साधा है। उनका दावा है कि टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने सोमवार रात उनके घर पर उनसे मिली थीं। बेदी ने उनसे आंदोलन के लिए समर्थन मांगा था। लेकिन बुखारी के मुताबिक वह समर्थन पर तभी विचार करेंगे, जब इस आंदोलन में सांप्रदायिकता को भी शामिल किया जाएगा। शाही इमाम का दावा है कि बेदी ने उनसे रामलीला मैदान के मंच पर आने की अपील की, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया।
बुखारी ने अन्ना के आंदोलन को गैर इस्लामी बताते हुए मुस्लिमों को इससे दूर रहने की हिदायत दी थी। उनका कहना था कि इस आंदोलन में वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाए जा रहे हैं, इसलिए मुसलमानों को इससे दूर रहना चाहिए। हालांकि उनकी अपील को मुस्लिमों ने खारिज कर दिया था।
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