गृह मंत्रालय में मौजूद राष्ट्रीय एकता परिषद की बैठक कारिकॉर्ड साबित करता है कि बीजेपी नेता सुषमा स्वराज केबयान के बाद पीडीपी नेता महबूबा ने जो कहा , वह सचनहीं है। परिषद की बैठक में प्रधानमंत्री और सभी दलों केप्रमुख नेताओं व प्रतिष्ठित हस्तियों के बीच महबूबा खुलकरबोली थीं।
उन्होंने कश्मीर को लेकर यूपीए सरकार कीखुलकर आलोचना भी की थी। गृह मंत्रालय के रिकॉर्ड केमुताबिक , महबूबा ने कहा था , ' मैं पिछले दिनों चेन्नै गईथी। वहां एक मुस्लिम व्यवसायी से मेरी मुलाकात हुई।उसने बताया कि वह हाल ही में गुजरात के मुख्यमंत्री (नरेन्द्र मोदी ) से मिला तो बहुत प्रभावित हुआ। '
उन्होंनेआगे कहा , ' आज हमें किसी तरह के कदम उठाने कीजरूरत है। किसी तरह की पहल होनी चाहिए। लेकिन हमइस दिशा में ऐसी पहल की कमी महसूस कर रहे हैं। ' बातआगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा , ' बिना कश्मीर के भारत की आत्मा अधूरी है। साथ ही भारतीय राष्ट्रवाद भी अधूराहै। '
वाजपेयी की तारीफ करते हुए पीडीपी नेता ने कहा था , ' आज भी लोग वाजपेयी की प्रशंसा करते हैं क्योंकिउन्होंने कश्मीरियों से संवाद कायम किया था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अब यह पहल नहीं की जा रही है। वाजपेयीने न तो कश्मीर को पाकिस्तान को दे दिया और न ही कश्मीरियों को आजादी दी थी। ' उन्होंने कश्मीर के भारतसे रिश्तों पर कहा था , ' सुरक्षाबलों के कारण कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है। वास्तविकता यह है कि भारत (मेनलैंड ) के साथ कश्मीर का आध्यात्मिक रिश्ता है। '
सेना की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, ' भारत की फौज दुनिया की सबसे अनुशासित फौज है। ' लेकिन थलसेनाध्यक्ष की उम्र के विवाद का उल्लेख करते हुए कहा कि सेना में कुछ ऐसे लोग भी हैं , जो उसकी साख पर बट्टालगा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि जिन्होंने फर्जी मुठभेड़ों में लोगों को मारा है , उन्हें सजा मिले।
उत्तरी कश्मीर में मिली सामूहिक कब्रों का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने मांग की थी , ' इन कब्रों की जांच के लिएन्यायिक आयोग गठित किया जाए। अगर आप कश्मीर के निर्दोष मुसलमानों के हत्यारों को कानून की जद में लेआते हैं और फिर आप चाहे अफजल गुरु को फांसी दो या राजीव गांधी के हत्यारों को , आप पर कोई उंगली नहींउठेगी। '
0 comments :
Post a Comment