सीएजी और सरकार के बीच चल रही जंग के बीच बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने बतौर पीएसी अध्यक्ष सीएजी पर दबाव डालने के आरोपों को गलत करार दिया है।
उन्होंने वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी की भी तारीफ की है कि वे सीएजी के साथ खड़े हैं। जोशी का ये बयान कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के उन आरोपों के जवाब में आया है कि सीएजी और पीएसी के बीच सांठ-गांठ है।
उन्होंने वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी की भी तारीफ की है कि वे सीएजी के साथ खड़े हैं। जोशी का ये बयान कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के उन आरोपों के जवाब में आया है कि सीएजी और पीएसी के बीच सांठ-गांठ है।
दरअसल टेलीकॉम घोटाले में सीएजी की रिपोर्ट पर राजनीति जारी है। इसकी गूंज बुधवार को सीएजी के 150 वें स्थापना समारोह में भी सुनाई दी। वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की मौजूदगी में पीएसी चेयरमैन मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि टेलिकॉम घोटाले की रिपोर्ट सरकार के खिलाफ आई है इसलिए सरकार के कुछ मंत्री सीएजी पर सवाल उठा रहे हैं।
बाद में अपने घर पर सीएजी पर दबाव डालने के कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के आरोपों को उन्होंने सिरे से खारिज किया।इसी के साथ जोशी ने वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी की तारीफ की है कि जब कांग्रेस के कई नेता हमला कर रहे हैं तो वे सीएजी के साथ खड़े हैं।
उन्होंने इस सिलसिले में प्रणब मुखर्जी को एक चिट्ठी भी लिखी है। उधर, सीएजी विनोद राय ने भी साफ कहा है कि संस्था किसी दबाव में काम नहीं करती।दरअसल सीएजी अधिकारी आर बी सिन्हा के 13 जुलाई 2010 के एक पत्र का हवाला देते हुए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने पीएसी चेयरमैन मुरली मनोहर जोशी पर सीएजी पर दबाव डालने का आरोप लगाया था।
कांग्रेस ने सवाल किया था कि क्या जोशी की शह पर टेलीकॉम घोटाले में नुकसान के आंकड़ों को बढा-चढ़ा कर पेश किया गया। हालांकि सीएजी के ताजा रुख पर कांग्रेस अब अपने बयानों में नरमी बरत रही है।
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