मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकरारी कर्मचारियों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (
आरएसएस)
की शाखाओं में नियमित तौर पर जाने का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री ने पत्रकारिता पुरस्कार वितरण समारोह में कहा कि संघ ईमानदारी,
राष्ट्र प्रेम और परिश्रम करना सिखाता है। इसलिए उसकी शाखाओं में जाना चाहिए। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है।
जिस समय मुख्यमंत्री शाखाओं में जाने का आह्वान कर रहे थे, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी और पूर्व प्रचार प्रमुख एमजी वैद्य मंच पर मौजूद थे।
चौहान ने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा , ' मैं जब मुख्यमंत्री बना तो मुझे पता चला कि मध्य प्रदेश में संघ की शाखाओं में सरकारी अफसरों और कर्मचारियों के जाने पर रोक है। हमारी सरकार ने सारे प्रतिबंध हटा दिए हैं। सरकारी कर्मचारी अब संघ की शाखाओं में बेधड़क जा सकते हैं। '
मुख्यमंत्री ने कहा, ' बीजेपी ऐसे हिंदुत्व में विश्वास करती है, जो किसी से भेदभाव नहीं सिखाता। हमारी सरकार की हर योजना में अल्पसंख्यकों को शामिल किया जाता है। संघ की शाखाओं में सरकारी कर्मचारियों के जाने पर दिग्विजय सिंह सरकार में प्रतिबंध लगाया गया था। उनकी सरकार में संघ की शाखाओं में जाने वाले कर्मचारियों की लिस्ट भी बनाई गई थी। '
कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के बयान की आलोचना की है। राज्य विधानसभा में कार्यवाहक नेता प्रतिपक्ष चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी ने कहा है कि मुख्यमंत्री सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों पर शाखा में जाने के लिए दबाव डालकर अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं।