सेना प्रमुख वीके सिंह के 'लेटर बम' से असहज केंद्र सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। रक्षा मंत्री एके एंटनी को 2009 में ही टैट्रा ट्रकों की खरीद में घोटाले की जानकारी लग गई थी। इस बारे में कुछ मंत्रियों ने रक्षा मंत्री से शिकायत भी दर्ज कराई, पर एंटनी ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
भाजपा ने इस मामले में रक्षा मंत्री एके एंटनी द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने पर इस्तीफे की मांग की है। राज्यसभा में भाजपा के प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि एंटनी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि आखिर उन्होंने घोटाले की जानकारी होने के बावजूद कोई कार्रवाई क्यों नहीं की?
उल्लेखनीय है कि एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक रक्षा मंत्री एके एंटनी को 2009 में ही टैट्रा ट्रकों की खरीद में घोटाले की जानकारी लग गई थी। इस बारे में कुछ मंत्रियों ने रक्षा मंत्री से शिकायत भी दर्ज कराई, पर एंटनी ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
कर्नाटक के वरिष्ठ नेता डॉ. हनुमनथप्पा ने 26 अगस्त 2009 को कांग्रेस अध्यक्ष्ा सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी। पत्र में बीईएमएल के सीएमडी वीआएस नटराजन ने 6000 करोड़ रुपए का टैट्रा ट्रकों का ठेका सीधे उत्पादन कंपनी को न देते हुए ब्रिटिश एजेंट को दिया था। यह कदम रक्षा खरीद से संबंधित नियमों का साफ उल्लंघन था। इस पर 5 अक्टूबर 2009 को स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने रक्षा मंत्रालय को पत्र भी लिखा था।
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