
मुंबई और महाराष्ट्र में शिवसेना ने बंद का समर्थन किया है। शिवसेना नेता पहले ही साफ कर चुके है कि जनता भड़क चुकी है और आंदोलन तीव्र हो सकता है। लिहाजा महाराष्ट्र सरकार ने इस बंद को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। अगर आंदोलन हिंसा पर उतर आए तो उसपर तुरंत कार्रवाई करने के लिए राज्य पुलिस ने रैपिड एक्शन फोर्स (आरपीएफ) और एसआरपी की कंपनियों को अलर्ट पर रखा है।
महंगाई की मार झेल रही जनता पेट्रोल के बढ़े दामों से भड़की हुई है, लेकिन ट्रेड यूनियनों ने इसमें शामिल न होने का फैसला लिया है। मुंबई में रोजमर्रा के काम पर जाने वाले लोगों को परेशानी न हो इसलिए रिक्शा और टैक्सी यूनियनों ने बंद को समर्थन न करने का फैसला किया है।
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