देश का प्रधानमंत्री महाराणा प्रताप जैसा होना चाहिए, जिन्होंने मुगलों के सामने कभी घुटने नहीं टेके..कभी सर्वस्वीकृति की परवाह नहीं की और कभी भी गौ-भक्षकों के साथ सद्भावना का प्रयास नहीं किया। आज तो कोई भी व्यक्ति प्रधानमंत्री पद की कतार में आता है तो तुरंत छवि बदलने और सर्वस्वीकृति बनाने के प्रयास शुरू कर देता है।
यह कहना है विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. प्रवीण भाई तोगडिय़ा का। उन्होंने कहा कि गांधी ने सर्वस्वीकृति बनाने की लालसा में देश के टुकड़े करवाकर पाकिस्तान बनवा दिया। लोगों में फिर भी समझ नहीं आई। गांधी के रास्ते पर चलकर लोग दाढ़ी-टोपी वालों की वकालत करने लग गए हैं..तुष्टिकरण कर रहे हैं, जिन्होंने गोधरा में निर्दोष रामभक्तों को जला दिया, उनके साथ सद्भावना की कोशिश कर रहे हैं। ये लोग देश को फिर गर्त में पहुंचाने की तैयारी कर रहे हैं। गांधी ने गौ-भक्षकों के साथ सद्भावना करके पाकिस्तान बनवा दिया, अब फिर से कुछ लोग उसी रास्ते पर चल रहे हैं, यह ठीक नहीं है। यह धर्मविरोधी तथा राष्ट्रविरोधी है।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी तथा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ विश्व हिंदू परिषद के संबंधों के सवाल को तो तोगडिय़ा टाल गए, लेकिन उनका नाम लिए बिना उनकी कार्यप्रणाली पर जमकर निशाना साधा। तोगडिय़ा ने बताया कि भाजपा, कांग्रेस सहित अनेक दलों में विहिप की विचारधारा के लोग हैं, जिनसे लगातार संपर्क किया जाता है।
वर्तमान में कांग्रेस में भी अनेक सक्रिय लोग ऐसे हैं जो विहिप के लगातार संपर्क में हैं। तोगडिय़ा ने कहा कि कांग्रेसी प्रधानमंत्री पी. नरसिंहराव के शासनकाल में ही बाबरी ढांचा ध्वस्त हुआ। नरसिंहराव का परिवार वहां के निजाम के जेहादी व्यवहार से पीडि़त रहा है। वे इस व्यवस्था को ठीक प्रकार से समझते हैं। उनका परिवार हिन्दुत्ववादी है तथा कई लोग विहिप में पदाधिकारी भी हैं।
त्रिशूल दीक्षा के कार्यक्रमों में आई कमी पर तोगडिय़ा ने बताया कि विश्व हिन्दू परिषद लगभग दो दर्जन कार्यक्रम संचालित करती है। इनमें सत्संग, संस्कार केंद्र, गौशाला, सेवा कार्य प्रमुख हैं। संगठन को भी गांव-गांव तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि विहिप की विचारधारा एवं कार्यप्रणाली पर चर्चा एवं विरोध करने वाले करते रहेंगे। विहिप को जब तक कुछ भी अनुचित नहीं लगेगा, तब तक कोई परिवर्तन नहीं होगा। उन्होंने कहा कि राजनीति से अलग रहकर पूरे देश में धर्मांतरण के विरुद्ध कार्य करने वाला तथा बड़े स्तर पर सेवा कार्य करने वाला विश्व हिंदू परिषद एकमात्र संगठन है।
:::: आखरी ऋषि/पगम्बर हज़रत मुहुम्मद(उन पर शांति हो) के वचन ::::
ReplyDelete1.लिबास(पहनावे) की सादगी ईमान(ईश्वर पर विश्वास) की अलामातो(निशानियो) मे से एक अलामात(निशानी) है ||
2.दुआ के सिवाए कोई चीज़ तक़दीर(किस्मत) के फ़ैसले को रद्द नही कर सकती ||
3.नेकी(पुण्य) के सिवाए कोई चीज़ उमर(आयु) को नही बड़ा सकती ||
4.सदके(दान) के सिवाए कोई चीज़ मुसीबत को नही टाल सकती ||
5.ज़कात के सिवाए कोई चीज़ दौलत और माल को पवित्र नही बना सकती ||
6. ईश्वर के ख़ौफ़ से तन्हाई मे रोने के सिवाए कोई भी चीज़ ईश्वर की नरज़गी को नही मिटा सकती ||
7.अल्लाह(ईश्वर) उस बंदे को आबाद रखता है जो हदीस (मेरे वचन) सुन के दूसरो को पहुचाए ||
शेर इट...
islam suar ka dusra naam hai.....
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