कश्मीरी पंडितों को दिल से लगाकर रखने के जूठे दावे करने वाले कट्टरपंथी और बेहद ही कमीने नेता सैयद अली शाह गिलानी ने सोमवार को वादी में कश्मीरी विस्थापित पंडितों के लिए दी जा रही ट्रांजिट आवासीय सुविधा का विरोध किया है।
उसने कहा कि यह कश्मीर की मुस्लिम आबादी को अल्पसंख्यक बनाने की साजिश है। हम किसी भी सूरत में इन आवासीय कॉलोनियों को नहीं बनने देंगे।
वादी में वापस लौटने के इच्छुक कश्मीरी विस्थापित पंडितों के लिए राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री पुनर्वास योजना के तहत कई इलाकों में ट्रांजिट आवास का निर्माण किया है। कुत्ते गिलानी ने इसका विरोध करते हुए कहा कि केंद्र सरकार सुनियोजित साजिश के तहत वादी में कुछ ऐसी कॉलोनियां बना रही है, जिनमें कश्मीरी पंडितों की आड़ में गैर-कश्मीरी और गैर-मुस्लिम लोगों को बसाया जाएगा।
इस साजिश में इजरायल की खुफिया एजेंसी भारत की मदद कर रही है। जिस तरह फलस्तीन में इजरायल ने यहूदियों की बस्तियां बनाई हैं, उसी तरह यहां गैर-मुस्लिम लोगों को बसाया जा रहा है। यह साजिश कामयाब हुई तो कश्मीर में गृहयुद्ध जैसे हालात पैदा हो जाएंगे।
0 comments :
Post a Comment