शिमला शहर ने साक्षरता में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई है। मुंबई, दिल्ली, कोलकाता व चेन्नई जैसे महानगरों को पछाड़कर शिमला ने साक्षरता में ऊंची छलांग लगाई है। वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक देश में एक लाख से अधिक आबादी वाले 298 राज्य हैं।
इनमे से केरल के पांच शहरों को छोड़ दिया जाए तो शिमला शहर ने 94.14 फीसदी साक्षरता लक्ष्य छूकर देशभर के शहरों में प्रथम स्थान हासिल किया। बशर्ते साक्षरता में हिमाचल 11वें पायदान पर लुढ़क गया हो, मगर शिमला ने देश भर में प्रदेश का नाम रोशन किया है। शिमला शहर में एक लाख 71 हजार 817 लोग रह रहे हैं। इनमें 94,797 पुरुष तथा 77,020 महिलाएं शामिल हैं।
इसी प्रकार राजधानी में 0-6 आयु वर्ष के 13,784 बच्चे रह रहे हैं। छह वर्ष से अधिक आयु वर्ग में शिमला के 94.14 फीसदी लोग साक्षर की श्रेणी में शामिल हो चुके हैं, जबकि देश में कुछ ऐसे भी शहर है, जिनकी साक्षरता दर 70 फीसदी भी नहीं है। साक्षरता में केरल देश में पहले पायदान पर काबिज है। देश की चारों मेट्रो सिटी दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई को शिमला ने काफी पीछे छोड़ दिया है। इसके अलावा पड़ोसी शहर चंडीगढ़ आदि भी शिमला को मात देने में नाकाम रहे।
0 comments :
Post a Comment