मध्यप्रदेश सरकार श्रीलंका में सीता माता का मंदिर बनाएगी। इसके लिए श्रीलंका सरकार से सहयोग लेने के अलावा प्रदेश की जनता से भी धन जुटाया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को सांची बौद्ध एवं भारतीय ज्ञान विश्वविद्यालय के शिलान्यास के बाद आयोजित सभा में यह घोषणा की।
भारी सुरक्षा इंतजाम के बीच श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्सा, भूटान के प्रधानमंत्री जिग्मे वाय. थिनले, मध्यप्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव और मुख्यमंत्री चौहान ने विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। चौहान ने श्रीलंका की धार्मिक यात्रा के लिए सब्सिडी देने और बोध गया को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में शामिल करने का ऐलान भी किया। इस अवसर पर राजपक्सा ने कहा कि श्रीलंका वासियों के लिए सांची तीर्थ है। वे भी तीर्थ यात्री के रूप में यहां आए हैं।
उन्होंने बताया कि 2300 वर्ष पहले सांची से बोधिवृक्ष की शाखा लेकर सम्राट अशोक की पुत्री संघमित्रा श्रीलंका पहुंची थीं। जो दुनिया में सबसे प्राचीन वृक्ष है। अब वे उस शाखा को फिर से यहां लाए हैं।
0 comments :
Post a Comment