विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया शुक्रवार, 19 अक्टूबर को संध्या सवा छह बजे भारतीय नवयुवक संघ, बकरी बाजार के पंडाल का उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह भी मौजूद रहेंगे।
सात बजे तोगड़िया का उद्बोधन होगा। इसके बाद 7.45 से भजन संध्या का कार्यक्रम शुरू हो जाएगा। यह जानकारी संघ के अध्यक्ष अशोक चौधरी, मदन बागडिया, राहुल अग्रवाल, रवि रोहतगी आदि ने बुधवार को दी।
इस बार अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर का प्रारूप बनाया गया है। इसके पहले 1992 में भी अयोध्या के राम मंदिर का प्रारूप बनाया गया था। अध्यक्ष अशोक चौधरी ने बताया कि पंडाल की चौड़ाई 135 फीट एवं ऊंचाई 100 फीट है। प्रवक्ता राहुल अग्रवाल ने बताया कि पूरे पंडाल में कपड़े का प्रयोग नहीं किया गया है। पूरा पंडाल फाइबर, थर्मोकोल एवं प्लाई से बनाया गया है। सुरेश मोदी ने बताया कि पंडाल बनाने में सौ कारीगर तीन महीने से लगे हुए हैं। पंडाल को फाइनल टच दिया जा रहा है।
संघ का दावा है कि मां की प्रतिमा सबसे ऊंची है। 24 फीट ऊंची प्रतिमा बनाई जा रही है। प्रतिमाओं में शोला यानी जरी का काम है। मूर्ति को अंतिम रूप मिदनापुर के कारीगर दे रहे हैं। पंडाल का गर्भगृह भी रामायण की कथा सुनाएगा।
पंडाल तो अपने आप में विशेष है ही। भक्त इस बार मां के दर्शन से पहले राम लला का दर्शन करेंगे। पंडाल के सामने बजरंग बली की 20 फीट की प्रतिमा स्थापित की जा रही है।
परिसर में झूला सच चुका है। मौत का कुआं से लेकर बच्चों के लिए कई प्रकार के छोटे-बड़े झूले लगाए जा चुके हैं। इस बार एक सप्ताह तक मेला रहेगा। शुक्रवार से लेकर शुक्रवार तक। शुक्रवार, 26 को विसर्जन यात्रा निकाली जाएगी।
मेले को देखते हुए सुरक्षा का व्यापक प्रबंध कमेटी ने किया है। वहीं, अष्टमी-नवमी को भीड़ यदि बढ़ती है तो निकासी जालान रोड से होगी। इसकी तैयारी भी कर दी गई है। 24 घंटे डाक्टर व एंबुलेंस की व्यवस्था संघ ने कर रखी है।
शहर पूजा के माहौल में रम गया है। पंडालों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। पर रांची का प्रशासन अभी नींद से जागा नहीं है। बेफिक्री का आलम यह है कि अभी तक उसने पंडालों का मुआयना तक नहीं किया है। न उसने सुरक्षा को लेकर पूजा समितियों से बातचीत की है। बुधवार को संघ के सदस्यों ने कहा कि पिछले 20 साल में ऐसा पहली बार है, जब प्रशासन पूरी तरह नींद में है। उसे न पूजा की फिक्र है न भीड़ की। कहां, क्या वह व्यवस्था कर रहा है, इसके बारे में पूजा समिति को कोई जानकारी नहीं है।
इस बार पंच मंदिर, हरमू में जोधपुर के रानी महल का दर्शन करेंगे श्रद्धालु। महल के प्रवेश द्वार से घुसकर मां का दीदार कर सकेंगे। पंडाल का निर्माण सोना टेंट हाउस कर रहा है। पूरा पंडाल फाइबर और प्लाई से बनाया गया है। बुधवार को पंडाल को अंतिम रूप दिया जा रहा था। मां की प्रतिमा भी स्थापित हो गई है। पूजा परिसर में भव्य मेले का भी आयोजन किया जा रहा है। झूले आदि सज चुके हैं। बच्चे अभी से झूले का आनंद ले रहे हैं।
सप्तमी को माता का जागरण होगा और नवमी के दिन मां को भोग लगाया जाएगा।
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