गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रुख पर कायम रहते हुए मांग की है कि सरकार को कांगे्रस अध्यक्ष सोनिया गांधी की विदेश यात्राओं पर हुए खर्च को सार्वजनिक करना चाहिए। साथ ही भाजपा ने भी आरोप लगाया कि कांग्रेस यह तो नहीं बता रही कि सोनिया गांधी के विदेश दौरे और इलाज पर हुए खर्च का भुगतान सरकारी खजाने से किया गया या नहीं, लेकिन यह कह कर ध्यान भटका रही है कि विपक्ष उनकी सेहत से जुड़े मुद्दे उठा रहा है।
मोदी ने मंगलवार को युवाओं की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि तीन साल पहले सोनिया गांधी की विदेश यात्राओं पर हुए खर्च के बारे में आरटीआई के तहत मांगी गई सूचना को अभी तक मुहैया नहीं कराया गया है। तीन साल पहले हिसार के एक युवक ने आरटीआई के तहत सरकार से सोनिया की विदेश यात्राओं और उन पर खर्च के बारे में सूचना देने को कहा था। सूचना का अधिकार कानून के तहत सूचना तीन महीने में देनी होती है, लेकिन अभी तक सूचना मुहैया नहीं कराई गई। उन्होंने कहा- जब चीजों को छिपाने की कोशिश की जाती है तो लगता है कि कुछ गड़बड़ है।
मोदी ने कहा- मैंने एक अखबार में पढ़ा कि सोनिया के विदेश दौरों पर 1880 करोड़ रुपए खर्च किए गए। अगर आपको मोदी का मुंह बंद करना है तो 2004 में मनमोहन सिंह की सरकार के सत्ता में आने के बाद से अभी तक सोनिया गांधी के विदेश दौरों के ब्योरों को सार्वजनिक करिए। मुझे उनकी व्यक्तिगत जिंदगी से कोई लेना-देना नहीं है। अगर राष्ट्रीय खजाने से इस खर्च को वहन किया गया तो देश के लोगों को इस बारे में सूचना हासिल करने का अधिकार है और उसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा- सोमवार को एक जनसभा में मैंने एक अखबार की खबर के आधार पर एक सवाल उठाया था। उससे राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया। मुझे धमकाया जा रहा है कि आप खर्च के बारे में पूछेंगे तो आपके खिलाफ कई गंभीर आरोप लगा दिए जाएंगे।
उन्होंने पहले ही मेरे खिलाफ सीबीआई को लगा दिया है, अब क्या बचा है। मोदी ने कहा- क्या मुझे ऐसी धमकियों के आगे झुक जाना चाहिए, क्या मुझे घबराना चाहिए, क्या मैं भाग जाऊं, क्या मैं न्याय की अपनी लड़ाई को छोड़ दूं, मैं सोनिया गांधी से कोई जवाब नहीं मांग रहा हूं। मैं उनके खिलाफ कोई सवाल नहीं पूछ रहा हूं। मैं मनमोहन सिंह की सरकार से सवाल कर रहा हूं कि सरकारी खजाने से कितना धन खर्च किया गया, यह देश जानना चाहता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी ने भी सोनिया गांधी की बीमारी के बारे में नहीं पूछा है। उनके स्वास्थ्य का मुद्दा तो इस साल उठा। इन सवालों को तो तीन साल पहले उठाया गया। उस समय किसी को भी उनके स्वास्थ्य मुद्दे की जानकारी नहीं थी। इसलिए कांग्रेस को इसे कोई भावनात्मक मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। मैं खुद प्रधानमंत्री से कहूंगा कि सोनिया की बीमारी पर जो भी धन खर्च हुआ हो, देश उसे व्यय करेगा।
उधर नई दिल्ली में भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमन ने कहा कि कांग्रेस यह नहीं बता रही कि सोनिया गांधी के विदेश दौरों और इलाज पर हुए खर्च का भुगतान सरकारी खजाने से किया गया या नहीं, लेकिन यह कह कर ध्यान भटका रही है कि विपक्ष उनकी सेहत से जुड़े मुद्दे उठा रहा है। उन्होंने कहा कि हम मुद्दों से भटकाने और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से नहीं उठाए गए मुद्दों को भी जोड़ने के लिए कांग्रेस पार्टी के रवैए की निंदा करते हैं। उन्होंने बहुत स्पष्ट तौर पर मीडिया सूत्रों का हवाला देकर एक सवाल उठाया। अगर आप वाकई सवाल का जवाब देने में रुचि रखते हों तो आप यह बताएं कि कितनी रकम खर्च की गई।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अगर 1880 करोड़ रुपए खर्च नहीं किए तो बता दें कि कितने रुपए खर्च हुए। अगर ये रुपए सरकारी खजाने से खर्च नहीं किए गए तो यह भी बताएं। इस सवाल का जवाब देने से आपको कौन रोक रहा है। उन्होंने कहा कि इन सवालों के जवाब देने से बचने के लिए कांग्रेस ध्यान भटकाने वाले तरीके अपना रही है ।
0 comments :
Post a Comment