मिशन रिपीट के बाद भाजपा इंडक्शन चूल्हा तो देगी ही और जरूरत पड़ी तो बिजली भी मुफ्त देगी। मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने बुधवार को कहा कि भाजपा हर लिहाज से जनता का ख्याल रखेगी। सरकार ने मजदूर से लेकर अधिकारी तक, व्यापारी से लेकर कर्मचारी तक, टैक्सी ड्राइवर से लेकर बेरोजगारों तक समाज के हर वर्ग को पिछले पांच सालों में राहत प्रदान की है।
उन्होंने कहा कि कांग्रे्रस बेरोजगारों को मंहगाई भत्ते का प्रलोभन देकर गुमराह कर रही है। कांग्रेस बताए कि पिछले 50 सालों में बेरोजगारों को भत्ता क्यों नहीं मिला तथा जिन राज्यों में कांग्रेस का शासन है, वहां कितना बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है। श्री धूमल ने कहा कि पहाड़ से लेकर मैदान तक भाजपा की लहर चली हुई है और पार्टी बहुमत से पुनः सरकार बनाने जा रही है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि डिपुओं में मिलने वाली सस्ती चीनी को बंद करके एक और महंगाई की मार आम आदमी को देने जा रही है। इससे पहले कि कांग्रेस की साजिश के चलते राशन की चीनी डी कंट्रोल हो हिमाचल से इस चुनाव में कांग्रेस को ही डी कंट्रोल कर दिया जाए। मुख्यमंत्री ने चुनावी दौरे के दौरान कांग्रेस पर ताबड़तोड़ हमले करते हुए पूछा कि उनके नेता किस मुंह से भ्रष्टाचार की बातें कर रहे हैं, जबकि 70 हजार करोड़ रुपए का कॉमनवैल्थ गेम घोटाला, 76 हजार करोड़ रुपए का टूजी स्पेक्ट्रम घोटाला, 1.86 लाख करोड़ रुपए का कोयला घोटाला तथा दो हजार करोड़ रुपए का स्टील घोटाला कांग्रेस की ही देन है।
हिमाचल पंचवर्षीय योजना के 11 हजार 400 करोड़ रुपए की बजाय 11 हजार 615 करोड़ रुपए खर्च चुका है। प्रो. धूमल ने सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह को घेरते हुए कहा कि उन्हें पता करना चाहिए कि केंद्र से भेजे गए कथित 10 हजार करोड़ रुपए किस कांग्रेसी नेता के खाते में तो जमा नहीं हो गए और हिमाचल में आकर वह भाजपा सरकार पर केंद्र के भेजे बजट को न खर्चने का तथ्यहीन आरोप लगा रहे हैं। प्रो. धूमल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश से दो-दो कैबिनट मंत्री होने के बावजूद केंद्र ने औद्योगिक पैकेज खत्म कर डाला और वीरभद्र सिंह एवं आनंद शर्मा तमाशा देखते रह गए।
यूपीए की केंद्र सरकार ने हमेशा पहाड़ी प्रदेश हिमाचल की दिक्कतों को बढ़ाया है तथा पहाड़ के देवता स्वरूप लोगों को समस्याओं में उलझाया है। धूमल ने कहा कि न तो फैजाबाद से डोगरा रेजिमेंट का सेंटर हिमाचल लाया गया और न ही प्रदेश के औद्योगिक पैकेज को बहाल किया गया। महंगाई पर केंद्र सरकार की कोई पकड़ नहीं है, उल्टा प्रदेश सरकार ने लोगों को 35 रुपए किलो मांह, 25 रुपए किलो चने की दाल, 20 रुपए किलो काले चने, 45 रुपए लीटर सरसों का तेल तथा चार रुपए में एक किलो नमक हर परिवार को सस्ती दरों पर उपलब्ध करवाकर राहत देने का प्रयास किया है।
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