राजधानी में सामूहिक बलात्कार की 23 साल की पीड़िता की स्थिति सोमवार को काफी बिगड़ गई है तथा चिकित्सकों का कहना है कि उसकी तबीयत रविवार जितनी भी बेहतर नहीं है।
सफरदजंग अस्पताल में उसके उपचार में शामिल एक चिकित्सक के अनुसार, उसकी स्थिति बिगड़ गई है। वह बेहद गंभीर स्थिति में है। बेहद नाजुक। वह अभी खतरे से बाहर नहीं है।
अस्पताल में चिकित्सा अधीक्षक डा. बी डी अठानी ने कल रात कहा था कि पीड़िता में आतंरिक रक्तस्राव की प्रवृत्ति विकसित हुई है तथा उसके भीतर रक्त का थक्का बनाने की क्षमता भी घट गयी है।
उन्होंने कहा कि उसका बिलीरूबिन स्तर घटकर 5.5 रह गया है तथा लाइकोलाइट काउंट 6000 पर आ गया है। ये मानक प्लेटलेट्स चढ़ाए जाने के बाद हैं। वह अभी तक वेंटिलेटर पर है। उसकी स्थिति कल से बेहतर नहीं है। उसे 102 से 104 तक बुखार है। उन्होंने कहा कि ऐसा सेपसिस (रक्त में विषाक्तता की प्रवृत्ति) के कारण है और यह गंभीर चिंता का मामला है।
चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि पीड़ित को आज मनोचिकित्सक परामर्श दिया गया। उसके अभिभावकों को भी परामर्श दिया गया। इसमें पाया गया कि पीड़िता अपेक्षाकृत शांत थी तथा उसमें न तो चिंता और न ही हताशा के भाव थे।
पैरामेडिकल छात्रा के साथ 16 दिसंबर की रात को चलती बस में सामूहिक बलात्कार हुआ था। उसे प्लास्मा वाली प्लेटलेट्स की चार बोतलें भी चढ़ाई गई थीं।
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