उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर जिले के कस्बा बुढाना निवासी एक कस्टम अधिकारी पाकिस्तान से भारत आए 150 लोगों को भारत की नागरिकता दिलाने की लड़ाई लड़ रहा है और इसके लिए लगातार पंचायत हो रही है।
अत्याचारों से दुखी होकर पाकिस्तान से भारत में आए हिन्दू परिवारों ने भारत में डेरा डाल दिया है उनकी मांग है कि उनको भारत की नागरिकता दी जाए क्योंकि पाकिस्तान में हिन्दू परिवारों को धर्म के अनुसार कोई भी काम करने की इजाजत नहीं है।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत से आई जमना का कहना है कि पाकिस्तान में हिन्दुओं की बहुत ज्यादा बेकद्री है. न तो हिन्दू लडकियों को बाहर निकलने दिया जाता है और न ही मंदिरों में पूजा की जा सकती।
घर में रहकर ही सब काम करने पड़ते हैं। इतना ही नहीं हिन्दू लडकियों को पकड़कर कलमा भी पढ़ाया जाता है। जमना का कहना है कि हमें अपने देश में मरना मंजूर है।
पाकिस्तान से आए रामचंदर ने कहा कि पहले गाजियाबाद में रुके तो पुलिस ने भगा दिया। दिल्ली के मजनूं का टीला पर भी रहने नहीं दिया गया।
अब सीमा शुल्क अधिकारी नाहर सिंह ने उन्हें अपने घर में शरण दी है। इस मामले में बुढाना कसबे में सर्व खाप पंचायत हुई।
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