भ्रष्टाचार, महंगाई और गलत रणनीति की वजह से कांग्रेस को विधानसभा चुनावों में हार का मुंह देखना पड़ा। चुनावी हार की समीक्षा के लिए बनाई गई ए के एंटनी कमेटी की रिपोर्ट में ये कहा गया है। खबर है की रिपोर्ट में कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी को क्लीन चिट दी गई है।
माना जा रहा है कि कमेटी आज अपनी रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप सकती है।उत्तर प्रदेश के चुनावों में अगर राहुल का जादू नहीं चला तो उसके लिए पूरी पार्टी और प्रचार की रणनीति जिम्मेदार है। ए के एंटनी ने अपनी चुनावी समीक्षा रिपोर्ट में वो सारी बातें कह दी हैं जो आम चर्चा में हैं।
यानी राहुल को छोड़कर कांग्रेस की रणनीति में सबकुछ गलत था। सूत्रों के मुताबिक एंटनी कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की जबर्दस्त हार की कई वजहें रहीं जिनमें प्रमुख हैं।
- केन्द्र में यूपीए सरकार की भ्रष्ट इमेज।
- गलत मुद्दों को लेकर प्रचार।
- नेताओं का बड़बोलापन।
- बटला एनकाउंटर और अल्पसंख्यक आरक्षण जैसे मुद्दों का उलटा असर।
- राज्य स्तर पर नेतृत्व की कमी।
- टिकट बंटवारे में गलती।
हालांकि एंटनी कमेटी ने किसी नेता का नाम नहीं लिया है और हार के लिए किसी की जिम्मेदारी भी तय नहीं की गई है। पंजाब और गोवा में भी की हार की वजह चौंकाने वाले नहीं हैं। एंटनी कमेटी के मुताबिक पंजाब में पार्टी के भीतर अंदरुनी कलह, ग्रामीण इलाकों में अकालियों की ताकत को कम आंकना और टिकट बंटवारे में गलती को हार की बड़ी वजह बताया गया है। चुनाव प्रचार की शुरुआत में देरी को भी हार का कारण माना गया है।
गोवा की बात करें तो एंटनी कमेटी की रिपोर्ट में खनन घोटाला, टिकट बंटवारे में भाई भतीजावाद को चुनाव में हार की बड़ी वजह बताया गया है।
विधानसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रक्षा मंत्री ए के एंटनी, ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे और दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की सदस्यता वाली समीक्षा कमेटी बनाई थी। सूत्रों के मुताबिक कमेटी की रिपोर्ट पूरी हो गई है और आज एंटनी अपनी सिफारिशों के साथ ये रिपोर्ट सोनिया गांधी को सौंप देंगे।
हालांकि रिपोर्ट में सोनिया के उस वादे को पूरा नहीं कि गया है जिसमें उन्होनें चुनावी हार की जिम्मेदारी तय करने की बात की थी।
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