बिहार में आज आधी रात से तम्बाखू युक्त गुटखे की बिक्री बंद कर दी जायेंगी. और इसकी खरीद-बिक्री पर तीन लाख का जुर्माना व एक साल का कारावास दिया जाएगा.
राज्य सरकार ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस की पूर्व संध्या पर सूबे में तंबाकूयुक्त पान मसाले (गुटखा) की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया. अब अगर कोई भी व्यक्ति इसकी खरीद-बिक्री करते पाया गया, तो उसे तीन लाख का जुर्माना व एक साल का कारावास हो सकता है.
खाद्य सुरक्षा आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार ने बुधवार की दोपहर इसकी अधिसूचना जारी कर दी. फिलहाल यह प्रतिबंध एक साल के लिए लगाया गया है. केरल और मध्य प्रदेश के बाद तंबाकूयुक्त पान मसाले पर प्रतिबंध लगानेवाला बिहार तीसरा राज्य बन गया है.
श्री कुमार ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने भी फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड (प्रोहिबीशन एंड रिस्ट्रिक्शंस ऑन सेल्स) रेगुलेशन, 2011 के तहत प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है. इसके तहत खाद्य सुरक्षा आयुक्त को यह अधिकार है कि वह ऐसे उत्पादों की बिक्री पर रोक लगा सके.
तंबाकू युक्त पान मसाला खाद्य के अंतर्गत आते हैं. ऐसे उत्पादों से युवा पीढ़ी के स्वास्थ्य को सबसे बड़ी चुनौती मिल रही है. तंबाकूयुक्त पान मसाले की बिक्री से सरकार को होनेवाले राजस्व की हानि से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि हर चीज को राजस्व से जोड़ कर देखना ठीक नहीं है.
राजस्व से अधिक युवा पीढ़ी के स्वास्थ्य को सुरक्षा देना सरकार की प्राथमिकता है. खाद्य सुरक्षा आयुक्त को जन स्वास्थ्य को देखते हुए सूबे में एक वर्ष तक प्रतिबंध लगाने का अधिकार है. इससे पहले अप्रैल में मध्यप्रदेश में व इसी माह केरल में इस पर प्रतिबंध लगाया गया था.
मुंह के कैंसर का सबसे बड़ा कारण तंबाकू का सेवन है. महावीर कैंसर संस्थान के निदेशक डॉ जीतेंद्र सिंह ने बताया कि बिहार में कुल कैंसर रोगियों की संख्या दो लाख है. इनमें एक लाख 10 हजार महिला कैंसर रोगी हैं, जबकि 90 हजार पुरुष.
सूबे में वर्तमान में 40-45 हजार मुंह के कैंसर के रोगी हैं. वहीं, कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ आरके गोस्वामी ने बताया कि सूबे में कैंसर रोगियों का वास्तविक आधिकारिक आंकड़ा नहीं है. एक अनुमान के अनुसार बिहार में मुंह के कैंसर रोगियों की संख्या 80 हजार होगी. मुंह के कैंसर मरीज के इलाज में औसतन 60-70 हजार रुपये खर्च होता है.
डॉ दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि तंबाकू के उपयोग का स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है. मुंह व दांत सीधे प्रभावित होते हैं. साथ ही आंख, कान, फेफड़ा, मस्तिष्क व हृदय इससे गहरे रूप से प्रभावित होते हैं. कैंसर की रोकथाम के लिए तंबाकू नियंत्रण जरूरी है.’
* 90 फीसदी उत्पाद यूपी से सप्लाइ होता है, कानपुर है प्रमुख आपूर्ति केंद्र
* बिहार में 2500 करोड़ रुपये के तंबाकू उत्पादों की होती है बिक्री
* मध्य प्रदेश व केरल के बाद गुटखे पर प्रतिबंध लगाने वाला बिहार तीसरा राज्य
* फूड सेफ्टी एक्ट के तहत कार्रवाई, तंबाकू पर प्रतिबंध नहीं