आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वीरभद्र सिंह व उनके रिश्तेदार शीघ्र ही सलाखों के पीछे होंगे। मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने तलख टिप्पणी करते हुए कहा कि कथित भूमि सौदों में जिस प्रकार से प्रदेश को बेचने का प्रयास किया गया है, उन सब पर कार्रवाई कर भाजपा उक्त दोषियों को जेल भेजेगी।
उन्होंने कहा कि पहले सीडी कांड, स्टील मंत्रालय में कबाड़ घोटाला, आयकर विभाग के छापे में किसी वीबीएस व एपीएस का नाम सामने आने और अब जमीन घोटाले की परतें एक के बाद एक खुलने से ईमानदारी का लवादा ओढ़े वीरभद्र सिंह की असलियत जनता के सामने आ रही है। वीरभद्र सिंह को चाहिए कि वह सक्रिय राजनीति से दूर रहकर सन्यास लें। उन्होंने कहा कि एक चैनल ने भू-सौदों को लेकर जिस प्रकार से वीरभद्र सिंह और उनके रिश्तेदारों का भंडाफोड़ किया है, उससे इनकी असलीयत सामने आ गई है।
श्री धूमल ने कहा कि वीरभद्र सिंह और कांग्रेसी नेता चोर मचाए शोर की कहावत को सही साबित कर रहे हैं। राष्ट्रीय मीडिया में हो रहे एक के बाद एक खुलासों में यह बात स्पष्ट हो चुकी है कि हिमाचल को लूटने वाले और बेचने वाले वीरभद्र सिंह और उनके परिवार के लोग ही हैं। यही लोग हिमाचल की भोली-भाली जनता के असली गुनहगार हैं। अपने गुनाहों पर पर्दा डालने के लिए और लोगों का ध्यान बंटाने के लिए वीरभद्र पिछले कुछ दिनों से भाजपा पर झूठे आरोप लगा रहे थे।
हिमाचल की जनता वीरभद्र सिंह से जानना चाहती है कि उनके मुख्यमंत्री काल में उनके रिश्तेदार पर किस का वरदहस्त था। जिसकी वजह से उन्होंने 1250 बीघा जमीन दबा रखी, जबकि हिमाचल लैंड सिलिंग एक्ट के अनुसार कोई भी व्यक्ति 168 बीघा से ज्यादा जमीन अपने पास नहीं रख सकता। वीरभद्र सिंह को स्पष्ट करना होगा कि इस बड़े घोटाले में किन-किन लोगों की भागीदारी थी।
इस मौके पर नरेंद्र ठाकुर, हरिओम भनोट, सुदेश ठाकुर, प्रदीप शर्मा, पवन नंबरदार, विकास, विजय चौधरी, प्राणनाथ, मंजू जरियाल, कमलेश, सतपाल, केडी हिमाचली व डॉ. सुरेंद्र कंवर सहित अनेक भाजपा कार्यकर्ता व नेता उपस्थित थे। मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने शुक्रवार को गगरेट विधानसभा क्षेत्र के मावा कोहलां गांव में भाजपा प्रत्याशी सुशील कालिया, कसौली में राजीव सहजल और नाहन में पार्टी प्रत्याशी डा. राजीव बिंदल के पक्ष में जनसभाओं को संबोधित किया और जनता से भाजपा के पक्ष में समर्थन की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की असली करतूत न्यायाधीश सूद की रिपोर्ट ने सिद्ध कर दी है कि हिमाचल को बेचने में कांग्रेस का हाथ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दोहरे चहेरे हैं, जो बोलते कुछ हैं और करते कुछ हैं। वीरभद्र सिंह को स्पष्ट करना होगा कि इस बड़े घोटाले में किन-किन लोगों की भागीदारी थी।
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