कराची में 80 साल पुराना मंदिर गिराया, हिन्दूओ ने किया प्रदर्शन

पाकिस्तान की फाइनेंस राजधानी कराची में 80 साल पुराना मंदिर गिराए जाने के विरोध में हिंदू समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन किया। सोल्जर बाजार इलाके में स्थित राम पीर मंदिर को एक बिल्डर के साथ जमीनी विवाद की पृष्ठिभूमि में गिराया गया। इसको लेकर हिंदुओं ने प्रेस क्लब के सामने प्रदर्शन किया। पाकिस्तान हिंदू परिषद के संरक्षक रमेश कुमार वांकवानी ने कहा, अब भी कई धार्मिक चीजें और तस्वीरें मलबे में दबी हुई हैं। मंदिर परिसर में रहने वाले परिवार बेघर हो गए हैं। सनद रहे कि कुछ समय पहले ही पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग ने कहा है कि देश में नाबालिग हिन्दू लड़कियों का जबर्दस्ती धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है जिससे अल्पसंख्यक समुदाय बहुत चिंतित है।

मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट में कहा गया है कि बहुत से मामलों में हिन्दू लड़कियों का अपहरण कर उनके साथ रेप किया जाता है और बाद में उन्हें धर्म परिवर्तन पर मजबूर किया जाता है। सिंध प्रान्त विशेष कर देश की व्यापारिक राजधानी कराची में जबर्दस्ती परिवर्तन की घटनाएं हो रही हैं। पाकिस्तान की सीनेट की अल्पसंख्यक मामलों की स्थाई समिति ने ऐसी घटनाएं रोकने के लिए ठोस उपाए करने का आग्रह किया था।

आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जबर्दस्ती धर्म परिवर्तन की घटनाएं केवल सिंध तक सीमित नहीं है बल्कि देश के अन्य भागों में भी ऐसा हो रहा है। अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों का अपहरण होता है, उनके साथ रेप किया जाता है और बाद में यह दलील दी जाती है कि लडकी ने इस्लाम धर्म कबूल कर लिया है। उसकी मुस्लिम व्यक्ति से शादी हो गई है और वह अपने पुराने धर्म में लौटना नहीं चाहती।

आयोग ने कहा कि अदालतें भी अल्पसंख्यक लड़की या उसके परिवार वालों के साथ इंसाफ नहीं करतीं। 12 या 13 साल की लड़की को भी अभिभावकों के संरक्षण में नहीं छोडा जाता। आयोग ने एक घटना का उल्लेख किया जिसमें 12 साल की एक लड़की ने यह बयान दिया कि उसने स्वेच्छा से इस्लाम कबूल कर लिया है। अदालत ने परिवार वालों के वकील की इस दलील की अनसुनी कर दी कि लड़की नाबालिग है। आयोग ने कहा कि ऐसे मामलों पर अदालतें निष्पक्ष रूप से विचार नहीं कर पातीं क्योंकि मजहबी नारेबाजी करने वाले कट्टरपंथी लोगों से भय रहता है।

चंडीगढ़ सेक्टर-17 में हिन्दुओं ने सांप्रदायिक हिंसा विधेयक की प्रतियां जलाई

विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और अन्य हिंदू संगठनों ने बुधवार को सेक्टर-17 के प्लाजा में सांप्रदायिक एवं लक्षित हिंसा रोकथाम विधेयक के प्रति जलाकर विरोध जताया।

विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष विजय सिंह भारद्वाज ने कहा कि यह बिल हिंदू विरोधी है। बजरंग दल के संयोजक द्विविजेंद्र डोगरा ने कहा कि यह बिल देश हित में नहीं है।

हिंदू नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए। इस अवसर पर हिंदू संस्कृति रक्षा संगठन के प्रमुख राम बहादुर मिश्रा, शिव सेना नेता अजय चौहान के अलावा मुनीष बख्शी सहित अन्य लोग उपस्थित थे। 

11 ईसाईयों ने पुन: हिन्दू धर्म अपनाया

वर्षो पहले हिन्दु धर्म को छोड़कर ईसाई धर्म अपनाने वाले छह परिवार के 11 सदस्य वापस हिन्दु धर्म को अपना लिया है। उनके स्वधर्म वापसी को लेकर बजरंग दल की ओर से यहां विश्वशांति धर्मरक्षा यज्ञ का आयोजन किया गया और उनके हिन्दु धर्म में वापसी का स्वागत किया गया।

रविवार के दिन, विश्वशांति यज्ञ से पूर्व भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गई। महानदी के मारवाड़ी घाट से निकली यह शोभायात्रा नगर परिक्रमा करते हुए गंगाधर मंडप पहुंची, जहां यज्ञ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर, बिहार के लखीसराय से आए विश्व हिन्दु परिषद के संत भरत दास रामायणी महाराज ने हिन्दु धर्म के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसके महत्व के बारे में बताया और वापस हिन्दु धर्म में लौटने वाले परिवारों को संस्कृति दीक्षा दी। 

क्षेत्रीय धर्म प्रचार प्रमुख अच्युतानंद कर ने हिन्दु धर्म को धर्मातरीकरण से बचाए जाने पर जोर दिया। इस कार्यक्रम का संचालन बजरंग दल के प्रांतीय प्रमुख सुधीर रंजन बहिदार ने और यक्ष कार्य का संचालन चंद्रकांत पाणिग्राही ने किया। इस अवसर पर, विश्व हिन्दु परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष प्रदीप बहिदार, संगठन सचिव शरत प्रधान, आनंद प्रधान, विपिन गड़नायक, बुलू महापात्र, मुन्ना मुंडा, संतोष राउत, हेमंत मेहेर, विश्वनाथ पंडा एवं अन्य उपस्थित रहे।

तस्लीमा के खिलाफ केस दर्ज करने पर सुप्रीम कोर्ट का यूपी सरकार को नोटिस

बांग्लादेश की लेखिका तस्लीमा नसरीन की याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को नोटिस जारी किया है। साथ ही निर्देश दिया है कि तस्लीमा के खिलाफ दर्ज केस में कोई कार्रवाई न की जाए। 

यूपी पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा खां की शिकायत पर तस्लीमा के खिलाफ बरेली में आईटी ऐक्ट के तहत केस दर्ज किया हुआ है। शिकायत में कहा गया है कि तस्लीमा ने एक ट्वीट के जरिए धार्मिक आस्था का अपमान किया है। इस मामले में तस्लीमा की ओर से सीनियर एडवोकेट के.के. वेणुगोपाल ने अर्जी दाखिल कर केस रद्द करने की गुहार लगाई है साथ ही केस किसी और राज्य में ट्रांसफर करने का आग्रह किया है। सुप्रीम कोर्ट मामले की आगे की सुनवाई के लिए जनवरी के दूसरे हफ्ते का वक्त तय किया है। 

तस्लीमा नसरीन की ओर से पेश एडवोकेट वेणुगोपाल ने कहा कि मामला मानवाधिकार का है और इसमें उनके मुवक्किल के हितों की रक्षा की जानी चाहिए। अदालत ने यूपी सरकार को नोटिस जारी किया है। सुप्रीम कोर्ट ने आईटी ऐक्ट की धारा-66 ए का केस रद्द करने के आग्रह पर कहा कि इस मामले को पहले के इस तरह के केसों के साथ अटैच किया जा सकता है। आईटी ऐक्ट की धारा-66 ए के तहत इंटरनेट या किसी भी सोशल साइट के जरिए दूसरे की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के मामले में केस दर्ज किया जा सकता है और इस मामले में गिरफ्तारी का भी प्रावधान है। 

याचिकाकर्ता की ओर से सुप्रीम कोर्ट को बताया गया कि इस मामले में मीडिया रिपोर्ट के आधार पर ही शिकायत के आधार पर बिना छानबीन के केस दर्ज कर लिया गया। याचिकाकर्ता ने कहा कि आईटी ऐक्ट के प्रावधान का उसके खिलाफ गलत तरीके से इस्तेमाल हो सकता है। उनकी ओर से कहा गया कि इस मामले में कानून का मिसयूज किया जा सकता है ऐसे में केस रद्द किया जाए।

मोदी ने गुजरात में शानदार काम किए हैं - नारायण मूर्ति

अमर्त्य सेन के साथ कन्नड़ साहित्यकार प्रफेसर अनंतमूर्ति ने कुछ दिन पहले कहा था कि वे नरेंद्र मोदी को बतौर पीएम नहीं देखना चाहते हैं पर इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति ने कहा है कि मैं इन दोनों की राय से सहमत नहीं हूं। मूर्ति ने एक न्यूज़ चैनल से इंटरव्यू में कहा कि वह मोदी के विकास मॉडल पर अमर्त्य सेन की आलोचना से भी इत्तेफाक नहीं रखते।

उन्होंने कहा कि मैं गुजरात इटरप्राइजेज इंस्टिट्यूट का अध्यक्ष हूं और वहां के विकास के बारे में जानता हूं। नरेंद्र मोदी से कई बार मिल चुका हूं। मूर्ति ने कहा कि मोदी ने गुजरात में शानदार काम किए हैं। खास कर सड़क और पावर के क्षेत्र में उन्होंने बहुत काम किए हैं। गुजरात देश में कई राज्यों से बेहतर काम कर रहा है। ऐसे में नरेंद्र मोदी को क्यों नहीं क्रेडिट देना चाहिए। मूर्ति से पूछा गया कि क्या वह अमर्त्य सेन और प्रोफेसर अनंतमूर्ति के उस मत से सहमत हैं कि वे नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनते नहीं देखना नहीं चाहते। इस पर मूर्ति ने कहा कि हमें उस पर जाना चाहिए कि देश के विकास के लिए कौन अच्छा हो सकता है।

2002 में गुजरात में हुए दंगों के बारे में उन्होंने कहा कि हमें इससे आगे बढ़ने की जरूरत है। देश में दंगे हर दिन होते हैं और हर जगह हुए हैं। हम वहीं अटके नहीं रह सकते। मोदी को लंबे समय से गुजरात की जनता बहुमत दे रही है। गलतियां किसी से भी हो सकती हैं। ऐसे में महत्वपूर्ण बात यह है कि जो देश को विकास की पटरी पर ले जा सकता है उसे आगे आने में कोई दिक्कत नहीं है। मूर्ति से पूछा कि क्या वह अपने पूर्व कॉलीग नंदन निलेकणि को यदि कांग्रेस आगे करती है तो सपोर्ट करेंगे। मूर्ति ने कहा कि उनके पास शानदार विजन हैं। मैंने उनकी किताब पढ़ी है और उसमें भी उनका शानदार विजन सामने आता है। ऐसे लोगों को आगे करना चाहिए।

नारायण मूर्ति ने कहा कि आज की तारीख में देश को हाई क्वॉलिटी और मजबूत नेतृत्व की जरूरत है। फिलहाल हम कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। गरीबी और बेरोजगारी इनमें से प्रमुख समस्याएं हैं। हमें अजेंडा के साथ काम करना होगा। जीडीपी ग्रोथ और बिजनस ग्रोथ पर प्रमुखता से ध्यान देना होगा। मूर्ति ने कहा कि इस देश को विकास की पटरी पर लाने के लिए बहुत जरूरी है हाई क्वॉलिटी नेतृत्व को सत्ता मिले। जब उनसे पूछा गया कि लिडरशिप में आइडिया अहम है या व्यक्ति। इस पर नारायण मूर्ति ने कहा कि हम दोनों को पूरी तरह से अलग नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि एक अच्छा कम्यूनिकेटर ही मजबूत नेता हो सकता है। हम इतिहास में उन मजबूत नेताओं को देख सकते हैं जो कि शानदार कम्यूनिकेटर भी थे। महात्मा गांधी, जॉज वॉशिंगटन, अब्राहम लिंकन से विंस्टन चर्चिल तक लोगों से कम्यूनिकेट करते थे।

हमारे नेताओं को भी चाहिए कि वह लोगों तक पहुंचें। संवाद करें क्योंकि यह उनकी प्राइमरी जॉब है। उन्हें लोगों के भरोसे को जगाने की जरूरत है। जब मूर्ति से पूछा गया आप राहुल और मोदी में किसे बेहतर मानते हैं। इस पर मूर्ति ने कहा कि मैं राजनीतिक नहीं हूं और कौन बेहतर है इस पर मेरी टिप्पणी की कोई जरूरत नहीं है। मैं कोई फैसला नहीं दे सकता कि राहुल बेहतर हैं या मोदी। लेकिन हमें वैसे नेता को मौका देना चाहिए जो देश का विजन तय करने की क्षमता रखता है। जो लोगों से कम्यूनिकेट करता है। जो जीडीपी ग्रोथ रेट 9 पर्सेंट से ज्यादा ले जाने की कपैसिटी और विजन रखता है। यह ज्यादा महत्वपूर्ण है। यह तो हमारे नेता की न्यूनतम क्वॉलिटी होनी चाहिए।

बंगाली बाबाओं व ईसाई धर्मप्रसारकों के विरुद्ध एफआईआर पर कोई कार्यवाही नहीं

जादूटोना अधिनियम हिंदू विरोधी होने का डर सनातन संस्था ने पूर्व से ही स्पष्ट किया था । डा. दाभोलकर की मृत्युके पश्चात शीघ्रता से पारित किए अध्यादेश को १०६ दिन हो गए, प्रशासन ने अध्यादेश कठोर बनाने के नाम पर सारे अपराध ‘हस्तक्षेपवाले’ घोषित किए; किंतु इस कालावधि में जादूटोना तथा चमत्कारों का दावा करने वाले बंगाली बाबा तथा ईसाई धर्मप्रसारकों के विरुद्ध आई लिखित ७ परिवादों में कार्यवाही करना तो दूर; अभी तक पुलिस ने अपराध भी प्रविष्ट नहीं किए । 

अत: इस संदर्भ में प्रशासन स्पष्टीकरण दे तथा यदि यह अधिनियम सर्वधर्मियों हेतु समान हो, तो संबंधित व्यक्तियों पर अपराध प्रविष्ट कर उन पर तुरंत कार्यवाही करने की बात घोषित करे, हिंदू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने वार्ताकार परिषद में ऐसी मांग की । इस समय हिंदू विधिज्ञ परिषद के अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर उपस्थित थे ।

अधिवक्ता इचलकरंजीकर ने कहा, २६ अगस्त २०१३ को प्रशासन ने आपातकाल उत्पन्न होने जैसा संभ्रम उत्पन्न कर अध्यादेश कार्यान्वित कर यह अधिनियम महाराष्ट्र  के माथे पर थोप दिया । अध्यादेश की प्रस्तावना में भोंदू लोगों द्वारा होने वाले शोषण का प्रमाण भयानक होने की बात बताई गई है । वास्तव में अध्यादेश पारित होने से आज तक केवल १६ परिवाद प्रविष्ट हुए  हैं । इस अधिनियमानुसार प्रविष्ट अपराध अप्रतिभू सम्मत होने वाले तथा अदखलपात्र हैं । ऐसी स्थिति में ७ परिवादों पर अपराध भी प्रविष्ट न होना, इस अध्यादेश की असफलता है । 

हिंदू कालेज के ग‌र्ल्स होस्टल पर कर्मचारियों का कब्ज़ा छात्राएं किराए पर

बालिका शिक्षा का सरकारी दावा तार तार हो गया है। उच्च शिक्षा को लेकर बालिकाओं को आगे बढ़ाने के प्रयासों पर जर्जर संसाधन ही रोड़ा बन गए हैं। हिंदू कालेज का ग‌र्ल्स हास्टल इसकी नजीर है। कर्मचारियों में कब्जे वाले इस हास्टल में अब छात्राएं नहीं रुकती हैं। दर्द उन्हें है लेकिन सुनवाई कही नहीं है। कोई एमएसटी के सहारे तो कोई हर माह किराये के कमरे में रहने को मजबूर है।

ठंड का मौसम है। छात्राओं का कालेज आना भी मजबूरी है। सुबह टिफिन लेकर छात्राएं कालेज आती हैं और छोटे हो रहे दिन में वापसी की भी चिंता इन्हें सताती रहती है। इनके लिए हिंदू कालेज कैंपस में ही ग‌र्ल्स हास्टल बना है। तीस छात्राओं के मानक वाले इस हास्टल में वर्षों  से कोई रुका ही नहीं। बड़ा कारण असुरक्षा। टूटते प्लास्टर, उखड़ता फर्श और भी बहुत कुछ। शायद इसी का फायदा उठाया गया और यह हास्टल अब सिर्फ यहां की दीवारों पर ही लिखे श्लोगन में दिख जाता है। अंदर कर्मचारियों और ठेकेदारों के परिवार वालों का निवास बन चुका है। इनमें से तमाम हर माह मोटी रकम तनख्वाह के रूप में भी लेते हैं लेकिन किराया देना फितरत नहीं है। प्राचार्य डा. केए गुप्त कहते हैं कि रहने के लिए कोई आवेदन नहीं आया था। कब्जा है तो हटाया जाएगा और सही कराकर इसे इच्छुक छात्रा को आवंटित किया जाएगा।

शीतल, हिंदू कालेज में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं। प्रतिदिन चंदौसी से आती-जाती हैं। परीक्षा के समय महानगर में ही किराया का कमरा लेकर रहती हैं। कहती हैं कि ग‌र्ल्स हास्टल में रहने को तैयार हैं, लेकिन पहले सुरक्षा दें।

उमा, कालेज में एमए प्रथम वर्ष की छात्रा हैं। काशीपुर की रहने वाली हैं। महानगर में ही किराए के कमरे पर हैं। हर महीने दो से तीन हजार रुपये भी खर्च होते हैं। वह भी सुरक्षा मांग रही हैं।

राधा, कालेज में एमए अंतिम वर्ष की छात्रा हैं। यह जसपुर की हैं। कहती हैं कि कालेज आने के लिए लंबा सफर तय करना पड़ता है। रोज सौ-दौ सौ रुपये खर्च होते हैं। ग‌र्ल्स हास्टल में रहने का इंतजाम हो जाए रोज-रोज की दिक्कत खत्म हो जाती।

यह होना चाहिए इंतजाम:

- ग‌र्ल्स हास्टल में दो वार्डन की नियुक्ति होनी चाहिए
- छात्राओं की सुरक्षा के लिए एक चौकीदार की तैनाती।
- गेट पर भी हो सुरक्षा गार्ड की तैनाती।

हिंदू युवा वाहिनी के नेता की हत्या में अंडरवर्ल्ड का हाथ

हिंदू युवा वाहिनी के नेता राम मोहन गुप्ता की हत्या के पीछे अंडरवर्ल्ड का हाथ होने का खुलासा पुलिस टीम ने किया है। अंबेडकर नगर के एसपी सुनील सक्सेना ने बताया कि हत्याकांड की जांच से पता चला है कि यह मामला हिंदू नेताओं की हत्या की साजिश से जुड़ा है।

एसपी ने बताया कि इस हत्याकांड मे गिरफ्तार आरोपियों, दानिश, मुन्ना मास्टर और आरिफ के संबंध मुंबई से है और उन्हें सैफ नाम के माफिया डॉन ने हत्या की सुपारी दी थी। आरोपियों ने बताया कि काम पूरा होने पर उन्हें अच्छी-खासी रकम देने का वादा किया था, जबकि काम न होने की सूरत में उन्हें मारने की धमकी दी गई थी। 

अब पुलिस यह जानना चाहती है कि सैफ कौन है और उसका हिंदू नेताओं की हत्या कराने का मकसद क्या है। पुलिस ने बताया कि अंडरवर्ल्ड से जुड़ा सैफ टांडा कस्बे की रेकी कर गया था उसके बाद उसने हत्या के प्लान को अंजाम देने के लिए तीनों को सुपारी दी थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार टांडा कस्बे के हिन्दूवादी नेता सूर्यमणि और दीपक केडिया भी उनकी हिट लिस्ट मे है।

अब मामले के तार अंडरवर्ल्ड से जुड़ने के बाद एसपी एमएलए अजीमुल हक को क्लीन चिट मिलने के आसार है।

नगमा और जॉनी लिवर कर रहे ईसाइत का प्रचार विहिप छेड़ेगा आन्दोलन


विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने बॉलीवुड अभिनेत्री नगमा और जॉनी लिवर के खिलाफ आंदोलन शुरू करने की धमकी दी है। दोनों दलों का आरोप है कि ये दोनों ईसाइत का प्रचार कर रहे हैं तथा हिंदुओं का धर्मातरण कर रहे हैं।

वीएचपी नेता उमेश राणे ने आरोप लगाया कि बेस्ट की बसों व मुंबई रेलवे स्टेशन पर बड़े-बड़े होर्डिग लगे हैं। इनमें जॉली लिवर व नगमा के फोटो लगे हैं जिनमें वे ईसाइत का प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर वे जल्दी ही यह विज्ञापन नहीं रूकवाते हैं तो इन दोनों के घरों के बाहर हवन व आरती की जाएगी। एक न्यूज चैनल ने राणे के हवाले से कहा कि नगमा व जॉनी ख्रिश्चन मिशनरीज के साथ मिलकर काम कर रहे हैं तथा हिंदुओं का धर्मातरण करवा रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि १८ कहानियों वाली एक किताब में दोनों एक्टर्स को यह कहते हुए दिखाया गया है कि ईसाई बनने के बाद से उनका जीवन ही बदल गया। अगर वे इसे नहीं रोकते हैं तो हम उन्हें पाठ पढ़ाएंगे।

150 वर्ष प्राचीन पीपल के पेड़ को काटने पर विहिप ने निकाली रोष रैली

चंबा के नगर पंचायत रिवालसर के वार्ड नंबर एक में पीपल का हरा पेड़ काटने पर विश्व हिंदू परिषद के तेवर सरकार व जिला प्रशासन के प्रति कड़े हो गए हैं। पिछले सप्ताह वन विभाग की ओर से बौद्धिक मंदिर से सटे प्राचीन पीपल के पेड़ पर कुल्हाड़ी चलाई गई थी। उक्त कार्य को वन विभाग ने गुपचुप तरीके से अंजाम देकर हिंदुओं की भावना से खिलवाड़ किया है।

इस मामले की भनक लगते ही क्षेत्र के एक दर्जन लोगों ने इस बाबत शिकायत स्थानीय पुलिस चौकी में दर्ज कराई है। इधर, इस मामले को लेकर विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश सचिव श्याम लाल कश्यप की अध्यक्षता में स्थानीय लोगों की एक आपात बैठक स्थानीय लोमश ऋषि मंदिर के प्रांगण में हुई और बुधवार को रोष रैली निकाली। यह रोष रैली लोमश ऋषि मंदिर परिसर से होकर नगर पंचायत कार्यलय व पुलिस चौकी रिवालसर तक निकाली गई। 

रैली में नगर पंचायत रिवालसर व वन विभाग सहित जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। विश्व हिंदू परिषद के वक्ताओं ने कहा कि काटे गए पीपल पेड़ के टयाले के नाम राजस्व विभाग के खसरा नंबर 1081 पर आधा बिस्वा जमीन दर्ज है तथा कम से कम 150 वर्ष पहले के पीपल के पेड़ की बलि देने की किसी को क्या जरूरत पड़ी थी। 

उन्होंने स्पष्ट किया है कि विहिप की किसी से कोई द्वेष नहीं है। उन्होंने मांग की है कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह उक्त मामले में व्यक्तिगत तौर पर हस्तक्षेप कर पीपल के टयाले पर हुए अवैध अतिक्रमण को हटाकर वहां पीपल का नया पौधा रोपित कराए तथा उपरोक्त मामले में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएं।

पाकिस्तानी हिन्दुओं ने मानवाधिकार दिवस पर अपने अधिकारों की मांग की

अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के मौके पर पाकिस्तान से आए सैकड़ों हिंदू रिफ्यूजीयों ने अपने अधिकारों की मांग को लेकर दिल्ली स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ के कार्यालय पर प्रदर्शन किया। हिंदू सेना की अगुवाई में रिफ्यूजी ने बंटवारे के बाद पाकिस्तान में हिंदूओं की दशा को सुधारने की मांग की।

धरने को संबोधित करते हुए हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा कि देश के बंटवारे के बाद पाकिस्तान में 23 फीसद हिंदू थे। आज वहां मात्र 2 फीसद रह गए हैं। ये सभी अल्पसंख्यक हिंदू खौफ के साए में जी रहे हैं। करीब तीन हजार हिंदू रिफ्यूजी भारत में अधिकार व सुविधाओं के अभाव में रह रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान के बाद अब भारत में भी उनके मानव अधिकारों का हनन हो रहा है।

अधिकारों की मांग करते हुए प्रदर्शनकारियों ने लोधी रोड स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ के कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं व बच्चे भी शामिल थे।

हिंदुत्व का विरोध करने वाले ही सांप्रदायिक हैं - कल्याण सिंह

हिंदुत्व का विरोध करने वाले ही सांप्रदायिक हैं। हिंदू व हिंदुत्व ही सही मायनों में धर्मनिरपेक्ष हैं। सांप्रदायिक तो वे हैं जो तुष्टीकरण करते हैं। हिंदुत्व जो भारत का जीवन दर्शन और प्राणतत्व है, उसमें सबका विकास समाहित है, पर गंदी राजनीति के दौर में तमाम दल अपने पापों पर परदा डालने के लिए कथित धर्मनिरपेक्षता का नकाब पहन ले रहे हैं। अब नकाब उतरने के बाद इनका असली चेहरा जनता के सामने है। मुजफ्फरनगर इसका हालिया सबूत है

ये बातें प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने कही। वे मंगलवार को गोरखपुर में महाराणा प्रताप (एमपी) इंटर कालेज में एमपी शिक्षा परिषद संस्थापक समारोह के समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे।

उन्होंने कहा कि मेरे जीवन में राम, खेती और शिक्षा का सर्वाधिक महत्वपूर्ण स्थान रहा है। करोड़ों हिंदुओं की तरह भगवान श्रीराम मेरे भी आराध्य हैं। मेरे जीते जी अयोध्या में भव्य राम मंदिर बने, यह मेरा सपना है। राम मंदिर भारतीय संस्कृति का श्रेष्ठतम प्रतिमान है। यह हिंदू जीवन दर्शन का स्रोत है। इसका विरोध देश की संस्कृति, दर्शन और राष्ट्रीयता का विरोध है।

उन्होंने कहा कि किसान का बेटा होने के नाते जो किसान मौसम की मार सहकर औरों का पेट भरते हैं, उनकी दुर्दशा भी मुझे सालती है। बचपन से ही मैं शिक्षक बनना चाहता था। बना भी। देश की भावी पीढ़ी के निर्माण का एक मात्र जरिया शिक्षा और उससे मिले संस्कार ही हैं। एमपी शिक्षा परिषद द्वारा इस क्षेत्र में किया जा रहा काम बेहद सराहनीय है।

गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी और सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संत के जीवन का एक मात्र लक्ष्य मोक्ष होता है, पर ब्रह्मालीन महंत दिग्विजयनाथ संत होते हुए भी देश और समाज के लिए पूरी तरह समर्पित थे। अपने समय में उन्होंने हर क्षेत्र में अपनी अमिट छाप छोड़ी। शिक्षा के क्षेत्र में बेहद पिछड़े पूर्वाचल में ज्ञान के प्रकाश के लिए उन्होंने 1932 में जिस परिषद की स्थापना की वह वट वृक्ष बन चुका है। गोरखपुर विश्वविद्यालय की स्थापना में भी उनका महत्वपूर्ण स्थान था। हर साल पूरी भव्यता के साथ संस्थापक समारोह मनाकर हम उन संकल्पों को दोहराते हैं, जिसे ब्रह्मालीन महंत दिग्विजयनाथ ने लिया था। शिक्षा, चिकित्सा और हिंदुत्व के लिए पीठ की परंपरा जारी रहेगी यह मेरा संकल्प है। अध्यक्षता गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ ने की।

आभार पूर्व कुलपति प्रो.यूपी सिंह ने जताया जबकि संचालन डा. श्रीभगवान सिंह ने किया।

अमेरिका में बीयर की बोतल पर भगवान् शिव का नाम और चित्र से हिन्दुओ में उबाल

अमेरिका के नॉर्थ केरोलिना राज्य स्थित एशविल्ले की ‘एशविल्ले ब्रीविंग कंपनी’ की बोतल पर भगवान शिव की प्रतिमांकित बियर का विक्रय रोका जाए, यहां के संतप्त हिंदुओं ने ऐसी मांग की है । ‘शिव’ नामकी इन बियर बोतलों पर नटराज के रूप में भगवान शिव की प्रतिमा छाप दी गई है । 

हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं का अनादर करने वाला यह कृत्य पूर्णतया अनुचित है । इस प्रकार व्यापारीकरण हेतु हिंदुओं के देवताओं का उपयोग करना सर्वथा अनुचित है, अत: इससे हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं पर आघात हो रहे हैं, अमेरिका के प्रसिद्ध हिंदू नेता श्री. राजन जेदने एक आवेदन द्वारा ऐसी प्रतिक्रिया व्यक्त की है ।

हिंदू धर्ममें आदरपूर्वक भगवान शिवकी पूजा की जाती है । भगवान शिव का स्थान मंदिर अथवा ‘देवघर’ है । व्यापारी स्वार्थ से बियर का विक्रय करने हेतु भगवान शिव का उपयोग करना अनुचित है, ऐसा श्री. जेद ने कहा है । किसी भी धर्म के देवता की प्रतिमा ऐसी अनुचित पद्धति से उपयोगमें नहीं लानी चाहिए, ऐसा श्री. जेदने कहा है ।

भगवान शिव की प्रतिमांकित बियर का विक्रय करने वाले एरशविल्ले ब्रीविंग कंपनी हिंदुओं से क्षमायाचना करे तथा इस बियर का विक्रय तुरंत रोके, इस आवेदन में ऐसी मांग की गई है ।

हिंदूराष्ट्र स्थापना हेतु बेंगलुरू में हिंदू अधिवेशन का आयोजन

हिंदू जनजागृति समिति की ओर से १ दिसंबर को बनशंकरी, बेंगलुरू के संत श्री आसाराम जी आश्रम में हिंदू अधिवेशन का आयोजन किया गया था।

इस अधिवेशन में धर्माचार्य, अधिवक्ता तथा धार्मिक नेताओं के साथ १५० से अधिक हिंदू संगठनों के पदाधिकारी उपास्थित थे । अधिवेशन का उद्घाटन कुड्ली मठ के जगद्गुरु शंकराचार्य विद्याभिनव सरस्वती स्वामी जी, अधिवक्ता श्री. अमृतेश, प.पू. आसाराम बापू आश्रम के कर्नाटक प्रांत प्रचारक श्री. रविकुमार जी, हिंदू जनजागृति समिति के कर्नाटक राज्य समन्वयक श्री. मोहन गौडा ने दीपप्रज्वलन कर किया ।

अधिवेशनमें श्री रामसेना, हिंदू महासभा, इस्कॉन, भारत जागृत मोर्चा जैसे अनेक हिंदुत्ववादी संगठनोंने सहभाग लिया था । 

भाजपा ने की हत्या के आरोपी अजीमुल हक को गिरफ्तार करने की मांग

आंबेडकरनगर के टांडा कस्बे में हिंदू युवा वाहिनी नेता राम मोहन गुप्त की हत्या के बाद कस्बे में सांप्रदायिक तनाव बना हुआ है। प्रशासन इस कोशिश में जुटा है कि इस घटना को विरोधी दल किसी भी हालत मे सांप्रदायिक रंग न देने पाए।

इससे पहले राम मोहन के चाचा व हिंदू युवा वाहिनी के जिला अध्यक्ष राम बाबू की हत्या कर दी गई थी। इस बीच बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी अकबरपुर कस्बे में पहुंच कर वहां कैंप लगाए हुए हैं। पुलिस ने टांडा के समाजवादी पार्टी के एमएलए अजीमुल हक पहलवान, रहमान, इरफान व साहिद के खिलाफ हत्या व हत्या की साजिश की धाराओं मे एफआईआर दर्ज कर ली है।

वाजपेयी ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर पांच दिनों के भीतर एमएलए हक को गिरफ्तार नहीं किया गया तो टांडा को केंद्र बनाकर प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। प्रशासन ने टांडा कस्बे को सील कर दिया है। वहीं, डॉ. राम विलास वेदांती को प्रशासन ने गुरुवार को टांडा के रास्ते पर उस वक्त रोक लिया जब वे बस्ती से टांडा पहुंचने वाले थे। राम मोहन के परिवार वालों का आरोप है कि एसपी विधायक हक और उनके लोगों ने ही राम मोहन की हत्या की है। राम बाबू की हत्या में भी एमएलए शामिल थे।

साहिद व रहमान को पुलिस ने उस समय ही गिरफ्तार किया था पर एमएलए हक ने साहिद को पुलिस कस्टडी से जबरन छुड़वा लिया था। रहमान हाल ही में जेल से छूटकर आया था और राम बाबू के भतीजे की हत्या कर दी गई। अब एसपी एमएलए को बचाने की वही कहानी दोहराई जा रही है। कस्बे के नाजुक हालात को देखते हुए वहां सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। भारी संख्या मे सुरक्षा बल तैनात है और पुरे जिले मे अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सरकारी सूत्रों का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

दाह संस्कार अभी नहीं: मृतक राम मोहन की लाश का दाह संस्कार अभी नहीं होने दिया गया। लाश को रखकर धरना हो रहा है। मांग की जा रही है कि एमएलए सहित अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए। प्रशासन बातचीत करके लाश का पोस्टमॉर्टम कराना चाहता है।

हत्या पर राजनीति शुरूः राम बाबू की हत्या को लेकर बीजेपी ने पहले आंदोलन चलाया पर एसपी सरकार ने राम बाबू परिवार को सरकारी राहत तक नहीं दी। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि मुस्लिम परस्ती के चलते ही एमएलए पर कार्रवाई रामबाबू की हत्या प्रकरण में नहीं की गई। अब उनके भतीजे राम मोहन की हत्या के मामले मे एमएलए पहलवान की गिरफ्तारी को लेकर विरोधी दल खासकर बीजेपी पूरा दबाव बना रही है।

मलेशिया में हिंदू मंदिर की खुदाई से आक्रोश

मलेशिया में एक हिंदू मंदिर के ध्वंसावशेष की खुदाई के बाद लोगों के भड़क जाने का मामला प्रकाश में आया है. खबरों के मुताबिक भवन निर्माण उद्योग से जुड़े लोगों ने इस प्राचीन हिंदू मंदिर के अवशेषों की खुदाई कर दी जिसकी वजह से लोगों में नाराज़गी का माहौल व्याप्त है.

मलेशिया की बुजांग घाटी को पुरातात्विक महत्व की दृष्टि से सबसे समृद्ध इलाका माना जाता है.

देश के केदाह सूबे में ये इलाका सैकड़ों वर्ग मील के दायरे में फैला हुआ है. माना जाता है कि इस क्षेत्र में दो हजार साल पुरानी इमारतों के अवशेष मौजूद हैं.

पड़ोसी पेनांग प्रांत के उप मुख्यमंत्री पलीनासामी रामासामी ने उस जगह के मुआयना करने के बाद स्थानीय अखबार मलय मेल ऑनलाइन को बताया कि सुंगाई बातु में स्थित मंदिर को भवन निर्माण उद्योग से जुड़े लोगों ने ध्वस्त कर दिया है.

रामासामी के मुताबिक ये घटना एक महीने से भी ज्यादा पुरानी है. इस घटना का असर सोशल मीडिया पर भी देखा गया. सोशल मीडिया पर मौजूद लोगों में बेहद नाराज़गी का माहौल है.

कुछ लोग कह रहे हैं कि उस जगह की हिफ़ाज़त नहीं की गई जबकि कुछ ने सरकार पर आरोप लगाया कि ये मलेशिया में इस्लाम के उदय से पहले के इतिहास को नष्ट करने की कोशिश है.

ट्विटर पर एक व्यक्ति ने अपनी भावनाएँ कुछ इन शब्दों में जाहिर कीं, "कोई इज्जत नहीं है. अगर किसी चीज का इस्लाम से कोई जुड़ाव नहीं है तो उसकी कोई अहमियत भी नहीं है."

इस सिलसिले में फ़ेसबुक पर एक पेज भी बनाया गया है "वन मिलियंस लाइक टू बुजांग वैली." फ़ेसबुक पेज की शुरुआत के पहले ही दिन ही सात हजार लोगों ने इस पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई

केदाह सूबे के अधिकारी लोगों की प्रतिक्रियाओं से हैरत में हैं. उन्होंने कहा है कि उस मंदिर के ध्वंसावशेष एक निजी ज़मीन पर थे और सरकारी दस्तावेजों में उस इमारत को ऐतिहासिक महत्व की रचना के तौर पर रजिस्टर्ड नहीं किया गया था. इस सरकारी प्रतिक्रिया से लोगों में नाराजगी और बढ़ गई.

कई लोगों ने सरकार से ये अपील भी की है कि वह पुरातत्व विज्ञान के जानकारों के साथ इस इलाके के बचे हुए ध्वंसावशेषों को ब्यौरा दर्ज करे.

यूपी सरकार तुष्टीकरण की पराकाष्ठा पार कर गई है - हिंदू महासभा

प्रदेश के हर थाने पर होगा मुस्लिम दारोगा की घोषणा पर अखिल भारत हिंदू महासभा ने तीखी आलोचना व्यक्त की है। कहाकि सरकार तुष्टीकरण की नीति की पराकाष्ठा पार कर गई है। सरकार की मंशा कतई पूरी नहीं होने दी जाएगी।
अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रदेश महामंत्री मनोज त्रिवेदी ने सरकार पर जमकर बरसे। 

उन्होंने प्रदेश सरकार पर जमकर भड़ास निकाली। कहाकि प्रदेश सरकार की घोषणाओं से हिंदुओं की भावनाएं आहत हो रही है। घोषणाओं पर कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ रहा है। 

मुजफ्फरनगर कांड में पहले वर्ग विशेष को लाभ देने की घोषणा की गई। कोर्ट के आदेश के बाद दोनों वर्गो के प्रभावितों को लाभ मिला। महासभा मुस्लिम तुष्टीकरण के विरोध में 19 दिसंबर को विरोध करेगी। साथ ही 6 दिसंबर को विजय दिवस के मौके पर कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया जाएगा। राष्ट्रपति से अयोध्या में राम मंदिर बनाने की मांग की जाएगी।

विहिप और संत समाज ने मोदी को प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प लिया

विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक अशोक सिंहल के साथ बैठक कर संत समाज ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प लिया। सिंहल ने कहा कि धार्मिक स्वाधीनता आंदोलन का समय आ गया है।

धर्मनगरी चित्रकूट में नौ दिवसीय श्रीराम महायज्ञ शुभारंभ करने आए श्री सिंहल ने भाजपा के पीएम वेटिंग नरेंद्र मोदी को एक मात्र हिंदू क्षत्रप बताया। उन्होंने संत समाज से कहा कि वर्ष 2014 का लोक सभा चुनाव धार्मिक स्वाधीनता का आंदोलन है। रामजन्म मंदिर को कोर्ट नहीं संसद ही बना सकती है। कानून बनाने के लिए हिंदूवादी नेतृत्व की जरूरत है। इस समय देश में हिंदू विरोधी नेतृत्व है। सिंहल ने मंदिर न बनाने के लिए अटल बिहारी की सरकार का बचाव किया। उन्होंने कहा कि उस समय भाजपा के सिर्फ 180 सांसद सदन में थे जो कानून नहीं बना सकते थे। अटल बिहारी ने खुद उनसे कहा था कि यदि वे कहें तो सरकार छोड़ने को तैयार हैं।

सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर प्रहार करते हुए विहिप नेता ने कहा कि वे मुस्लिम नेता आजम खां के कहने पर चलते हैं। प्रदेश में हिंदू संगठनों की बैठक पर प्रतिबंध लगा रखा है। कामदगिरि प्रमुख पीठाधीश्वर स्वामी रामस्वरुपाचार्य ने धर्मनगरी के संत समाज की ओर से श्री सिंहल को आस्वस्त किया कि नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए संत समाज पूरी ताकत लगा देगा।

नारायण साईं कुरूक्षेत्र से गिरफ्तार

बलात्कार के आरोपी नारायण साईं को आखिरकार दो महीने की मशक्कत के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

नारायण साईं को सूरत और पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में कुरुक्षेत्र के पीपली से बीती रात गिरफ्तार किया गया.

जब नारायण को गिरफ्तार किया गया तो वो सिख की वेशभूषा में था.

नारायण साईं के सहयोगी भी गिरफ्तार किए गए हैं. सूरत और दिल्ली पुलिस के साझा अभियान में नारायण को गिरफ्तार किया गया.

नारायण साईं पर रेप का आरोप था और आरोप लगने के बाद ये फरार हो गया था. खबर है कि दोपहर दो बजे उसे दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में पेश किया जाएगा.

खबर के मुताबिक नारायण एक गौशाला में छुपा था, जिस वक्त पुलिस ने छापा मारा तो वो भाग कर एक पंप में जा छुपा जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया. 

तो क्या हरियाणा के प्रशासन ने नारायण साईं को छिपा रखा था ... वाह रे कांग्रेस के खेल ..

महारानी एलिजाबेथ से भी अमीर है सोनिया गांधी

कांग्रेस की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ-2 से भी अमीर है। यह खुलासा अंग्रेजी अखबार हफिंगटन पोस्ट वर्ल्ड ने किया है। अखबार ने दुनियाभर के 20 सबसे ज्यादा अमीर नेताओं की सूची जारी की है। इसमें सोनिया गांधी ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ, ओमान के सुल्तान, मोनाको के राजकुमार और कुवैत के शेख से भी अमीर है। इस सूची में सोनिया को 12वां स्थान मिला है। 

सूची में सक्रिय राजा, राष्ट्रपति, सुल्तान और महारानियों को शामिल किया गया है। इस सूची में ज्यादात्तर पुरूषों का कब्जा है। अखबार ने सोनिया गांधी की कुल संपत्ति दो बिलियन अमरीकी डॉलर आंकी है। इसमें सबसे ज्यादा अमीर नेता मिडल इस्ट के शामिल हैं। सोनिया गांधी और ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ-2 की संपत्ति में 400 ले 500 मिलियन अमरीकी डॉलर का फर्क है। सोनिया, महारानी से काफी अमीर हैं। 

इस सूची में पहला स्थान रूस के राष्ट्रपति ब्लादमीर पुतिन को मिला है जिनका कुल संपत्ति 40 बिलियन अमरीकी डॉलर आंकी गई है। इनके बाद दूसरा नंबर थाइलैंड के राजा भूमिबोल अदुल्यादेज का है जिनकी कुल संपत्ति 30 बिलियन अमरीकी डॉलर है। 

एसोशिएसन फॉर डेमोक्रेटिक राइट्स की वेबसाइट नेशनल इल्केशन वाच के मुताबिक सोनिया गांधी की कुल संपत्ति 1.38 करोड़ रूपए की है। वेबसाइट के मुताबिक सोनिया के पास न ही अपनी कार और न ही भारत में अपना घर है।

अमेठी में राहुल के खिलाफ संजय को उतार सकती है भाजपा

लोकसभा चुनाव में अमेठी का चुनाव कांग्रेस-भाजपा की सबसे दिलचस्प जंग में तब्दील हो सकता है। भाजपा अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ संजय ‌सिं‌ह को उतारने पर विचार कर रही है।

अगर ऐसा हुआ, तो कांग्रेस उपाध्यक्ष को ऐसे विरोधी से मुकाबला करना होगा, जो न केवल जोशीले माने जाते हैं, बल्कि रईस और स्‍थानीय स्तर पर विवादित नेता की छवि भी रखते हैं।

खास बात यह है कि संजय सिंह, राहुल के पिता राजीव गांधी के काफी करीबी रहे हैं और फिलहाल कांग्रेस सांसद हैं।

एक खबर के मुताबिक भाजपा के वरिष्ठ नेता ने बताया कि सुल्तानपुर से कांग्रेस सांसद और अमे‌ठी के ‘राजा’ कहे जाने वाले संजय सिंह भाजपा की तरफ से राहुल को चुनौती दे सकते हैं। पार्टी की सिंह से बातचीत चल रही है।

भाजपा ने सिंह को संभवतः यह पेशकश भी दी कि अगर वह राहुल के खिलाफ अमेठी से चुनाव हार जाते हैं, तो उन्हें राज्यसभा टिकट दी जाएगी। कांग्रेस नेता ने भी माना है कि उन्हें इस बातचीत की जानकारी है।

संपर्क करने पर संजय सिंह ने इस पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह का कहना है कि अब तक इस मामले में कोई फैसला नहीं किया गया है।

सिंह का सियासी करियर कई बदलाव देख चुका है। सिंह के पिता रणंजय सिंह को नेहरू-गांधी परिवार को अमेठी तक लाने का श्रेय दिया जाता है। लेकिन सिंह ने गांधी परिवार का साथ छोड़ 1988 में वीपी सिंह का दामन थाम लिया था।

दस साल बाद वह फिर कांग्रेस छोड़ गए और भाजपा के लिए सीट जीती। अगले साल वाजपेयी की अगुवाई में वह भाजपा के लिए फिर लड़े, लेकिन रायबरेली से सोनिया गांधी के खिलाफ हार गए।

2003 में दोबारा कांग्रस में आए संजय सिंह सुल्तानपुर से जीते। इन चुनावों में उत्तर प्रदेश की 22 लोकसभा सीट कांग्रेस के खाते में गई, जबकि केवल दस भाजपा को मिली।

जम्मू में नमो गर्जना, धारा 370 का किया विरोध

भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने कल जम्मू के मौलाना आजाद स्टेडियम में ललकार रैली के दौरान धारा 370 के बहाने केंद्र सरकार पर फिर हमला किया. उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर में धारा 370 से यहां के सामान्य लोगों का भला हुआ है? अब धारा 370  कवच के रूप में इस्तेमाल हो रही है. उसे साम्प्रदायिकता से जोड़ा जा रहा है. सरकार सिर्फ सेक्युलरिज्म के नाम पर जिम्मेदारी से बचती रही है. मोदी ने कहा, मैं हिन्दू मुस्लिम की बात नहीं करता, मैं सवा सौ करोड़ लोगों की बात करता हूं.

मोदी ने जम्मू-कश्मीर की मौजूदा हालत के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि 60 सालों के इतिहास से पता चलता है कि जम्मू कश्मीर को लेकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की सोच सही थी. पंडित नेहरू ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की बात को नजरंदाज किया.

उन्होंने कहा, आतंकवाद से लड़ते हुए हमारे कई देशभक्त सिपाही शहीद हो गए. जान हथेली पर लेकर देश की रक्षा करने वाले सभी सैनिकों का आदर करता हूं. लेकिन आतंकवाद से निपटने के मुद्दे पर दिल्ली की सरकार सोई हुई है. पाकिस्तान की जेलों हिंदुस्तान के दो जवान सरबजीत और चमेल सिंह को मारा गया. मैं पण्डित प्रेमनाथ डोगरा को भी याद करना चाहता हूं. जैसा उनके साथ हुआ वैसा ही सरबजीत सिंह और चमेल सिंह के साथ हुआ. अगर भारत ने अपनी आवाज बुलंद की होती तो शायद सरबजीत सिंह की मौत नहीं होती. पर सरकार सोती रही.

मोदी ने कहा कि जम्मू कश्मीर के साथ मेरा करीबी रिश्ता रहा है. किसी ने मुझे 25 साल पुराना फोटो दिया. इस फोटो को देखर मेरी पुरानी यादें ताजा हो गई. मैंने यहां बहुत काम किया है. मैं आज महाराजा हरि सिंह को याद करना चाहता हूं. अगर उन्हें 1974 के बाद फैसले लेने की मुख्य धारा में शामिल किया जाता तो आज स्थितियां अलग होती. हरि सिंह ने समाज के लिए काम किया था. उन्होंने लड़कियों की शिक्षा के लिए खूब काम किया. उन्होंने छुआछूत के खिलाफ भी आवाज बुलंद की थी.

मोदी ने कहा कि जम्मू कश्मीर को अलग स्टेट की बजाय सुपर स्टेट बनाना चाहिए. मोदी ने कहा कि दिल्ली की सरकार इतनी गहरी नींद में सोई हुई है कि उसे लोगों का गुस्सा भी जगा नहीं सकता. उन्होंने कहा कि क्या ऐसी कोई सरकार है जो उस वक्त भी सोती रहती है जब लोगों को मारा जा रहा हो.

मोदी ने केंद्र के साथ राज्य की उमर सरकार पर भी निशाना साधा. मोदी ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को जो अधिकार हासिल हैं, वह उनकी बहन सारा को हासिल नहीं हैं. मोदी ने कहा, सारा ने कश्मीर के बाहर शादी की और उसके सारे अधिकार छीन लिए गए. जो अधिकार उमर को मिलते हैं, वह उनकी बहन सारा को भी मिलने चाहिए.

मोदी ने केंद्र सरकार पर धारा 370 पर चर्चा न करने का आरोप लगाया. उन्होंने जवाहर लाल नेहरू का जिक्र करते हुए कहा था उन्होंने भी कहा था यह एक दिन खत्म हो जाएगी, लेकिन केंद्र सरकार इस पर चर्चा करने को तैयार नहीं है. उन्होंने कहा, जम्मू में धारा 370 का भी इस्तेमाल हो रहा है. समय की मांग है कि जनता की भलाई को देखते हुए इस पर चर्चा हो. पंडित नेहरू ने कहा था यह धारा समय रहते घिसते घिसते घिस जाएगी. लेकिन सरकार इस पर चर्चा तक को तैयार नहीं है. धारा 370 का उपयोग कवच के तौर पर हो रहा है. इसे सांप्रदायिकता के गहने पहना दिए गए हैं.

मोदी ने अपने भाषण में पाकिस्तानी जेल में मारे गए चमेल सिंह का भी जिक्र किया और इसके लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा,पाकिस्तान में दो घटनाएं घटीं. एक की तरफ मीडिया का ध्यान गया, लेकिन दूसरी घटना को भुला दिया गया. पाकिस्तान की जेलों में हिंदुस्तान के दो बेगुनाह नौजवान बंद थे. एक पंजाब के थे सरबजीत और दूसरे हमारे जम्मू के चमेल सिंह. जिस जेल के अंदर सरबजीत को मारा गया, जिस तरीके से मारा गया, वैसे ही उस जेल में एक हफ्ते पहले चमेल सिंह को मारा गया था. सरकार एक हफ्ते पहले जाग जाती तो सरबजीत आज जिंदा होते.

मोदी की रैली के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे, जिसके चलते शरदकालीन राजधानी में सिविल कर्फ्यू जैसी स्थिति हो गई है। सूत्रों के अनुसार वाहनों का आवागमन व व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रहा. वहीं लोगों को रैली स्थल तक पहुंचाने के लिए पैदल ही तीन से पांच किलोमीटर का सफर तय करना पड़ा. सुबह से ही हज़ारों की संख्या में मोदी के समर्थक जम्मू के मौलाना आज़ाद स्टेडियम में एकत्रित हो गए थे! इसके पहले सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद कर दिया गया. चप्पे चप्पे पर सुरक्षा कर्मी तैनात थे और हर आने जाने वाले की तलाशी ली जा रही थी. पटना में मोदी रैली के हादसे को मद्देनज़र रखते हुए सुरक्षा विभाग कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था.

सरदार पटेल सर्वोत्कृष्ट हिंदू राष्ट्रवादी थे - ए जी नूरानी

जाने माने वकील और राजनीतिक समालोचक एजी नूरानी ने कहा है कि भारत के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल एक सर्वोत्कृष्ट हिंदू राष्ट्रवादी थे। उन्होंने तत्कालीन हैदराबाद से मुस्लिम राज्य के रूप में बर्ताव किया था और उन्हें उसकी संस्कृति से नफरत थी।

नूरानी की पुस्तक 'द डिस्ट्रक्शन ऑफ हैदराबाद' का शुक्रवार को यहां विमोचन किया गया। इनमें उन्होंने कहा है कि पटेल ने तब पुलिस कार्रवाई के लिए आदेश दिया, जब हैदराबाद के निजाम को संदेश देने के लिए आर्थिक नाकेबंदी शुरू की जा रही थी और बहुत सारे लोगों के दबाव में निजाम भारत में शामिल होने के लिए तैयार हो सकते थे।

वर्ष 1948 में हुई पुलिस कार्रवाई का ब्योरा देते हुए उन्होंने लिखा है कि तब हैदराबाद में मुस्लिमों का नरसंहार हुआ था। पुस्तक में उन्होंने सुंदरलाल कमेटी का उस नरसंहार पर रिपोर्ट का ब्योरा दिया है। उन्होंने जवाहर लाल नेहरू को सर्वोत्कृष्ट धर्मनिरपेक्ष राष्ट्रवादी और पटेल को सर्वोत्कृष्ट हिंदू राष्ट्रवादी करार दिया है।

नेहरू सरोजनी नायडू द्वारा प्रशंसित हैदराबाद की संस्कृति को पसंद करते थे खासकर उर्दू भाषा को जबकि पटेल इसे बाहर का समझते थे। उनका दावा है कि पटेल का कश्मीर के महाराजा के प्रति नरम रुख था।

भाजपा की सरकार बनी तो लाहौर को भी भारत में मिलाया जाएगा - संगीत सोम

हाल में ही यूपी के मुजफ्फरनगर दंगों से चर्चा में आये सरधना विधायक संगीत सोम ने खरखौदा में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि पड़ोसी देश 13 किलोमीटर अंदर तक घुस आया है और पाकिस्तान कश्मीर को अपना बता रहा है। मैं कहता हूं कि साल 2014 में भाजपा की सरकार बनी तो लाहौर को भी भारत में मिलाया जाएगा।

समाजवादी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए सोम ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार हिंदू विरोधी है। हिंदुत्व की रक्षा के लिए वे 52 दिन तो क्या 52 साल तक जेल में रहने के लिए तैयार हैं। मुजफ्फरनगर दंगे के बाद हुयी कार्यवाही को सोम ने एकपक्षीय करार दिया।

विधायक ने कहा प्रदेश सकार का कहना है कि भाजपा सांप्रदायिकता फैला रही है, जबकि सच्चाई है कि इसके लिए प्रदेश सरकार की तुष्टिकरण की नीति जिम्मेदार है। यदि कोई अपनी बहन-बेटियों की रक्षा की बात करता है तो उसे जेल में डाल दिया जाता है।

सोम ने कहा कि एक कैबिनेट मंत्री हत्यारोपियों को थाने से छुड़ा रहा है तो आरोपियों को हवाई जहाज से लखनऊ बुलाकर सम्मानित किया जा रहा है।

भाजपा सत्ता में हो या कोई और, राम मंदिर बनकर रहेगा - तोगड़िया

राम मंदिर का सत्ता से कोई लेना-देना नहीं है। राम मंदिर बनवाना विश्व हिंदू परिषद का संकल्प है। यह बनकर रहेगा। चाहे भाजपा सत्ता में हो या कोई और पार्टी। यह कहना है विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डा. प्रवीण भाई तोगड़िया का।

डा. प्रवीण भाई तोगड़िया ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद सभी राजनैतिक दलों पर दबाव बनाकर हिंदुओं के कल्याण के लिए कार्य करेगी। 

यदि सरकार मुसलमानों के बच्चों को छात्रवृत्ति दे रही है तो हिंदुओं के बच्चों को छात्रवृत्ति दे। इसी प्रकार सरकार यदि रोजगार के लिए मुसलमान युवाओं को फंड मुहैया करवा रही है तो सरकार को हिंदुओें के बच्चों को फंड उपलब्ध करवाना होगा। 

वह मंगलवार को सनातन धर्म मंदिर में विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित धर्म रक्षा निधि कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। इस मौके पर तोगड़िया ने कहा कि जो व्यक्ति हिंदुओं की चिंता नहीं करेगा, उसे भविष्य में भारत में राजनीति नहीं करने दी जाएगी। 

उन्होंने कहा कि हिंदू एक समाज का नाम है, एक संस्कृति, एक राष्ट्र, एक सभ्यता एवं एक धर्म का नाम है। आज से तीन हजार साल पहले धरती पर केवल हिंदू थे। अमेरिका, अफ्रीका और अरब देशों में भी हिंदू संस्कृति ही थी। महाभारत काल से पहले तक तो हिंदुओं में जातियां भी नहीं थीं। 

बाद में जगह एवं व्यवसाय के नाम पर जातियां बनीं। जिन्होंने हिंदू समाज को मजबूत बनाने का काम किया। उन्होंने कहा कि इस देश पर धर्म शत्रुओं के पांव रखने के बाद बहन-बेटियों की इज्जत लूटी जाने लगी। कुछेक पाखंडी देश को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।

लेकिन भारत अखिल भारतीय हिंदू राष्ट्र है। एक दिन अखिल भारतीय हिंदू राष्ट्र का सपना अवश्य साकार होगा। हिंदूओं ने प्राणों से भी बढ़कर धर्म की रक्षा की है। 

गुरु गोबिंद सिंह के शहजादों ने धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देकर मिसाल कायम की। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि वे गोहत्या, हिंदुओं के धर्मांतरण का विरोध, राममंदिर निर्माण में सहयोग देकर धर्म की रक्षा में सहयोग करें। 

उन्होंने बताया कि परिषद द्वारा देश भर में 48 हजार गांवों में प्राथमिक स्कूल चलाए जा रहे हैं। जिसमें करीब 45 लाख बच्चे पढ़ रहे हैं। 148 छात्रावासों सहित अस्पताल एवं डिस्पेंसरी चलाई जा रही हैं। इसके अलावा देश भर में हिंदू हेल्पलाइन सेवा चलाई जा रही है। 

जिसके तहत कोई भी हिंदू जरूरत के समय 02066803300 पर फोन करके सहायता मांग सकता है। 

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आरकेएसडी शिक्षण संस्थाओं के महासचिव साकेत मंगल, अध्यक्षता मोहनलाल गुप्ता सहित विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष कांती लाल सैनी, जिला अध्यक्ष प्रो. प्रेम चंद, रविभूषण गर्ग, अशोक गोयल, नरेंद्र गुप्ता, श्याम बंसल, राजपाल तंवर, संजय भारद्वाज, चंद्रभान मित्तल, राजेश सर्राफ, नरेंद्र जिंदल, वीरेंद्र छौत, सतपाल गुप्ता और अन्य लोग मौजूद रहे।

नेपाल फिर बन सकता है हिन्दूराष्ट्र

राजशाही तक हिंदूराष्ट्र के रूप में प्रतिष्ठित नेपाल को दोबारा यह पहचान दिलाने की मांग जोर पकड़ेगी। आनुपातिक निर्वाचन की मतगणना के ताजा आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं। इसमें कांग्रेस, एमाले और एकीकृत माओवादी के बाद नेपाल की चौथी बड़ी पार्टी के तौर उभरी राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी-नेपाल लगातार देश को हिंदू राष्ट्र का दर्जा वापस देने की मांग करती आई है।

बुधवार दोपहर 11 बजे तक राप्रपा नेपाल को 4,61,800 मत मिल चुके थे। अब तक इसमें और भी बढ़ोतरी हुई होगी। हालांकि पार्टी को प्रत्यक्ष निर्वाचन में कोई बड़ी सफलता नहीं मिली थी। तीनों प्रमुख दलों को छोड़कर अन्य पार्टियों के खाते में इक्का-दुक्का सीटें ही आई हैं। इसके बावजूद आनुपातिक निर्वाचन में राप्रपा नेपाल प्रत्यक्ष निर्वाचन में अपने से आगे रहे छोटे दलों से काफी आगे निकल गई है। इस प्रणाली के तहत करीब 30 दलों को सीटें मिलेंगी। प्राप्त मतों के आधार पर इन दलों को सीटों का आवंटन होगा। माना जा रहा है कि 20 हजार से कम मत पाने वाले दल को भी एक सीट मिल जाएगी। 

राप्रपा नेपाल हिंदूराष्ट्र का दर्जा समाप्त किए जाने का विरोध करती आई है। देश को हिंदूराष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना पार्टी का मुख्य एजेंडा है इसलिए इसे राजावादी भी बताया जाता है। पार्टी अध्यक्ष कमल थापा सार्वजनिक मंचों से हिंदूराष्ट्र बनाने के लिए जोरदार भाषण देते आए हैं। कर्मचारी वर्ग में पार्टी की साख काफी अच्छी है इसीलिए आनुपातिक निर्वाचन में वह अच्छी स्थिति में है।

लन्दन में "होली" के त्यौहार का ट्रेड मार्क लेने की कोशिश

हिंदुओं का रंगोत्सव ‘होली’ त्यौहार का व्यावसायीकरण कर उसका ट्रेड मार्क (उत्पादक का अधिकार दर्शाने वाला व्यापार चिह्न) प्राप्त करने हेतु युरोपीय प्रतिष्ठानो में स्पर्धा आरंभ हो गई है । इस बात के लिए पूरे विश्व के हिंदुओ द्वारा निषेध व्यक्त किया गया है । निरपेक्ष भारत के राजनेताओं के कारण भारत के त्यौहारों पर विदेशी प्रतिष्ठान अधिकार प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं । इस पद्धति के कारण हिंदू सभी त्यौहार एवं पारंपरिक कृत्यों के अधिकार गंवा देंगे । ऐसा होने से पूर्व ही हिंदू राष्ट्र एवं धर्मप्रेमियों को सत्ता में लाना होगा ! 

अमेरिका के हिंदू धार्मिक नेता श्री. राजन जेद ने उपर्युक्त प्रकरण के विषय में दुख व्यक्त करते हुए कहा कि ‘होली’ हिंदुओं का प्राचीन काल से पारंपरिक त्यौहार है । इस त्यौहार को मनाने हेतु किसी व्यक्ति अथवा समूह को प्रतिबंध नहीं है; परंतु इस त्यौहार का व्यावसायीकरण कर उसका ट्रेड र्मार्क प्राप्त करना हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को दुखाने समान है । श्री. जेद ने ट्रेड र्मार्क देने वाले कार्यालयों को पत्र भेजकर ट्रेड र्मार्क न देने हेतु प्रार्थना भी की है ।  श्री. राजन जेद जिस लगन से पूरे विश्व में हिंदू धर्म पर होने  वाले आघातों के विरुद्ध तथा आध्यात्मिक स्तर पर हिंदू धर्म का प्रसार करने का कार्य करते हैं, वैसा कार्य तथाकथित बलवान हिंदूनिष्ठ संगठनों को पिछले कुछ दशकों में करना असंभव रहा है !

हिंदुओ, आपके पारंपरिक त्यौहारों पर अधिकार जमाने का प्रयास करने वाले व्यक्तियों का विरोध करें !

हिन्दू संगठनों ने आजम खां को दिखाए काले झंडे

वीरा चैरिटेबिल सोसायटी के क्रीड़ा समारोह में शामिल होने आ रहे नगर विकास मंत्री आजम खां को हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कुटिया कालोनी पर काले झंडे दिखाए। प्रशासन की तमाम घेराबंदी को धता बताकर कार्यकर्ताओं ने कवाल कांड को लेकर आजम का विरोध जताया।

रविवार को मंत्री आजम खां कार से बिजनौर पहुंचे। नूरपुर रोड से रिंग रोड होते हुए उन्हें नेहरू स्टेडियम में आना था। नगीना एवं नजीबाबाद चक्कर रोड के बीच कुटिया कालोनी पर पहले से ही खड़े हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कवाल कांड के विरोध में आजम खां के काफिले को काले झंडे दिखाए। हालांकि डीएम और एसपी समेत अन्य अधिकारी पहले से ही सूचना मिल जाने पर इनकी तलाश में जुटे हुए थे, लेकिन काफी चौकसी के बावजूद हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता अपने मकसद में कामयाब हो गए। 

भाजपा विधायक कुंवर भारतेंद्र सिंह के प्रतिनिधि संजीव कुमार के अनुसार काले झंडे दिखाने वालों में नरेंद्र महलका, मनोज चौधरी, जितेंद्र राजपूत, उदित कुमार, बलराज सिंह, राजीव सिंह, संजीव कुमार, ललित कुमार, कामेंद्र, अमित, लोकेंद्र, मिथुन, सुभाष सिंह व अंकुर आदि शामिल थे।

ब्रिटेन हिंदू मंच के अध्यक्ष अर्जुन वेकारिया का निधन

ब्रिटेन में हिंदू मंच के अध्यक्ष अर्जुन वेकारिया का निधन हो गया है.

संस्था ने बताया कि यूगांडा के कंपाला शहर में जन्में 59 वर्षीय वेकारिया का 23 नवंबर को भारत में निधन हो गया.

यूगांडा के तानाशाह इदी अमीन के शासनकाल के दौरान अगस्त 1972 में उन्हें देश से बाहर निकाल दिया गया था. इसके बाद उन्होंने जून 1974 तक भारत में रहकर पढ़ाई की और फिर उसी वर्ष इंगलैंड चले गए.

हिंदू मंच ने एक बयान जारी कर कहा कि हम बेहद दुख के साथ यह सूचित कर रहे हैं कि हमारे प्रिय अर्जुन भाई (अर्जुन कर्सनदास वेकारिया) इस दुनिया में नहीं रहे.

गुजरात के भुज स्थित माधापर में मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

कश्मीर यूनिवर्सिटी में हुआ तिरंगे का अपमान, सरकार मौन

डायरेक्टर-प्रड्यूसर विशाल भाराद्वाज की फिल्म 'हैदर' की श्रीनगर में शूटिंग के दौरान कश्मीर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने विरोध कर दिया और सेट पर तोड़फोड़ की। यूनिवर्सिटी कैंपस में रविवार को फिदायीन हमले की शूटिंग चल रही थी, इसी दौरान तिरंगा फहराने के साथ जय हिंद का नारा लगाने का सीन फिल्माया जाना था। यूनिवर्सिटी के छात्रों का एक समूह इसका विरोध करने लगा। ये लोग कश्मीर की आजादी और पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने लगे। विवाद बढ़ता देख यूनिट ने शूटिंग के बिना ही पैकअप कर लिया। मौके पर सुरक्षा के लिए मौजूद पुलिसकर्मियों ने मुश्किल से विशाल भारद्वाज और ऐक्टर इरफान खान सहित अन्य कलाकारों और यूनिट को सुरक्षित बाहर निकाला।

विशाल भारद्वाज अपनी इस फिल्म की शूटिंग करीब 20 दिनों से कश्मीर में कर रहे हैं। रविवार सुबह कश्मीर यूनिवर्सिटी के नसीम बाग में एक सीन फिल्माने के लिए सैन्य शिविर का सेट लगाया गया था। इसमें बंकर के ऊपर तिरंगा लगा हुआ था। छुट्टी का दिन होने के बावजूद दो हॉस्टलों से करीब 50 छात्र जमा हो गए और विरोध करने लगे। ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने इन छात्रों को किसी तरह समझाकर शांत कराया। इसके बाद छात्रों ने मांग की कि भारतीय झंडे को उतारा जाए और फिल्म में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं होना चाहिए। यूनिट के लोगों ने दबाव में तिरंगे को उतार लिया। इसी दौरान ऐक्टर इरफान खान के सिगरेट पीने और शूटिंग के दौरान जयहिंद का नारा लगाने पर छात्र उत्तेजित हो गए। छात्रों ने पाकिस्तान और कश्मीर की आजादी के समर्थन में नारे लगाते हुए सेट पर तोड़फोड़ शुरू कर दी।

हंगामा करने पर पुलिस ने दो छात्रों को हिरासत में ले लिया, जिस पर दूसरे छात्र भड़क उठे। उन्होंने फिल्म यूनिट को घेर लिया। इसके बाद आनन-फानन में शूटिंग रद्द कर दी गई। श्रीनगर के एसएसपी आशिक बुखारी ने कहा कि छात्रों के एक समूह ने राष्ट्रीय झंडे का विरोध किया था। उनके मुताबिक, फिल्म की यूनिट ने संघर्ष की स्थिति पैदा होने से पहले ही शूटिंग रद्द कर दी और पैकअप कर लिया। हिरासत में लिए गए छात्रों को यूनिवर्सिटी प्रशासन के आग्रह पर बाद में रिहा कर दिया गया। पुलिस ने पुष्टि की कि शूटिंग के दौरान छात्रों ने उत्तेजक नारेबाजी की और फिल्म यूनिट के साथ धक्कामुक्की कर सेट को नुकसान पहुंचाया।

कश्मीर यूनिवर्सिटी छात्र यूनियन के प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा है कि प्रदर्शनकारियों ने भारतीय झंडे को नीचे उतरवाया और इरफान खान को सिगरेट बुझाने के लिए मजबूर किया। इसमें यह भी कहा गया है कि दो छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में छोड़ दिया गया। प्रवक्ता ने कहा कि प्रॉक्टर नसीर इकबाल ने दोनों छात्रों को रिहा कराने के साथ वादा किया है कि सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

विशाल भारद्वाज शेक्सपियर के प्रसिद्ध नाटक 'हैमलेट' पर आधारित फिल्म 'हैदर' बना रहे हैं। ऐक्टर शाहिद कपूर और श्रद्धा कपूर के लीड रोल वाली इस फिल्म की ज्यादातर शूटिंग कश्मीर में ही हो रही है। विशाल इसके पहले भी शेक्सपियर के नाटक 'मैकबेथ' पर मकबूल और उपन्यास 'ओथेलो' पर 'ओमकारा' जैसी फिल्में बना चुके हैं।

एक मुस्लिम लिख रहा अटूट आस्था से हिंदू देवी-देवताओं के भजन

मुस्लिम होते हुए भी हिंदू देवी-देवताओं के प्रति अटूट आस्था रखने वाले वाहिद हुसेन उर्फ कुंदन साम्प्रदायिक सौहार्द के मिसाल बन गए हैं। दूसरे धर्म के प्रति एक अलग छवि को लेकर क्षेत्र में उनकी चर्चाएं हो रही हैं।

नगर पंचायत कप्तानगंज के वार्ड न. एक निवासी वाहिद हिंदू देवी देवताओं के प्रति इतना अथाह प्रेम है कि वे रात दिन बस श्याम खांटू बाबा के गुणगान कोरे कागजों पर लिखकर गीत तैयार करते हैं। जब उनकी रचना मंचों पर गाई जाती है तो भक्त झूम उठते हैं।

वाहिद हुसैन को बचपन से ही गीत भजन लिखने व गाने का शौक था। यह शौक धीरे-धीरे इस तरह बढ़ा कि एक बार गोरखपुर के मारवाड़ी समाज के एक श्याम जागरण कार्यक्रम में उनके द्वारा गाये गीत छोटी-छोटी गइया छोटे-छोटे ग्वाल गीत पर लोग झूम उठे। आज वह कलकत्ता, मुम्बई , गुजरात, मध्यप्रदेश , तमिलनाडू आदि स्थानों पर जाकर अपनी बुलंदी का डंका बजा चुके हैं। 

वाहिद बताते हैं कि वह हर नवरात्र में मां दुर्गे के भजन का एलबम निकलवाते हैं। जिनमें माई की लाली चुनरिया, आसरा एक तेरा , माई की बिंदिया आदि प्रम़ख हैं। इन्होंने भोजपूरी फिल्म बिरजुआ, कुसूर आदि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 

इसके अलावा विडियो एलबम, हल्ला मचा दे नेपाल में दुल्हा चाहीं देहाती आदि धूम मचाए हुए हैं। मुस्लिम होकर भी देवी देवताओं व भजन के प्रति प्रेम पर लोगों की क्या प्रतिक्रिया है तो वह बताते हैं कि इस कार्य में हमारी बेगम भी सहयोग करती हैं। और आज तक किसी ने विरोध नहीं किया।

सपा सरकार से सुप्रीम कोर्ट ने पूछा-क्या हिंदू दंगों में पीड़ित नहीं हैं?

मुजफ्फरनगर दंगा मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार को कड़ी फटकार लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को यूपी सरकार से पूछा कि सिर्फ मुसलमानों की बात क्यों हो रही है? क्या हिंदू दंगों में पीड़ित नहीं हैं? कोर्ट ने कहा कि दंगों में हिंदू-मुसलमान दोनों पक्ष के लोग पीड़ित हैं। सरकार को दोनों पक्षों से जुड़े पीड़ितों के पुनर्वास की बात करनी चाहिए। यूपी सरकार ने इस बारे में जारी पुराने नोटिफिकेशन को रद्द कर नया आदेश जारी करने का वादा किया।

दरअसल, कोर्ट ने यूपी सरकार की ओर से दिए गए दंगा पीड़ितों के पुनर्वास के ब्योरे पर नाराजगी जताई, इसमें केवल मुस्लिम पीड़ितों का जिक्र था। यह ब्योरा यूपी ने कोर्ट के नोटिस के जवाब में दिया था, जो दंगों की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराने की याचिका पर जारी किया गया था।

जाट सभा की ओर से दाखिल इस याचिका में कहा गया था कि राज्य सरकार मुजफ्फरनगर दंगा मामले में भेदभाव कर रही है। एक समुदाय विशेष के लोगों के खेत जलाए जा रहे हैं और सरकार कोई ऐक्शन नहीं ले रही है। इस कारण मामले की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराई जानी चाहिए।

कोर्ट की फटकार के बाद यूपी सरकार के वकील राजीव धवन ने माना कि इस तरह के नोटिफिकेशन पर विवाद होना तय था। साथ ही कहा कि मुस्लिम पीड़ितों का नाम केवल इसलिए शामिल किया गया, क्योंकि वे ही राहत शिविरों से वापस घर नहीं लौटना चाहते थे।

पुराना नोटिफिकेशन जिस तरह जारी हुआ, वह नहीं होना चाहिए था। हम 26 अक्टूबर को जारी इस नोटिफिकेशन को रद्द कर नया जारी करेंगे। किसी भी व्यक्ति को धर्म के आधार पर पुनर्वास से वंचित नहीं किया जाएगा।

यूपी सरकार ने कोर्ट से वादा किया कि नए नोटिफिकेशन में यह साफ तौर पर लिखा होगा कि संबंधित अधिकारी हर प्रभावित व्यक्ति का ध्यान रखेंगे और राहत के काम सभी तक एक समान तरीके से पहुंचेंगे।

पुलिस डाल रही दबाव : कोर्ट ने उन आरोपों को गंभीर बताया, जिनमें कहा गया है कि दो युवकों की मौत की जांच कर रहे पुलिस अफसर ने एक युवक के परिजनों पर शिकायत कमजोर करने का दबाव डाला था।

कोर्ट ने ऐसी ही एक अन्य याचिका पर सरकार को नोटिस जारी किया। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया है कि दंगों की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन सेल का अफसर उससे मन मुताबिक हलफनामा लेने के लिए दबाव डाल रहा है, जबकि दंगों में उसके बेटे और भाई की हत्या कर दी गई थी।

कुर्बानी दे कर भी अयोध्या में श्रीराम का मंदिर बनायेंगे - तोगड़िया

विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर हर हाल में बनाकर रहेंगे, चाहे इसके लिए कितनी बड़ी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े। तोगड़िया भूतनाथ मंदिर सराय मंडी में विहिप द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि हिंदू सृष्टि का सबसे प्राचीन समाज है जिसकी परंपरा अखंड रही है। भले ही हिंदू कई जातियों-उपजातियों में बंटे हुए हैं लेकिन पुरखे एक हैं। देश की सभ्यता का नाम हिंदू है। जिनकी सभ्यता है, उन्हीं का राष्ट्र पर अधिकार है। अयोध्या में राम मंदिर बनाने से कोई ताकत हिंदुओं को रोक नहीं सकती है। विहिप देश में एक भी हिंदू का धर्मातरण नहीं होने देगी। विहिप हिंदुओं को धर्मातरण से बचाने, राम सेतू, राम मंदिर व अमरनाथ की लड़ाई लड़ रही है। देश में किसी भी हिंदू को भूखा, शिक्षा रहित व स्वास्थ्य विहीन नहीं रहने देंगे। देश के 100 करोड़ हिंदू दिन में अपने खाने से अगर एक मुट्ठी अनाज भी बचाएंगे तो हर भूखे को भरपेट खाना मिलेगा। विहिप एक हेल्पलाइन सेवा पांच जनवरी से शुरू करेगी। 

इसके माध्यम से हर संभव सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने चिंता जताई कि हिंदुओं ने धर्म की रक्षा करना छोड़ दिया है। हिंदुओं की इसी कमजोरी का फायदा दूसरे मजहब के लोग उठा रहे हैं। विहिप देश के किसी भी कोने में हिंदुओं की रक्षा के लिए वचनबद्ध है चाहे वह कश्मीर हो, केरल या असम। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे ज्यादा से ज्यादा संख्या में सोशल मीडिया से जुड़ें तथा इसका इस्तेमाल हिंदुत्व के जागरण के लिए करें। विहिप इसके लिए हर कस्बे में हिंदू प्रवक्ता बनाएगी। वहीं, नागरिक अधिकार मंच मंडी के संयोजक सरदार हरमीत सिंह बिट्टू ने तोगड़िया को सिरोपा भेंट किया। कार्यक्रम में पायल वैद्य, खेमचंद शास्त्री, प्रांत संगठन मंत्री मनोज व मीडिया प्रभारी राहुल सोलंकी भी उपस्थित थे।

मोदी को रोकने के लिए कांग्रेस का साथ देना जरूरी है - आज़म खां

उत्तरप्रदेश के नगर विकास मंत्री आजम खां सोमवार की रात अलीगढ़ में एक निजी कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी को रोकने के लिए कांग्रेस का साथ देना मजबूरी नहीं, जरूरी है।

उन्होंने कहा कि किसी हाल में किसी कातिल को हिंदुस्तान का बादशाह नहीं बनने देंगे। नगर विकास मंत्री आजम खां रामपुर से कार से सोमवार की रात करीब 11 बजे यहां पहुंचे और नौरंगाबाद में एक विवाह समारोह में शरीक हुए।

मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए आजम खां ने कहा कि कर्मचारी काम ही कहां करते हैं जो हड़ताल का अहसास हो। उन्होंने कहा कि पता ही नहीं चल रहा है कि प्रदेश में कर्मचारियों की हड़ताल चल रही है।

मुजफ्फरनगर में दंगा पीड़ितों से अभी तक न मिलने के सवाल पर आजम खां ने कहा कि इसका जबाव तो आरएसएस से पूछिए। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर में जो हुआ, वह सब आरएसएस की ही देन है।

लोकसभा चुनावों में सपा की स्थिति पर उन्होंने कहा कि हम पूरा प्रदेश जीतेंगे। दरअसल, अब लगने लगा है कि फासिस्ट ताकतों का ग्राफ गिर रहा है। उन्होंने कहा कि जो लोग बीमारी का मजाक उड़ा रहे हैं, उन्हें अपने गिरेबां में झांक लेना चाहिए। सही मानिए सपा में बापू का कोई हत्यारा नहीं है।

मंत्री ने कहा कि सपा सरकार में मिल जुलकर काम होता है। भाजपा में आरएसएस की तानाशाही चलती है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी को रिजेक्ट कर हमारे मुलायम सिंह यादव को पीएम बनाइए। इस दौरान सपा के प्रदेश सचिव मुजाहिद किदवई मौजूद थे। 

बांगलादेश में विवाहित हिंदू महिला के साथ बलात्कार

बांगलादेश के मदारीपुर जिले के काल्किनी उप-जिला स्थित २८ वर्ष की विवाहित हिंदू महिलाके साथ ४ मुस्लिमों ने आधी रात को उसके घर में बलपूर्वक प्रवेश कर पति के सामने बलात्कार किया । पुलिस द्वारा इन बलात्कारियों की पहचान होने पर, अभी भी उन्हें हथकडी नहीं लगाई गई । बांगलादेश की धर्मांध पुलिस हिंदुओं पर अत्याचार करने वाले धर्मांधों का समर्थन करती है, तथा भारत की हिंदू पुलिस धर्मांधों से पिटती है ! 

इस घटना में ‘बांगलादेश माइनॉरिटी वॉच’, संस्था की ओर से सत्यशोधक समिति  स्थापित की गई । समिति में एक धर्मांध का भी अंतर्भाव था । बलात्कार पीडित महिला का पति एक निर्धन मालवाहक गाडी का चालक है, तथा उसकी आर्थिक स्थिति साधारण है ।

‘बांगलादेश माइनॉरिटी वॉच’ संस्था के अधिवक्ता रवींद्र घोष तथा मदारीपुर स्थित कार्यकर्ता उत्तम बनर्जी ने घटनास्थल का भ्रमण किया तथा पुलिस से संपर्र्क किया; किंतु पुलिस अन्य अधिक महत्त्वपूर्ण कार्य होनेका कारण दिखाकर यह घटना दबानेका प्रयास कर रही है ।

गुजरात दंगे में धर्मांधों पर अत्याचार होने की चर्चा कर मोदी को छलने वाले क्या बांगलादेश में हिंदुओं पर होने वाले अत्याचारों के विषय में मुंह खोलेंगे ?

बलात्कारियों की पहचान होने पर भी पुलिस द्वारा अभी तक किसी को हथकडी नहीं पहनाई गई है ...

नेपाल चुनावों में हिन्दूराष्ट एक मुख्य मुद्दा बना

पिछली ढाई शताब्दियों से हिंदू राष्ट्र रहे नेपाल में जब पांच साल पहले राजतंत्र खत्म हुआ, तो देश के राजभक्त राजनीतिक तौर पर विलुप्त होने की कगार पर दिखे। लेकिन अब जब हिमालयी राष्ट्र में मंगलवार को चुनाव होने जा रहे हैं, तो एक राजभक्त पार्टी हिंदुत्व के एजेंडे पर समर्थन जुटाने की कोशिशें कर रही है।

नेपाल की राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी, जो लगातार संवैधानिक राजतंत्र की वापसी पर ज़ोर देती रही है, ने अपने प्रचार अभियान का फोकस एक दफा फिर नेपाल को एक हिंदू राष्ट्र बनाने पर रखा है। गौरतलब है कि 2008 में नेपाल को एक धर्मनिरपेक्ष गणतंत्र घोषित किया गया था। इस पार्टी के नेता कमल थापा ने हालिया महीनों में देश का व्यापक दौरा किया और अपनी पार्टी के लिए वोट मांगे। राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी का चुनावी चिन्ह गाय है, जिसे हिंदू धर्म में पवित्र समझा जाता है।

दूसरी संविधान सभा के लिए नेपाली मंगलवार को वोट डालेगें। पहली के नए संविधान हेतु मूलभूत प्रावधानों पर असहमत होने के बाद ये सभा बतौर संसद भी काम करेगी। हालांकि संघवाद और आर्थिक विकास चुनावों के मुख्य मुद्दे हैं, श्री थापा और उनकी राजभक्त पार्टी हिंदू-बहुल राष्ट्र में धार्मिक भावनाओं को उत्तेजित कर प्रासंगिक बने रहने की उम्मीद कर रही है।

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, नेपाल की 27 मिलियन जनसंख्या में 81 फीसदी हिंदू, 9  फीसदी बौद्ध, 4.4 फीसदी मुस्लिम और 1.4 फीसदी ईसाई हैं। नेपाल में कई और नस्लीय समूह भी रहते हैं, जो अपने-अपने धर्मों का पालन करते हैं।

पिछले 240 सालों से, नेपाल एक हिंदू राष्ट्र था, जिस पर शाह वंश का शासन था। वहां के हुक्मरानों को भगवान विष्णु के अवतारों के रूप में श्रद्धेय माना जाता रहा है। वे बड़े हिंदू त्योहारों के दौरान धार्मिक कृत्यों का निर्वाहन सार्वजनिक तौर पर करते रहे हैं।

2006 में, लोकतंत्र के लिए हुए एक लोकप्रिय विद्रोह में राजा को सत्ताच्युत कर दिया गया और एक शांति समझौते के तहत 10 सालों तक गृह युद्ध लड़ने वाले पूर्व माओवादी विद्रोहियों को राजनीतिक मुख्यधारा में लाया गया। समझौते के मुताबिक, नेपाल को एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र घोषित किया गया।

“नेपाल में, राजतंत्र और हिंदुत्व एक ही सिक्के के दो पहलू हैं,” काठमांडू के राजनीतिक विश्लेषक हरी शर्मा ने कहा। “राजतंत्र के खत्म होने के बाद, हिंदू धर्म को राष्ट्र धर्म बनाने का तर्काधार अब मौजूद नहीं है,” उन्होंने कहा।

धर्मनिरपेक्षता के समर्थक नेपाल के व्यापक, हिंदू-बहुल पड़ोसी भारत की तरफ इंगित करते हैं, जो एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और जहां संवैधानिक तौर पर सारे धर्म समान हैं। हालांकि, धार्मिक और अल्पसंख्यक अधिकार भारत की चुनावी राजनीति का एक बड़ा विषय बने हुए हैं। भारत में धर्मनिरपेक्ष प्रवृत्ति वाली कांग्रेस, हिंदू राष्ट्रवादी भारतीय जनता पार्टी से मुख्य मुकाबले में है। अगले साल होने वाले आम चुनावों में बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी को व्यापक तौर पर एक कट्टरवादी हिंदू नेता माना जाता है।

श्री थापा चेताते हैं कि भारत ने जो गलती की है, वैसी गलती नेपाल को नहीं करनी चाहिए। वह दलील देते हैं कि नेपाल की राष्ट्रीय पहचान हिंदुत्व से है। वे देश के मुख्य राजनीतिक दलों पर हिंदू बहुसंख्यकों की इच्छाओं के खिलाफ देश को जबरन धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बनाने का आरोप लगाते हैं।

“संविधान में ये संस्थापित किया जाना चाहिए कि नेपाल एक हिंदू राष्ट्र है। इसका ये अर्थ नहीं कि नेपाल एक धर्मशासित देश बन जाएगा। ये महज़ नेपाल की सांस्कृतिक वास्तविकता की स्वीकारोक्ति होगी,” श्री थापा ने कहा।

विश्लेषक कहते हैं कि श्री थापा उस नेपाल के ध्रुवीकृत राजनीतिक वातावरण और जातीय चेतना के विस्फोट का लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं, जहां कुछ लोगों ने नस्ल-आधारित राज्य बनाने का प्रस्ताव रखा था। ये मुद्दा नेपालियों के बीच दरार पैदा कर सकता है और राजनीतिक दलों को संविधान पूरा करने से रोक सकता है।

“राजनीति में नस्ल और क्षेत्र के आधार पर ध्रुवीकरण हो रहा है, लिहाज़ा कुछ नेता सोचते हैं कि इन मुद्दों के प्रत्युत्तर में हिंदुत्व का इस्तेमाल किया जा सकता है,” नेपाल की त्रिभुवन यूनिवर्सिटी में समाजशास्त्र के प्रोफेसर चैतन्य मिश्रा ने कहा। “वे सोचते हैं कि हिंदुत्व की बातें कर वे लोगों को एकजुट कर सकते हैं,” उन्होंने आगे जोड़ा।

इन चुनावों में श्री थापा की पार्टी बामुश्किल शीर्ष तीन में जगह बना पाए। फिर भी, उम्मीदतन 2008 के मुकाबले वो ज्यादा मत हासिल करेगी, विश्लेषक कहते हैं। पिछले चुनावों में इस पार्टी ने महज़ चार सीटें जीती थीं।

नेपाल की चुनावी व्यवस्था के तहत, नागरिक पहला वोट उम्मीदवार और दूसरा पार्टी के लिए डालते हैं। कई साक्षात्कारों में, नेपाली हिंदुओं ने कहा कि वो अपना दूसरा मत नेपाल की राष्ट्रीय पशु और देश के धार्मिक कृत्यों में महत्वपूर्ण मानी जाने वाली गाय को देगें। नेपाल में गौवध पर पाबंदी है।

“हिंदू धर्म के बगैर, नेपाल के अस्तित्व का आधार क्या है?” काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर की देहरी पर खड़े 60 वर्षीय हरी प्रसाद पांडे ने कहा। “सब-कुछ बिखर जाएगा,” उन्होंने आगे जोड़ा।

श्री थापा ने ये दावा ठोकते हुए अपने प्रचार-अभियान को सहारा दिया कि देश  में ईसाई आबादी तेज़ी से बढ़ रही है और वे नेपाली हिंदुओं को मुफ्त शिक्षा, नौकरियां देकर उनका धर्मांतरण कर रहे हैं। ईसाई समूह कहते हैं कि धर्मांतरण हो रहे हैं, लेकिन उन्होंने इसके लिए प्रोत्साहन हेतु आर्थिक अथवा दूसरी तरह के सहयोग की बातों से इन्कार किया।

नेशनल काउंसिल फोर चर्चेज़ इन नेपाल (नेपाल की राष्ट्रीय चर्च परिषद) के महासचिव के.बी.रोकाया ने कहा कि ईसाई अब स्वतंत्रतापूर्वक अपने धर्म का प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिंदू इसलिए धर्मांतरण कर रहे हैं क्योंकि उनमें से कई कठोर जाति व्यवस्था से उत्पीड़ित और महंगे धार्मिक कृत्यों से दबा हुआ महसूस करते हैं। श्री रोकाया ने श्री थापा के हिंदू-समर्थित प्रचार-अभियान का कड़ा विरोध किया और उसे ‘प्रतिगामी’ और ‘लोकतंत्र-विरोधी’ कहा।

“कई जानें गईं तब जाकर नेपाल एक धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक देश बन पाया,” उन्होंने कहा। “किसी को भी उसे चुनौती देने की इजाज़त नहीं दी जानी चाहिए,” श्री रोकाया ने कहा।

कांग्रेस विधायक ने सोनिया गाँधी का मंदिर बनाने की घोषणा की

केंद्र सरकार के अलग तेलंगाना राज्य के गठन के ऐलान पर आंध्र प्रदेश के एक कांग्रेस विधायक ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अनूठा तोहफा देते हुए अपने विधानसभा क्षेत्र में उनका मंदिर बनाने की घोषणा की है। यही नहीं प्रस्तावित तेलंगाना के सभी विधायकों से अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में सोनिया के मंदिर बनाने का आह्वान भी किया है।

पूर्व मंत्री और सिकंदराबाद कैंट से कांग्रेस विधायक पी. शंकर राव ने मंगलवार को कांग्रेस ऑफिस में मीडिया से बात करते हुए यह घोषणा की। बकौल राव अलग तेलंगाना राज्य के लिए सोनिया गांधी का शुक्रिया अदा करने का यह सबसे बेहतर तरीका होगा। राव ने कहा, 'मैं सोनिया गांधी के जन्मदिन ९ दिसंबर को सिकंदराबाद में मंदिर की आधारशिला रखूंगा।'

उन्होंने इसके साथ ही तेलंगाना के सभी विधायकों का आह्वान करते हुए कहा है कि वे सोनिया का आभार जताने के लिए अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में उनके मंदिर बनवाएं। राव ने साथ ही मुख्यमंत्री किरन कुमार रेड्डी के प्रस्तावित तेलंगाना दौरे का विरोध किया है। राव के मुताबिक तेलंगाना का विरोध करने वाले रेड्डी को तेलंगाना के जिलों में दौरा करने का कोई हक नहीं है।

आशाराम बापू को फंसाया जा रहा है - धर्मपत्नी

आसाराम बापू मुझसे विवाह करने के पश्चात केवल सात वर्षों में गृहस्थी से विरक्त हो गए थे । उन्होंने ब्रह्मचर्य स्वीकार किया था । तत्पश्चात मैं उन्हें गुरु मानने लगी । अत: इतने वर्ष गृहस्थी से विरक्ति स्वीकार किया पुरुष लैंगिक शोषण का दुष्कर्म नहीं करेगा । उन्हें फंसाया जा रहा है, ऐसा आरोप बापू की धर्मपत्नी श्रीमती लक्ष्मीबाई द्वारा लगाया गया है । 

श्रीमती लक्ष्मीबाई ने पुत्र पू. नारायण साईं के भी निर्दोष होने की बात कही है । श्रीमती लक्ष्मीबाई ने उनकी मुलाकात का विडियो एक संकेत स्थल पर ‘अपलोड’ किया है । इस माध्यम से उन्होंने अपनी पुत्री भारती पर लगाए गए आरोप भी तथ्यहीन होने की बात कही है । श्रीमती लक्ष्मीबाई ने कहा कि भारती बहुत संयमी है तथा वह जिंदगी में भूले-भटकों को उचित मार्ग दिखाने का कार्य करती है । तो वह स्वयं कैसे रास्ता भूल सकती है ?

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